नौकरी पाने के लिए हजारों बेरोजगार युवाओं का लाइन में खड़ा होना तो लाजमी दिखता है, लेकिन जब बच्चे अच्छी शिक्षा पाने की चाह में भी लम्बी कतार में खड़े अपने भविष्य की तलाश करते दिखें तो सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा। देवराला स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा में कुछ ऐसा ही माजरा देखने को मिल रहा है। 8 फरवरी को होने वाली इस प्रवेश परीक्षा के माध्यम से 80 सीटों का चयन किया जाना है, लेकिन जवाहर नवोदय में प्रवेश पाने के इच्छुक विद्यार्थियों की संख्या 32 सौ से भी अधिक का आंकड़ा पार कर गई है। सबसे अधिक भिवानी खण्ड के बच्चों ने जवाहर नवोदय में प्रवेश पाने का उत्साह दिखाया है। प्रवेश पाने के लिए निर्धारित सीटों से 40 गुणा अधिक विद्यार्थियों के आवेदन पहुंचने से खण्ड शिक्षा अधिकारियों को व्यवस्था दुरुस्त रखने का जिम्मा सौंपा गया है।
हरियाणा स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा देवराला स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में छठी कक्षा के लिए वर्ष 2009 की प्रवेश परीक्षा का आयोजन 8 फरवरी से किया जा रहा है। इस परीक्षा के लिए विभाग द्वारा जिला के सभी दस खण्डों में एक-एक परीक्षा केंद्र भी स्थापित किया गया है। जवाहर नवोदय विद्यालय की कक्षा छठी में प्रवेश पाने के लिए विभाग द्वारा जिला के पांचवीं पास विद्यार्थियों से आवेदन आमंत्रित किए गए थे। शिक्षा विभाग के पास जिले से 3221 बच्चों के आवेदन पहुंचे है, जबकि इनमें से मात्र 80 बच्चों का ही चयन इस सत्र के लिए होना है।
शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिस विद्यालय के परीक्षा केंद्र बनाया गया है, उसी विद्यालय के प्रधानाचार्य को केन्द्र अधीक्षक नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी केन्द्र अधीक्षकों को परीक्षा सामग्री वितरित की जा चुकी है और सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
कहां-कहां होंगे परीक्षा केंद्र
भिवानी में- राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
बवानीखेड़ा में- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
चरखी दादरी में- परसराम हेतराम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
बौंदकलां में- राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
बाढड़ा में- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
लोहारू में-राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
बहल में- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
देवराला में जवाहर नवोदय विद्यालय
तोशाम में- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
सिवानी में- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यायल
Saturday, February 7, 2009
आतंकवाद एक अरब लोगों को भूखे मारने की साजिश : तोगडि़या
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतरराष्ट्रीय महासचिव प्रवीण तोगडि़या ने कहा कि आतंकियों को मात्र सिरफिरा कहने से ही काम नहीं चलेगा, क्योंकि आतंकवाद फैलाकर विश्र्व के करीब एक अरब लोगों को भूखे मारने की साजिश है। आतंकवादियों को शरण, मदरसों में प्रशिक्षण देने पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए। आतंकी हमलों के खिलाफ मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमें तैयार रहना होगा। तोगडि़या शुक्रवार की शाम को अंबाला छावनी के बीपीएस प्लेनेटोरियम में विहिप के धर्म रक्षा निधि अर्पण समारोह में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में एक भी हिंदू महिला के साथ में ज्यादती हो तो उसका सौ करोड़ लोगों के देश में बहुसंख्यक समाज मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हो जाए तो सारा आतंकवाद एक दिन में समाप्त हो जाएगा। उन्होंने इस दौरान गुजरात का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि किस तरह से लोग विश्व हिंदू परिषद के साथ जुड़कर काम कर रहे हैं। तोगडि़या ने कहा कि आतंकियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से देश पर हमले किए जा रहे हैं। 18 सालों में हमले ही हमले हुए हैं। अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और ब्रिटेन में एक-एक हमले के बाद दूसरी घटना नहीं हुई है, क्योंकि वहां आतंकवाद व इन्हें शरण देने वालों के लिए कोई माफी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुंबई हमला देश के सौ करोड़ लोगों को भूखे मारने की साजिश है, इसे मामूली घटना मानकर छोड़ देना ठीक नहीं होगा। इसके लिए हमें चार बातें समझनी होंगी। पूरी दुनिया को अपने इशारों पर नचाना चाहते हैं, जिससे सावधान होना होगा। पेट्रोल और डीजल के नाम पर कमाई करने के बाद विश्व के लोगों को ही आतंकवाद से परेशान कर रहे हैं। दुनिया के अर्थतंत्र को एक साजिश के तहत समाप्त किया जा रहा है। इसीलिए जरूरी है कि हिंदू समुदाय एकजुट हो। धर्मातरण, आतंकवाद रोकने के लिए मिल-जुलकर काम करें। मंच का संचालन अजय जैन एडवोकेट ने किया। इस दौरान सुरेंद्र कुमार, डा.केडी शर्मा आदि प्रमुख लोग मंचासीन रहे। जबकि काफी संख्या में विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारी कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे।
उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में एक भी हिंदू महिला के साथ में ज्यादती हो तो उसका सौ करोड़ लोगों के देश में बहुसंख्यक समाज मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हो जाए तो सारा आतंकवाद एक दिन में समाप्त हो जाएगा। उन्होंने इस दौरान गुजरात का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि किस तरह से लोग विश्व हिंदू परिषद के साथ जुड़कर काम कर रहे हैं। तोगडि़या ने कहा कि आतंकियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से देश पर हमले किए जा रहे हैं। 18 सालों में हमले ही हमले हुए हैं। अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और ब्रिटेन में एक-एक हमले के बाद दूसरी घटना नहीं हुई है, क्योंकि वहां आतंकवाद व इन्हें शरण देने वालों के लिए कोई माफी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुंबई हमला देश के सौ करोड़ लोगों को भूखे मारने की साजिश है, इसे मामूली घटना मानकर छोड़ देना ठीक नहीं होगा। इसके लिए हमें चार बातें समझनी होंगी। पूरी दुनिया को अपने इशारों पर नचाना चाहते हैं, जिससे सावधान होना होगा। पेट्रोल और डीजल के नाम पर कमाई करने के बाद विश्व के लोगों को ही आतंकवाद से परेशान कर रहे हैं। दुनिया के अर्थतंत्र को एक साजिश के तहत समाप्त किया जा रहा है। इसीलिए जरूरी है कि हिंदू समुदाय एकजुट हो। धर्मातरण, आतंकवाद रोकने के लिए मिल-जुलकर काम करें। मंच का संचालन अजय जैन एडवोकेट ने किया। इस दौरान सुरेंद्र कुमार, डा.केडी शर्मा आदि प्रमुख लोग मंचासीन रहे। जबकि काफी संख्या में विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारी कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे।
अंबाला में बनेगा प्रदेश का दूसरा बीएसएफ मुख्यालय
हिसार के बाद अंबाला में प्रदेश का दूसरा बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) मुख्यालय बनेगा। इसके लिए गृह मंत्रालय की हरी झंडी मिल चुकी है। राजस्व विभाग ने जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। तकरीबन 65 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले मुख्यालय के लिए सरकार की ओर से सेक्शन चार के तहत नोटिस की कार्रवाई पूरी कर ली गई है। फिलहाल आपत्तियां स्वीकार करने के साथ ही जल्द ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के आसार साफ हो गए हैं। शहर के अंबाला-नारायणगढ़ रोड स्थित पंजोखरा में बनने वाले बीएसएफ मुख्यालय के लिए वर्षो पहले ही खाका तैयार हो चुका था, जिसके लिए जमीन अधिग्रहण की एनओसी भी सरकार की ओर से जारी हो गई थी। बीएसएफ की ब्लूप्रिंट के मुताबिक उन्हें छावनी क्षेत्र के नजदीक ही जमीन की तलाश थी, जिसमें पंजोखरा गांव की जमीन सबसे उपयुक्त समझी गई है। यही नहीं उक्त जमीन अंबाला-नारायणगढ़ मुख्य मार्ग पर भी है। लिहाजा गृह मंत्रालय के निर्देशों पर सरकार ने जमीन अधिग्रहण के लिए हरी झंडी दे दी,अब किसानों से सेक्शन पांच के तहत दावे व आपत्तियां मांगी गई है, जिसको सुनने के बाद सेक्शन छह यानी अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बीएसएफ मुख्यालय निर्माण के लिए तैयार किए गए ब्लू प्रिंट में सरकारी क्वार्टरों के अलावा पूरी बटालियन होगी, जिसमें अधिकारियों और जवानों के लिए आधुनिकतम सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। आर्मी की तरह से ही बीएसएफ मुख्यालय में भी परेड ग्राउंड सहित अन्य व्यवस्थाएं होंगी। फायरिंग रेंज भी अलग से तैयार किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण के संबंध में जिला राजस्व अधिकारी जीआर रोहिल्ला ने बताया कि सेक्शन चार की कार्रवाई पूरी करने के बाद किसानों से आपत्तियां मांगी गई है, जिसमें ज्यादातर किसानों ने खेतों के लिए रास्ता छोड़ने की डिमांड की है।
Court में आत्मदाह
Sonipat के गनौर में सब डिविजनल ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट (एसडीजेएम) की अदालत में शुक्रवार सुबह वहां कार्यरत एक प्यादे ने आत्मदाह कर लिया। इससे पूर्व उसने कोर्ट रूम की दीवार पर लिखकर एसडीजेएम आरके जैन को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उसने तीन पृष्ठ का एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें एसडीजेएम पर नाजायज ढंग से तंग करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने इस संबंध में एसडीजेएम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवा दिया गया है। प्यादा वेदप्रकाश करनाल के मतारानी कालोनी, चार चमन का रहने वाला था और इस अदालत में कार्यरत था।
एसडीजेएम के रीडर ओमप्रकाश रंगा ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब वह अपनी ड्यूटी पर आए तो उन्हें कोर्ट रूम से धुआं निकलता दिखाई दिया। रंगा ने इसकी सूचना तत्काल अन्य लोगों को दी और कोर्ट रूम का दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह अंदर से बंद था। जब लोगों ने एसडीजेएम आरके जैन के कमरे की ओर से जाकर कोर्ट रूम का दरवाजा खोला तो सभी दंग रह गए। कोर्ट रूम में जज की कुर्सी के सामने फर्श पर अदालत का प्यादा वेद प्रकाश बुरी तरह झुलसी हालत में पड़ा था और उसकी मौत हो चुकी थी। आग लगने के कारण कोर्ट रूम की कुर्सियां, कंप्यूटर, मेज आदि भी जल गए थे। अदालत कर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना गन्नौर पुलिस व एसडीजेएम को दी। सूचना मिलते जज आरके जैन के अलावा गन्नौर डीएसपी बनवारी लाल, थाना प्रभारी सुल्तान सिंह पहुंच गए। पुलिस ने मौके से वेद प्रकाश के हाथों हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम लिखा तीन पेज का पत्र भी बरामद कर लिया। इस पत्र में एसडीजेएम पर नाजायज परेशान करने का आरोप लगाते हुए मामले की जांच हाईकोर्ट के किसी जस्टिस कराने की गुहार लगाई है। कोर्ट रूम में आत्मदाह की सूचना मिलते ही सेशन जज वीरेंद्र सिंह, एसएसपी नवदीप सिंह विर्क भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने वेद प्रकाश की पत्नी नीलम की शिकायत पर एसडीजेएम आरके जैन के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मौके पर एफएसएल की टीम ने भी जांच-पड़ताल की और शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवा दिया गया।
पुत्र को मिलेगी नौकरी : जिला सेशन जज वीरेंद्र सिंह ने कहा कि वेद प्रकाश के पुत्र तरुण को कोर्ट में नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि तरुण चाहे तो कल से ही नौकरी पर आ सकता है, उसे सरकार की ओर से नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि वह बीए पास है तो उसे क्लर्क लगाया जाएगा और यदि वह कम पढ़ा-लिखा है प्यादा के पद पर ही तैनाती होगी। इसके अलावा सरकार की ओर उसके परिवार को हरसंभव सहायता भी प्रदान की जाएगी। चार-पांच महीने पहले ही हुआ था तबादला : पुलिस को दी शिकायत में वेदप्रकाश की पत्नी नीलम ने बताया कि चार-पांच महीने पहले ही वेदप्रकाश का तबादला गन्नौर एसडीजेएम की कोर्ट में हुआ था। इससे पहले वह 25 साल से सोनीपत में तैनात था। शिकायत में उसने कहा है कि वेदप्रकाश से एसडीजेएम चौकीदारी के अलावा घर का काम भी कराते थे और कभी-कभी तो उसके साथ मारपीट भी की जाती थी। नीलम के अनुसार इससे वह काफी परेशान चल रहा था और चार-पांच दिन पहले ही उसने आत्महत्या की भी बात कही थी। यही नहीं एक दिन वह बीमार थी और वेद प्रकाश ने छुट्टी की दरखास्त दी थी, लेकिन जज साहब ने छुट्टी नहीं दी थी। इन सारी बातों के कारण वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया था।
एसडीजेएम के रीडर ओमप्रकाश रंगा ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब वह अपनी ड्यूटी पर आए तो उन्हें कोर्ट रूम से धुआं निकलता दिखाई दिया। रंगा ने इसकी सूचना तत्काल अन्य लोगों को दी और कोर्ट रूम का दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह अंदर से बंद था। जब लोगों ने एसडीजेएम आरके जैन के कमरे की ओर से जाकर कोर्ट रूम का दरवाजा खोला तो सभी दंग रह गए। कोर्ट रूम में जज की कुर्सी के सामने फर्श पर अदालत का प्यादा वेद प्रकाश बुरी तरह झुलसी हालत में पड़ा था और उसकी मौत हो चुकी थी। आग लगने के कारण कोर्ट रूम की कुर्सियां, कंप्यूटर, मेज आदि भी जल गए थे। अदालत कर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना गन्नौर पुलिस व एसडीजेएम को दी। सूचना मिलते जज आरके जैन के अलावा गन्नौर डीएसपी बनवारी लाल, थाना प्रभारी सुल्तान सिंह पहुंच गए। पुलिस ने मौके से वेद प्रकाश के हाथों हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम लिखा तीन पेज का पत्र भी बरामद कर लिया। इस पत्र में एसडीजेएम पर नाजायज परेशान करने का आरोप लगाते हुए मामले की जांच हाईकोर्ट के किसी जस्टिस कराने की गुहार लगाई है। कोर्ट रूम में आत्मदाह की सूचना मिलते ही सेशन जज वीरेंद्र सिंह, एसएसपी नवदीप सिंह विर्क भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने वेद प्रकाश की पत्नी नीलम की शिकायत पर एसडीजेएम आरके जैन के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मौके पर एफएसएल की टीम ने भी जांच-पड़ताल की और शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवा दिया गया।
पुत्र को मिलेगी नौकरी : जिला सेशन जज वीरेंद्र सिंह ने कहा कि वेद प्रकाश के पुत्र तरुण को कोर्ट में नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि तरुण चाहे तो कल से ही नौकरी पर आ सकता है, उसे सरकार की ओर से नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि वह बीए पास है तो उसे क्लर्क लगाया जाएगा और यदि वह कम पढ़ा-लिखा है प्यादा के पद पर ही तैनाती होगी। इसके अलावा सरकार की ओर उसके परिवार को हरसंभव सहायता भी प्रदान की जाएगी। चार-पांच महीने पहले ही हुआ था तबादला : पुलिस को दी शिकायत में वेदप्रकाश की पत्नी नीलम ने बताया कि चार-पांच महीने पहले ही वेदप्रकाश का तबादला गन्नौर एसडीजेएम की कोर्ट में हुआ था। इससे पहले वह 25 साल से सोनीपत में तैनात था। शिकायत में उसने कहा है कि वेदप्रकाश से एसडीजेएम चौकीदारी के अलावा घर का काम भी कराते थे और कभी-कभी तो उसके साथ मारपीट भी की जाती थी। नीलम के अनुसार इससे वह काफी परेशान चल रहा था और चार-पांच दिन पहले ही उसने आत्महत्या की भी बात कही थी। यही नहीं एक दिन वह बीमार थी और वेद प्रकाश ने छुट्टी की दरखास्त दी थी, लेकिन जज साहब ने छुट्टी नहीं दी थी। इन सारी बातों के कारण वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया था।
Thursday, February 5, 2009
Fija का Chand को अल्टीमेटम
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन उर्फ चांद मोहम्मद की पत्नी फिजा उर्फ अनुराधा बाली ने वीरवार को अपने शौहर को 48 घंटे में वापस न लौटने पर कानूनी कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया है। फिजा ने कहा कि मैं मीडिया के जरिये चांद को 48 घंटे का अल्टीमेटम देती हूं कि वह मेरे बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करें कि मैं उनकी पत्नी हूं कि नहीं। इसके बाद मैं कानूनी कार्रवाई करूंगी। मेरे लिए सभी विकल्प खुले हैं।
Fija ने गुरुवार को अपने वकील रोहित महाजन के साथ पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि वे अभी तक चांद का इंतजार कर रही हैं ताकि आमने-सामने बैठकर सारी गलतफहमियां दूर की जा सके। उन्होंने कहा, चांद के पास ताजमहल घूमने का तो समय है लेकिन उनसे मिलने का नहीं। Fija ने इस दौरान चांद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी तो दी ही, यह यह इशारा भी किया कि वे राजनीतिक तौर पर चांद को कितना नुकसान पहुंचा सकती हैं।
उन्होंने चांद के लिखे कुछ पत्र भी दिखाए। इसमें एक ऐसी स्लिप भी थी जिस पर ‘आई लव यू अनु’ लिखा था। Fija ने दावा किया कि चांद ने यह अपने खून से लिखा है। चंद्रमोहन द्वारा खुद को अभी तक चांद मोहम्मद बताने व Fija की इज्जत करने संबंधी बयान पर फ़िजा ने कहा, उन्हें अभी उम्मीद है लेकिन अब वे आराम से नहीं बैठेंगी।
उन्होंने चांद के लिखे कुछ पत्र भी दिखाए। इसमें एक ऐसी स्लिप भी थी जिस पर ‘आई लव यू अनु’ लिखा था। Fija ने दावा किया कि चांद ने यह अपने खून से लिखा है। चंद्रमोहन द्वारा खुद को अभी तक चांद मोहम्मद बताने व Fija की इज्जत करने संबंधी बयान पर फ़िजा ने कहा, उन्हें अभी उम्मीद है लेकिन अब वे आराम से नहीं बैठेंगी।
किसानों को देंगे एक करोड़ रुपये प्रति एकड़ : चौटाला
पूर्व मुख्यमंत्री तथा इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्राकश चौटाला ने कहा कि भूमि अधिग्रहित करने पर किसानों को एक करोड़ रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जाएगा। किसानों की ओने पोने दामों में भूमि अधिग्रहित कर ने एसईजेड में उद्योगपतियों को घुसने नहीं दिया जाएगा।
गुडगाँव के भोड़ाकलां में एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्री चौटाला ने कहा कि मुंबई पर हमले के बाद भारत सरकार को भी पाक के आतंकवादी अड्डों पर हवाई हमला कर देना चाहिए था। परंतु यूपीए के नेता स्वाभिमान दिखाने की बजाए अमेरिका से गुहार लगाते रहे कि वह मुंबई हमले के दोषियों को हमारे हवाले करवाए।
उन्होंने कांग्रेस को गरीबों तथा किसानों की विरोधी बताते हुए पूंजीपतियों की सरकार बताया तथा कहा कि आजादी के बाद 61 वर्ष में से 54 वर्ष कांग्रेस सत्ता में रही परंतु देश की 115 करोड़ में से 75 करोड जनता को आज भी दो वक्त की रोटी नहीं मिल रही। कांग्रेस एक तरफ किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं देती दूसरी तरफ जनता को गेहूं काफी महंगा बेचती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गेहू का समर्थन मूल्य 1080 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया है जबकि एक अनुमान के अनुसार किसान की लागत ही 1250 रुपये प्रति क्विंटल बैठती है। चुनावी पिटारा खोलते हुए श्री चौटाला ने घोषणा की कि राज्यों में उनकी सरकार आने पर गेहूं का समर्थन मूल्य 1400 रुपये क्विंटल किया जाएगा परंतु प्रदेश की गरीब जनता को खाने के लिए सरकार 700 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं उपलब्ध करवाएगी। वृद्धावस्था पेंश 700 रुपये प्रति माह दी जाएगी। बेरोजगारों को 1000 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। अनुसूचित एवं पिछड़े वर्ग को रोजगार जुटाने के लिए बिना ब्याज के ऋण दिया जाएगा। बिजली, बीज खाद प्रचुर मात्रा में उपलब्ध करवाए जाएंगे।
गुडगाँव के भोड़ाकलां में एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्री चौटाला ने कहा कि मुंबई पर हमले के बाद भारत सरकार को भी पाक के आतंकवादी अड्डों पर हवाई हमला कर देना चाहिए था। परंतु यूपीए के नेता स्वाभिमान दिखाने की बजाए अमेरिका से गुहार लगाते रहे कि वह मुंबई हमले के दोषियों को हमारे हवाले करवाए।
उन्होंने कांग्रेस को गरीबों तथा किसानों की विरोधी बताते हुए पूंजीपतियों की सरकार बताया तथा कहा कि आजादी के बाद 61 वर्ष में से 54 वर्ष कांग्रेस सत्ता में रही परंतु देश की 115 करोड़ में से 75 करोड जनता को आज भी दो वक्त की रोटी नहीं मिल रही। कांग्रेस एक तरफ किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं देती दूसरी तरफ जनता को गेहूं काफी महंगा बेचती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गेहू का समर्थन मूल्य 1080 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया है जबकि एक अनुमान के अनुसार किसान की लागत ही 1250 रुपये प्रति क्विंटल बैठती है। चुनावी पिटारा खोलते हुए श्री चौटाला ने घोषणा की कि राज्यों में उनकी सरकार आने पर गेहूं का समर्थन मूल्य 1400 रुपये क्विंटल किया जाएगा परंतु प्रदेश की गरीब जनता को खाने के लिए सरकार 700 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं उपलब्ध करवाएगी। वृद्धावस्था पेंश 700 रुपये प्रति माह दी जाएगी। बेरोजगारों को 1000 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। अनुसूचित एवं पिछड़े वर्ग को रोजगार जुटाने के लिए बिना ब्याज के ऋण दिया जाएगा। बिजली, बीज खाद प्रचुर मात्रा में उपलब्ध करवाए जाएंगे।
Ranbir Hooda की अस्थियां प्रवाहित
महान स्वतंत्रता सेनानी एवं संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा की अस्थियां उनके पैतृक गांव सांघी के खेतों के अलावा भाखड़ा नांगल बांध और हथिनी कुंड बैराज में प्रवाहित की गई। बुधवार सुबह दिवंगत रणबीर सिंह हुड्डा के तीनों बेटे इंद्रजीत सिंह हुड्डा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा,धर्मेद्र सिंह हुड्डा व उनके पौत्र दीपेंद्र हुड्डा, सुखवेंद्र हुड्डा , हरेंद्र, सुनेंद्र व परिवार के अन्य सदस्य प्रात: संविधान स्थल पहुंचे और सभी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच अस्थियां चुनी। अस्थियां चुनने के बाद समाधि स्थल पर पवित्र जल का छिड़काव किया गया व पुष्प अर्पित किए।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उनके भतीजे सुखेंद्र हुड्डा मोनू अस्थियां लेकर भाखड़ा बांध नांगल के लिए रवाना हुए, जबकि हथनी कुंड बैराज, यमुनानगर में दिवंगत रणबीर सिंह की अस्थियां विसर्जन करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बडे़ भाई इंद्रसिंह हुड्डा व सांसद दीपेंद्र हुड्डा गए।
भाखड़ा बांध, नांगल के प्रति गहरे लगाव को ध्यान में रखते हुए उनकी अस्थियां भाखड़ा बांध व हथनी कुंड बैराज (यमुनानगर) में प्रवाहित की गई है।
इस बीच, मुख्यमंत्री के छोटे भाई धमेंद्र सिंह हुड्डा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अस्थि कलश लेकर गांव सांघी के खेतों व फार्म हाउस पर पहुंचे और विसर्जन किया।
दिवंगत रणबीर सिंह हुड्डा के संयुक्त पंजाब में बिजली एवं सिंचाई मंत्री के पद पर रहते हुए भाखड़ा बांध का निर्माण कार्य पूरा हुआ था।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उनके भतीजे सुखेंद्र हुड्डा मोनू अस्थियां लेकर भाखड़ा बांध नांगल के लिए रवाना हुए, जबकि हथनी कुंड बैराज, यमुनानगर में दिवंगत रणबीर सिंह की अस्थियां विसर्जन करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बडे़ भाई इंद्रसिंह हुड्डा व सांसद दीपेंद्र हुड्डा गए।
भाखड़ा बांध, नांगल के प्रति गहरे लगाव को ध्यान में रखते हुए उनकी अस्थियां भाखड़ा बांध व हथनी कुंड बैराज (यमुनानगर) में प्रवाहित की गई है।
इस बीच, मुख्यमंत्री के छोटे भाई धमेंद्र सिंह हुड्डा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अस्थि कलश लेकर गांव सांघी के खेतों व फार्म हाउस पर पहुंचे और विसर्जन किया।
दिवंगत रणबीर सिंह हुड्डा के संयुक्त पंजाब में बिजली एवं सिंचाई मंत्री के पद पर रहते हुए भाखड़ा बांध का निर्माण कार्य पूरा हुआ था।
Forensic Course को Medical Council की मान्यता
फोरेसिक मेडिसन में एमडी करने वालों के लिए खुशखबरी है। 20 सालों से मंजूरी की इंतजार में अटके इस कोर्स को अब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने मान्यता दे दी है। यह कोर्स करने वाले डॉक्टर अब देश-विदेश में भी जॉब कर सकेंगे।
पिछले 20 वर्षो में पीजीआई रोहतक से फोरेसिक मेडिसन में एमडी की पढ़ाई कर चुके डॉक्टरों को भी इससे लाभ होगा। अब तक यह कोर्स करने वाले डॉक्टर केवल प्रदेश में ही जॉब करने को बाध्य थे, क्योंकि इनकी डिग्री हरियाणा से बाहर मान्यता नहीं रखती थी। इस कारण अनगिनत डॉक्टर आगे बढ़ने से वंचित थे।
20 सालों से अटका था मामला
एमडी इन फोरेसिक मेडिसन को रिकोग्नाइज्ड करवाने का मामला पिछले 20 सालों से पेंडिंग था। इस कोर्स को मान्यता के लिए प्रदेश के एक मात्र चिकित्सा संस्थान पीजीआईएमएस रोहतक ने उच्चाधिकारियों के पास भेजा था। जिसे अब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) द्वारा मंजूरी दे दी गई है। पीजीआई कुलपति डॉ. एसएस सांगवान ने बताया कि फोरेसिक मेडिसन में एमडी कोर्स को एमसीआई से मान्यता मिल गई है।
पिछले 20 वर्षो में पीजीआई रोहतक से फोरेसिक मेडिसन में एमडी की पढ़ाई कर चुके डॉक्टरों को भी इससे लाभ होगा। अब तक यह कोर्स करने वाले डॉक्टर केवल प्रदेश में ही जॉब करने को बाध्य थे, क्योंकि इनकी डिग्री हरियाणा से बाहर मान्यता नहीं रखती थी। इस कारण अनगिनत डॉक्टर आगे बढ़ने से वंचित थे।
20 सालों से अटका था मामला
एमडी इन फोरेसिक मेडिसन को रिकोग्नाइज्ड करवाने का मामला पिछले 20 सालों से पेंडिंग था। इस कोर्स को मान्यता के लिए प्रदेश के एक मात्र चिकित्सा संस्थान पीजीआईएमएस रोहतक ने उच्चाधिकारियों के पास भेजा था। जिसे अब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) द्वारा मंजूरी दे दी गई है। पीजीआई कुलपति डॉ. एसएस सांगवान ने बताया कि फोरेसिक मेडिसन में एमडी कोर्स को एमसीआई से मान्यता मिल गई है।
High Court में पेश हुए शिक्षा सचिव
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के नोटिस पर मंगलवार को हरियाणा के शिक्षा सचिव हाईकोर्ट में पेश हुए। शिक्षा सचिव ने हाईकोर्ट को बताया कि सुप्रीमकोर्ट के रेगुलेशन के अनुसार हरियाणा सरकार ने जेबीटी संस्थानों पर नजर रखने के लिए एक कमेटी 2002 में बनाई गई थी, लेकिन उसे नोटिफाई नही किया। हाईकोर्ट ने सरकार को दो सप्ताह के अंदर कमेटी को नोटिफाई कर कोर्ट मे रिपोर्ट देने को कहा है। कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई 25 फरवरी को तय की। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में हरियाणा में जेबीटी के नाम पर निजी जेबीटी संस्थानो में छात्रों से तय फीस से ज्यादा वसूली करने के खिलाफ एक याचिका दायर की हुई है। याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में हरियाणा में जेबीटी कराने वाले संस्थानों पर छात्रों से मोटी फीस लेने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में निजी जेबीटी संस्थानों पर सरकार का कोई नियंत्रण नही है। इस मामले में याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट को बताया कि नियम के अनुसार निजी जेबीटी संस्थान एक साल में 4800 रुपये व दो साल की कुल 9600 रुपये फीस एक छात्र से ले सकता है जबकि प्रदेश में जेबीटी संस्थान एक साल के 35 हजार से 50 हजार रुपये तक व दो साल के लिए 70 हजार से एक लाख रुपये तक वसूल रहे हैं।
India needs to raise crop yield 40% by 2025
India needs to produce about 320 million tonnes of food grains by 2025 to meet the demand for food, which is growing rapidly due to increasing population
India will need to ramp up its foodgrain production by almost 40 per cent to meet the demand of burgeoning population by 2025, Food and Agriculture Minister Sharad Pawar said here on Wednesday.Speaking at a global conference on conservation in agriculture, Pawar said that the demand for food would increase voraciously with rising population, reports IANS."The demand for food is growing rapidly due to increasing population and rising income levels and we need to produce about 320 million tonnes of food grains by 2025," he said.India has made a record production of 230.67 million tonnes of foodgrains in 2007-08 for the current population of 1.1 billion. This will rise to 1.3 billion in 2025."It implies more pressure on our existing land, soil and water resources which are already in short supply and degraded, a situation being faced by many developing countries today," he said.The Minister noted that India needed to put more areas under irrigation, use water efficiently and increase efficiency of input. This year, Pawar said that India could go past last year's record production.Agriculture Commissioner NB Singh, who was also present on the occasion, said oilseeds could see a record bumper crop, as acreage had increased by 1.5 million hectares in both kharif and rabi seasons."Crops are looking good. As of now, there is no concern. But the next two weeks are crucial," he said, dismissing anxiety of the effect of rise of temperature on crops
India will need to ramp up its foodgrain production by almost 40 per cent to meet the demand of burgeoning population by 2025, Food and Agriculture Minister Sharad Pawar said here on Wednesday.Speaking at a global conference on conservation in agriculture, Pawar said that the demand for food would increase voraciously with rising population, reports IANS."The demand for food is growing rapidly due to increasing population and rising income levels and we need to produce about 320 million tonnes of food grains by 2025," he said.India has made a record production of 230.67 million tonnes of foodgrains in 2007-08 for the current population of 1.1 billion. This will rise to 1.3 billion in 2025."It implies more pressure on our existing land, soil and water resources which are already in short supply and degraded, a situation being faced by many developing countries today," he said.The Minister noted that India needed to put more areas under irrigation, use water efficiently and increase efficiency of input. This year, Pawar said that India could go past last year's record production.Agriculture Commissioner NB Singh, who was also present on the occasion, said oilseeds could see a record bumper crop, as acreage had increased by 1.5 million hectares in both kharif and rabi seasons."Crops are looking good. As of now, there is no concern. But the next two weeks are crucial," he said, dismissing anxiety of the effect of rise of temperature on crops
Craft व बाल केंद्रों की ग्रांट बंद
नारी सशक्तिकरण वर्ष खत्म होते ही प्रदेश सरकार ने ग्रामीण इलाकों में चल रहे महिला Craft Center व Child Center की अनुदान राशि बंद कर दी है। राज्य के 33 बाल केंद्रों और 29 महिला क्राफ्ट सेंटरों को एक साल से अनुदान का एक रुपया भी हासिल नहीं हुआ है। अनुदान नहीं मिलने के बावजूद हालांकि कोई सेंटर बंद नहीं हुआ, लेकिन सुविधाओं के नाम पर इनमें मात्र खानापूर्ति की जा रही है। महिला एवं बाल कल्याण विभाग के तहत प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 29 क्राफ्ट सेंटर और 33 क्रैच काम कर रहे हैं। इनकी देखभाल के लिए अलग से भारतीय ग्रामीण महिला संघ बनाया गया है। ग्रामीण महिला संघ को केंद्र व राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त है। क्राफ्ट सेंटर पर महिलाओं को हस्त शिल्पकला का प्रशिक्षण दिया जाता है, जबकि ग्रामीण क्रैच में पांच साल तक के बच्चों को रखे जाने का प्रावधान है। इन सेंटर को राज्य सरकार ने अनुदान राशि देना बंद कर दिया है। महिला क्राफ्ट सेंटरों को एक साल से तथा बाल केंद्रों को दो साल से अनुदान राशि नहीं मिल रही है। अनुदान बंद होने के कारण देहात में संचालित यह केंद्र औपचारिकता बनकर रह गए हैं। सरकार की अनदेखी का असर यह हुआ कि इस बार क्राफ्ट व बाल केंद्रों के संचालन के लिए मात्र 37 लाख रुपये का बजट तैयार किया गया है। भारतीय ग्रामीण महिला संघ की आयोजन सचिव प्रतिमा के अनुसार बजट की कमी के चलते क्राफ्ट सेंटरों व बाल केंद्रों के संचालन में कोई कमी नहीं आने दी जा रही है। उन्होंने स्वीकार किया कि इन दोनों केंद्रों के प्रति राज्य सरकार का रवैया उदासीन है। फतेहाबाद व सिरसा में दो परिवार परामर्श केंद्रों के बेहतर संचालन का दावा करते हुए प्रतिमा ने बताया कि एक अप्रैल से पंचकूला के रामगढ़ में फ्लोरी-कल्चर व वर्मी कंपोस्ट बनाने की नर्सरी आरंभ की जाएगी। फतेहाबाद में कंप्यूटर सेंटर और करनाल में ब्यूटीशियन ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की योजना है।
Wednesday, February 4, 2009
NHRC to probe sexual abuse of Haryana school girl
The National Human Rights Commission has ordered an enquiry and recommended compensation to the sexually abused school girl in Haryana. The National Human Rights Commission (NHRC) has decided to take up the case of a class eight student in Haryana, who was allegedly sexually abused by her headmaster in the school two years ago.The Commission has ordered an enquiry into the complaint by Sube Singh, the victim's grandfather, who has alleged that no action was taken against the culprit as the FIR in the case was not registered under the appropriate sections of the law.The complain also said that the police lodged an FIR on February 14, 2007 against the headmaster of the school, Samay Singh, three days after the incident, reports IANS."Taking this into consideration, the Commission has directed the NHRC Director General of Investigations to conduct an on the spot enquiry and submit the report within two weeks," an NHRC official said.The commission also recommended a sum of Rs 100,000 to be paid as interim compensation to the victim. It also asked the Haryana Chief Secretary to submit a compliance report and proof of payment of the same.
स्टाफ की कमी के खिलाफ छात्रों की गांधीगिरी
Fatehabad के ढाणी लाम्बा के सरकारी स्कूल में अध्यापकों की कमी के चलते स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे सभी 135 बच्चे सामूहिक अवकाश पर चले गए। साथ में उन्होंने यह घोषणा की कि यदि शीघ्र ही अध्यापकों की कमी को पूरा नहीं किया गया तो स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चे स्कूल छोड़कर घर बैठ जाएंगे। अभिभावकों ने भी छात्रों की मांग का समर्थन करते हुए उन्हें पूर्ण सहयोग देने का ऐलान कर दिया है। ज्ञात रहे गांव ढाणी लाम्बा के स्कूल में क्फ्भ् छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है। शिक्षा विभाग द्वारा यहां दो शिक्षकों नियुक्त किए हुए है। इसके बावजूद दो में से एक शिक्षक को डेपुटेशन पर गांव नथवाला के स्कूल में भेज दिया गया। विभाग की इस कार्रवाई से सभी बच्चों को पढ़ाने व स्कूल के अन्य काम निपटाने का पूरा जिम्मा एक ही शिक्षक के कंधों पर है।
अभी तक पूरा नहीं हुआ सिलेबस
शिक्षा बोर्ड द्वारा भले ही प्रदेश में वार्षिक परीक्षाओं की घोषणा कर दी गई हो तथा कुछ कक्षाओं की परीक्षाएं तो अगले सप्ताह शुरू भी होने वाली है। ऐसे में जब बच्चों को अभी तक पूरा सिलेबस पढ़ाया ही नहीं गया है, तो वे वार्षिक परीक्षा में क्या लिखेंगे। इस बारे में गांव के सरपंच नवनीत राय ने कहा कि इस बारे में गांव की पंचायत कई बार अधिकारियों को अवगत करवा चुकी है। परंतु अधिकारियों ने पंचायत की बात की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी ओपी रावल ने कहा कि डेपुटेशन पर गए शिक्षक को शीघ्र ही उसके मूल स्थान पर भेज दिया जाएगा। इसके अलावा आवश्यकता के अनुसार नए शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी।
अभी तक पूरा नहीं हुआ सिलेबस
शिक्षा बोर्ड द्वारा भले ही प्रदेश में वार्षिक परीक्षाओं की घोषणा कर दी गई हो तथा कुछ कक्षाओं की परीक्षाएं तो अगले सप्ताह शुरू भी होने वाली है। ऐसे में जब बच्चों को अभी तक पूरा सिलेबस पढ़ाया ही नहीं गया है, तो वे वार्षिक परीक्षा में क्या लिखेंगे। इस बारे में गांव के सरपंच नवनीत राय ने कहा कि इस बारे में गांव की पंचायत कई बार अधिकारियों को अवगत करवा चुकी है। परंतु अधिकारियों ने पंचायत की बात की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी ओपी रावल ने कहा कि डेपुटेशन पर गए शिक्षक को शीघ्र ही उसके मूल स्थान पर भेज दिया जाएगा। इसके अलावा आवश्यकता के अनुसार नए शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी।
दीये ने बुझाए परिवार के चार चिराग
दीये से भड़की आग ने पूरी झोपड़ी को राख कर दिया। आग की चपेट में आकर चार बच्चों की मौत हो गई। तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं, उन्हें पीजीआई रोहतक रिफर किया गया है। हादसा हरियाणा के Bhiwani जिले में सोमवार की रात हुआ।
भिवानी के हनुमान गेट क्षेत्र निवासी शिव कुमार गत 22 दिसंबर को गांव बापोड़ा स्थित ईट-भट्ठें पर पूरे परिवार सहित मजदूरी करने के लिए गया। सोमवार रात पूरा परिवार भट्ठें पर बनी झोपड़ी में सो गया। करीब 12 बजे संदिग्ध हालत में झोपड़ी में आग लग गई। आग की लपटों ने पूरे परिवार को अपने आगोश में ले लिया। आसपास के लोग आग बुझाने दौड़ पड़े।
भट्ठें पर ही मजदूरी करने वाले शिवकुमार के छोटे भाई दलबीर ने बच्चों और उनके माता-पिता को गंभीर हालत में निकाला। छह माह की मासूम नेहा, डेढ़ वर्षीय मुकुल, तीन वर्षीय नैना की मौके पर ही मौत हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद सात वर्षीय मुस्कान, आठ वर्षीय कोमल उनके पिता शिव कुमार व मां अबीता को रोहतक पीजीआई रिफर किया गया। पीजीआई पहुंचने पर मुस्कान ने दम तोड़ दिया। 95 प्रतिशत झुलसी अबीता की हालत नाजुक बनी हुई है। बच्चों के दादा सतवीर ने आग लगने का कारण झोपड़ी में रखा दीपक बताया है। उसके मुताबिक दीपक जला छोड़कर सभी सो गए थे।
भिवानी के हनुमान गेट क्षेत्र निवासी शिव कुमार गत 22 दिसंबर को गांव बापोड़ा स्थित ईट-भट्ठें पर पूरे परिवार सहित मजदूरी करने के लिए गया। सोमवार रात पूरा परिवार भट्ठें पर बनी झोपड़ी में सो गया। करीब 12 बजे संदिग्ध हालत में झोपड़ी में आग लग गई। आग की लपटों ने पूरे परिवार को अपने आगोश में ले लिया। आसपास के लोग आग बुझाने दौड़ पड़े।
भट्ठें पर ही मजदूरी करने वाले शिवकुमार के छोटे भाई दलबीर ने बच्चों और उनके माता-पिता को गंभीर हालत में निकाला। छह माह की मासूम नेहा, डेढ़ वर्षीय मुकुल, तीन वर्षीय नैना की मौके पर ही मौत हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद सात वर्षीय मुस्कान, आठ वर्षीय कोमल उनके पिता शिव कुमार व मां अबीता को रोहतक पीजीआई रिफर किया गया। पीजीआई पहुंचने पर मुस्कान ने दम तोड़ दिया। 95 प्रतिशत झुलसी अबीता की हालत नाजुक बनी हुई है। बच्चों के दादा सतवीर ने आग लगने का कारण झोपड़ी में रखा दीपक बताया है। उसके मुताबिक दीपक जला छोड़कर सभी सो गए थे।
घायल महिला ने दम तोड़ा
पीजीआई में भरती घायल महिला ने मंगलवार देर रात दम तोड़ दिया। इस तरह हादसे में मरने वालों की संख्या पाँच हो गई है।
Tuesday, February 3, 2009
Kundu Khap के प्रधान को गोली से उड़ाया
राष्ट्रीय कुंडू खाप के प्रधान चौधरी नाहर सिंह की मंगलवार शाम को गोलियों से भून डाला गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई भेज मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
चौधरी नाहर सिंह कुंडू बाइक पर सवार हो अनाज मंडी स्थित आढ़त की दुकान पर अपने भाई देवव्रत के पास जा रहे थे। चारा मंडी गेट से कुछ कदम आगे अचानक उस पर दनादन फायर किये गये। नाहर सिंह को अपने बचाव कुछ भी करने का मौका तक नहीं मिला। हमलावरों की गोलियां उनके सीने, मुंह एवं हाथ पर लगीं और वह मोटरसाइकिल के साथ बीच सड़क निढाल हो गये। नाहर सिंह की जान लेने के बाद हत्यारे सुनारियां चौक की ओर फरार हो गये। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी थी और बाद में एक बाइक पर दो युवकों को सुनारियां चौक की ओर भागते भी देखा। पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी मिली तो एसएसपी आलोक मित्ताल समेत भारी पुलिस अमला घटनास्थल पर पहुंचा। इस बीच चौधरी नाहर के भाई देवव्रत एवं कई करीबी लोग वहां पहुंच चुके थे। एसएसपी आलोक मित्ताल ने हालात का बारीकी से जायजा लिया। पुलिस ने वहां से पिस्टल के तीन कारतूस एवं गोलियों के खोल भी बरामद किये। एसएसपी ने चौधरी नाहर सिंह के भाई देवव्रत एवं अन्य से विस्तार से बातचीत की। इसमें मालूम हुआ कि उन लोगों की नजदीकी गांव सुंदरपुर में कुछ लोगों से रंजिश चल रही है, जिसके चलते उसके दूसरे भाई योगेंद्र पर पिछली गर्मियों में गोलियां भी चलाई गई थीं। योगेंद्र पुलिस में है और फिलहाल करनाल में तैनात है। इस संदर्भ में समझौते के लिए भी हमलावरों की तरफ से नाहर सिंह पर लगातार दबाव डाला जा रहा था। वहीं एसएसपी आलोक मित्तल ने कहा कि हत्यारे चाहे जो भी हों, पुलिस उनको जल्द से जल्द काबू कर लेगी।
चौधरी नाहर सिंह कुंडू बाइक पर सवार हो अनाज मंडी स्थित आढ़त की दुकान पर अपने भाई देवव्रत के पास जा रहे थे। चारा मंडी गेट से कुछ कदम आगे अचानक उस पर दनादन फायर किये गये। नाहर सिंह को अपने बचाव कुछ भी करने का मौका तक नहीं मिला। हमलावरों की गोलियां उनके सीने, मुंह एवं हाथ पर लगीं और वह मोटरसाइकिल के साथ बीच सड़क निढाल हो गये। नाहर सिंह की जान लेने के बाद हत्यारे सुनारियां चौक की ओर फरार हो गये। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी थी और बाद में एक बाइक पर दो युवकों को सुनारियां चौक की ओर भागते भी देखा। पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी मिली तो एसएसपी आलोक मित्ताल समेत भारी पुलिस अमला घटनास्थल पर पहुंचा। इस बीच चौधरी नाहर के भाई देवव्रत एवं कई करीबी लोग वहां पहुंच चुके थे। एसएसपी आलोक मित्ताल ने हालात का बारीकी से जायजा लिया। पुलिस ने वहां से पिस्टल के तीन कारतूस एवं गोलियों के खोल भी बरामद किये। एसएसपी ने चौधरी नाहर सिंह के भाई देवव्रत एवं अन्य से विस्तार से बातचीत की। इसमें मालूम हुआ कि उन लोगों की नजदीकी गांव सुंदरपुर में कुछ लोगों से रंजिश चल रही है, जिसके चलते उसके दूसरे भाई योगेंद्र पर पिछली गर्मियों में गोलियां भी चलाई गई थीं। योगेंद्र पुलिस में है और फिलहाल करनाल में तैनात है। इस संदर्भ में समझौते के लिए भी हमलावरों की तरफ से नाहर सिंह पर लगातार दबाव डाला जा रहा था। वहीं एसएसपी आलोक मित्तल ने कहा कि हत्यारे चाहे जो भी हों, पुलिस उनको जल्द से जल्द काबू कर लेगी।
ताउम्र खलेगी पिता की कमी : हुड्डा
शोक में डूबे मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सिर से पिता का साया उठ जाने से वह असहाय महसूस कर रहे हैं। पिता जी की कमी जीवन पर्यत खलती रहेगी, क्योंकि पिता जी ने उन्हें विशेष स्नेह, अथाह प्रेम, आशीर्वाद और दुलार दिया। जिसने हमेशा प्रेरित किया है। मुख्यमंत्री बोले, आज वह इन सब चीजों से वंचित हो गए हैं। हुड्डा ने कहा कि जो व्यक्ति मां-बाप की सेवा करता है उसके समान भाग्यशाली कोई भी नहीं होता। भगवान की ऐसी अनुकम्पा भाग्यवान लोगों पर ही होती है। हुड्डा ने देश के इस सपूत को श्रद्धासुमन अर्पित करने आए विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह जनसमूह इसका परिचायक है कि रणबीर सिंह ईमानदारी, सच्चाई और नेक-नीयत के धनी थे।
हृदय पटल में बसे रहेंगे दादाजी : दीपेंद्र हुड्डा : युवा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि रणबीर सिंह के निधन से संविधान सभा के सदस्य के रूप में आखिरी कड़ी समाप्त हो गई और इसके साथ ही अंत हो गया एक युग का। उन्होंने कहा कि वह अपने दादा चौ. रणबीर सिंह की गोद में खेले, पढ़े-लिखे और बडे़ हुए। उनके आशीर्वाद से ही जनसेवा के लिए राजनीति में आए। उनकी स्मृति हृदय पटल पर हमेशा बसी रहकर सदैव मार्गदर्शन करती रहेगी। दीपेंद्र ने कहा कि दादा जी के आदर्शो और सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए वे जन सेवा के कार्य और अधिक निष्ठा, लगन और मेहनत से करेंगे।
11 फरवरी को होगी रस्म पगड़ी : स्वतंत्रता सेनानी रणबीर सिंह हुड्डा की रस्म पगड़ी 11 फरवरी को दोपहर एक से दो बजे के बीच स्थानीय जाट कालेज के प्रांगण में होगी। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पाक पर हमला ही समाधान : गिरिराज किशोर
विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष आचार्य गिरिराज किशोर का मानना है कि आतंकवाद रूपी समस्या का एकमात्र समाधान पाकिस्तान पर हमला है। केंद्र सरकार को इसमें देरी नहीं करनी चाहिए, जितनी देरी होगी उतनी ही स्थिति गंभीर होगी क्योंकि बिना हमला के पाकिस्तान से ये आतंकवादी गतिविधियां बंद नहीं होंगी।
यह बात आचार्य गिरिराज किशोर ने Gurgaon में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मामले में केंद्र सरकार के प्रयास प्रभावहीन हैं। ऐसे प्रयासों से आतंकवाद खत्म नहीं होगा। आज देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमले हो रहे हैं। यह हमले देश की एकता व अखंडता ही नहीं बल्कि आर्थिक ढांचे को भी कमजोर करने के लिए किए जा रहे हैं। विहिप नेता ने देश में आतंकवाद के बढ़ते प्रभाव के लिए वोट की राजनीति को विशेष दोषी माना। जब तक वोट की राजनीति होती रहेगी तब तक आतंकवाद को बढ़ावा मिलता रहेगा। कल तो जो लोग मुस्लिम आतंकवादी पकड़े जाने पर यह कहते थे कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता वही लोग आज हिन्दू आतंकवाद की बात करते हैं। हिन्दू आतंकवादी नहीं हो सकता। मालेगांव मामले में प्रज्ञा भारती व कर्नल को फंसाया गया है ताकि जो आरोप आज तक मुस्लिम पर लगते रहते हैं वही आरोप हिन्दू पर भी लगे। यह देश को तोड़ने की साजिश है। सेना को बदनाम करने की साजिश है। यह सब वोट की राजनीति के लिए हो रहा है।
कर्नाटक में श्रीराम सेना द्वारा पब में किए गए उत्पात पर विहिप नेता आचार्य गिरिराज किशोर ने कहा कि वे पब कल्चर के विरोधी हैं। यह सभ्यता व संस्कृति के विरुद्ध है। हां इसके खिलाफ श्रीराम सेना ने जो हरकत की है वह निंदनीय है। श्रीराम सेना से आरएसएस का संबंध होने की बात को दरकिनार करते हुए उन्होंने कहा कि दस साल पहले इस सेना के मुखिया का संबंध बजरंग दल से था। बाद में उसने अलग होकर अपना संगठन बना लिया। अब इस व्यक्ति से बजरंग दल या आरएसएस से जुड़े किसी संगठन से संबंध नहीं है।
यह बात आचार्य गिरिराज किशोर ने Gurgaon में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मामले में केंद्र सरकार के प्रयास प्रभावहीन हैं। ऐसे प्रयासों से आतंकवाद खत्म नहीं होगा। आज देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमले हो रहे हैं। यह हमले देश की एकता व अखंडता ही नहीं बल्कि आर्थिक ढांचे को भी कमजोर करने के लिए किए जा रहे हैं। विहिप नेता ने देश में आतंकवाद के बढ़ते प्रभाव के लिए वोट की राजनीति को विशेष दोषी माना। जब तक वोट की राजनीति होती रहेगी तब तक आतंकवाद को बढ़ावा मिलता रहेगा। कल तो जो लोग मुस्लिम आतंकवादी पकड़े जाने पर यह कहते थे कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता वही लोग आज हिन्दू आतंकवाद की बात करते हैं। हिन्दू आतंकवादी नहीं हो सकता। मालेगांव मामले में प्रज्ञा भारती व कर्नल को फंसाया गया है ताकि जो आरोप आज तक मुस्लिम पर लगते रहते हैं वही आरोप हिन्दू पर भी लगे। यह देश को तोड़ने की साजिश है। सेना को बदनाम करने की साजिश है। यह सब वोट की राजनीति के लिए हो रहा है।
कर्नाटक में श्रीराम सेना द्वारा पब में किए गए उत्पात पर विहिप नेता आचार्य गिरिराज किशोर ने कहा कि वे पब कल्चर के विरोधी हैं। यह सभ्यता व संस्कृति के विरुद्ध है। हां इसके खिलाफ श्रीराम सेना ने जो हरकत की है वह निंदनीय है। श्रीराम सेना से आरएसएस का संबंध होने की बात को दरकिनार करते हुए उन्होंने कहा कि दस साल पहले इस सेना के मुखिया का संबंध बजरंग दल से था। बाद में उसने अलग होकर अपना संगठन बना लिया। अब इस व्यक्ति से बजरंग दल या आरएसएस से जुड़े किसी संगठन से संबंध नहीं है।
Monday, February 2, 2009
अलविदा Ranbir Hooda
राजकीय सम्मान के साथ Ranbir Hooda की अंत्येष्टि
संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य रणबीर सिंह हुड्डा की सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई। उनकी अंतिम यात्रा में लोगों का हजूम उमड़ पड़ा। कई केंद्रीय मंत्री, थल सेना अध्यक्ष समेत अनेक नेताओं ने स्वतंत्रता सेनानी को अंतिम विदाई दी।
रोहतक के डी-पार्क स्थित आवास पर सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पिता रणबीर हुड्डा का पार्थिव शरीर आम लोगों के दर्शन के लिए रखा गया। हजारों लोगों ने अपने प्रिय नेता को श्रद्धासुमन अर्पित किए। दोपहर दो बजे उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई। उनका पार्थिव शरीर खुले वाहन में रखा गया। करीब साढ़े तीन बजे अंतिम यात्रा अंत्येष्टि स्थल पहुंची। अंतिम दर्शन के लिए रास्ते में लोग कतारबद्ध खड़े हुए थे।
दिवंगत नेता के पुत्र इंद्र सिंह हुड्डा ने मुखाग्नि दी। छुड़ानी धाम के महंत दयासागर ने वैदिक रीति-रिवाज के साथ अंत्येष्टि करवाई। पुलिस टुकड़ी ने सलामी दी और जवानों ने हवाई फायर किए। मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, उनके भाई धर्मेंद्र हुड्डा, बेटे सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ दु:ख की घड़ी में प्रदेश भर से आए हजारों लोग उनके साथ थे।
अंतिम संस्कार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, विदेश राज्य मंत्री आनंद शर्मा, थल सेना अध्यक्ष दीपक कपूर, राज्यपाल डा. एआर किदवई, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला, हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्रनेई समेत प्रदेश कई मंत्री मौजूद थे।
संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य रणबीर सिंह हुड्डा की सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई। उनकी अंतिम यात्रा में लोगों का हजूम उमड़ पड़ा। कई केंद्रीय मंत्री, थल सेना अध्यक्ष समेत अनेक नेताओं ने स्वतंत्रता सेनानी को अंतिम विदाई दी।
रोहतक के डी-पार्क स्थित आवास पर सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पिता रणबीर हुड्डा का पार्थिव शरीर आम लोगों के दर्शन के लिए रखा गया। हजारों लोगों ने अपने प्रिय नेता को श्रद्धासुमन अर्पित किए। दोपहर दो बजे उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई। उनका पार्थिव शरीर खुले वाहन में रखा गया। करीब साढ़े तीन बजे अंतिम यात्रा अंत्येष्टि स्थल पहुंची। अंतिम दर्शन के लिए रास्ते में लोग कतारबद्ध खड़े हुए थे।
दिवंगत नेता के पुत्र इंद्र सिंह हुड्डा ने मुखाग्नि दी। छुड़ानी धाम के महंत दयासागर ने वैदिक रीति-रिवाज के साथ अंत्येष्टि करवाई। पुलिस टुकड़ी ने सलामी दी और जवानों ने हवाई फायर किए। मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, उनके भाई धर्मेंद्र हुड्डा, बेटे सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ दु:ख की घड़ी में प्रदेश भर से आए हजारों लोग उनके साथ थे।
अंतिम संस्कार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, विदेश राज्य मंत्री आनंद शर्मा, थल सेना अध्यक्ष दीपक कपूर, राज्यपाल डा. एआर किदवई, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला, हजकां प्रमुख कुलदीप बिश्रनेई समेत प्रदेश कई मंत्री मौजूद थे।
Fija बदल रही है रंग
चांद-फिजा के रिश्ते अब पूरी तरह झुलस गए हैं। अनुराधा बाली उर्फ फिजा ने सोमवार को तो चेतावनी तक दे डाली। कहा कि हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन उर्फ चांद मुहम्मद ने अभी तक उनका प्यार वाला रूप देखा है। अब वह दूसरा रूप देखेंगे।
मोहाली स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता बुलाकर फिजा ने कहा कि दोनों ने सोच-समझकर शादी की थी। यह सब अचानक नहीं हुआ। चांद उनके मोबाइल पर वर्षो से एमएमएस भेजकर शादी करने के लिए कह रहे थे। फिजा ने वर्ष 2006 से दिसंबर 2008 तक के एसएमएस भी पत्रकारों को दिखाए और पढ़कर सुनाए। फिजा के अनुसार अपने एक मैसेज में चांद ने लिखा था-'मेरे परिवार वालों ने मेरे खून में शीशा मिला दिया है, इसलिए तुम मेरी मदद करो।' उन्होंने कहा कि यदि चंद्रमोहन ने सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन किया था तो यह गलत है। क्योंकि उन्होंने ऐसा करके मुस्लिम धर्म का अपमान किया है।
फिजा ने कहा कि वह सच्चे मन से मुस्लिम बनी हैं। अंतिम सांस तक सच्चे मुसलमान की तरह रहेंगी। उन्होंने कहा कि कुलदीप बिश्नोई खुद अपनी बात पर अडिग नहीं हैं। वह कहा करते थे कि बिश्नोई जिसे डिसआनर कर देते हैं उसे दोबारा नहीं अपनाते। लेकिन अब चांद उन्हीं के घर मिले और पुन: परिवार संग प्यार की बातें करने लगे हैं। अब कुलदीप बिश्नोई के दावे कहां गए?
एक सवाल के जवाब में फिजा ने कहा कि अभी तक तो यही स्पष्ट नहीं है कि वह चंद्रमोहन है या चांद मुहम्मद। अत: जब तक उनकी स्थिति स्पष्ट नहीं होती वह कुछ नहीं कह सकती। उन्होंने कहा कि उनके सभी विकल्प खुले हैं और वह अपनी लड़ाई, मीडिया व कानून के माध्यम से समाज को साथ लेकर लड़ेंगी। फिजा ने यह भी बताया कि उसे चांद के परिचितों के जरिए धमकियां मिल रही हैं। जिसमें उसे दो माह में समाप्त करने की बात कही जा रही है।
चांद से समझौता न होने की सूरत में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने या विरोध में प्रचार करने के सवाल पर फिजा ने कहा कि जब वह मिलकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करते, तब तक कुछ नहीं कह सकती। लेकिन कई राजनीतिक पार्टियां उनसे संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह आज भी चांद को उतना ही प्यार करती हैं जितना पहले करती थीं।
सीमा के साथ रह सकती हूं, बशर्ते..
चांद-फिजा की स्टोरी में अब एक सवाल यह भी उठकर आ रहा है कि हो सकता है चंद्रमोहन अपनी दोनों पत्िनयों के साथ रहें। ऐसे ही एक सवाल पर फिजा ने कहा कि वैसे तो ऐसा होगा नहीं और अगर बात आई तो वह सीमा के साथ रहेंगी नहीं। हां अगर सीमा धर्म परिवर्तन कर लेती हैं, तो यह संभव है। इस दौरान एक सवाल के जवाब में फिजा ने कहा कि यदि उनकी प्रेम कहानी पर कोई फिल्म बनाना चाहता है तो वह उनसे सीधे आकर मिल सकता है।
मोहाली स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता बुलाकर फिजा ने कहा कि दोनों ने सोच-समझकर शादी की थी। यह सब अचानक नहीं हुआ। चांद उनके मोबाइल पर वर्षो से एमएमएस भेजकर शादी करने के लिए कह रहे थे। फिजा ने वर्ष 2006 से दिसंबर 2008 तक के एसएमएस भी पत्रकारों को दिखाए और पढ़कर सुनाए। फिजा के अनुसार अपने एक मैसेज में चांद ने लिखा था-'मेरे परिवार वालों ने मेरे खून में शीशा मिला दिया है, इसलिए तुम मेरी मदद करो।' उन्होंने कहा कि यदि चंद्रमोहन ने सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन किया था तो यह गलत है। क्योंकि उन्होंने ऐसा करके मुस्लिम धर्म का अपमान किया है।
फिजा ने कहा कि वह सच्चे मन से मुस्लिम बनी हैं। अंतिम सांस तक सच्चे मुसलमान की तरह रहेंगी। उन्होंने कहा कि कुलदीप बिश्नोई खुद अपनी बात पर अडिग नहीं हैं। वह कहा करते थे कि बिश्नोई जिसे डिसआनर कर देते हैं उसे दोबारा नहीं अपनाते। लेकिन अब चांद उन्हीं के घर मिले और पुन: परिवार संग प्यार की बातें करने लगे हैं। अब कुलदीप बिश्नोई के दावे कहां गए?
एक सवाल के जवाब में फिजा ने कहा कि अभी तक तो यही स्पष्ट नहीं है कि वह चंद्रमोहन है या चांद मुहम्मद। अत: जब तक उनकी स्थिति स्पष्ट नहीं होती वह कुछ नहीं कह सकती। उन्होंने कहा कि उनके सभी विकल्प खुले हैं और वह अपनी लड़ाई, मीडिया व कानून के माध्यम से समाज को साथ लेकर लड़ेंगी। फिजा ने यह भी बताया कि उसे चांद के परिचितों के जरिए धमकियां मिल रही हैं। जिसमें उसे दो माह में समाप्त करने की बात कही जा रही है।
चांद से समझौता न होने की सूरत में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने या विरोध में प्रचार करने के सवाल पर फिजा ने कहा कि जब वह मिलकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करते, तब तक कुछ नहीं कह सकती। लेकिन कई राजनीतिक पार्टियां उनसे संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह आज भी चांद को उतना ही प्यार करती हैं जितना पहले करती थीं।
सीमा के साथ रह सकती हूं, बशर्ते..
चांद-फिजा की स्टोरी में अब एक सवाल यह भी उठकर आ रहा है कि हो सकता है चंद्रमोहन अपनी दोनों पत्िनयों के साथ रहें। ऐसे ही एक सवाल पर फिजा ने कहा कि वैसे तो ऐसा होगा नहीं और अगर बात आई तो वह सीमा के साथ रहेंगी नहीं। हां अगर सीमा धर्म परिवर्तन कर लेती हैं, तो यह संभव है। इस दौरान एक सवाल के जवाब में फिजा ने कहा कि यदि उनकी प्रेम कहानी पर कोई फिल्म बनाना चाहता है तो वह उनसे सीधे आकर मिल सकता है।
Rodways बेड़े से 1017 बसें बाहर
हरियाणा रोडवेज के बेड़े में सात साल पुरानी 1017 बसों को बदल दिया है। बेहतर परिवहन सुविधाओं के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है। बस अड्डों को आकर्षक रूप देने के लिए प्रदेश के तमाम बस अड्डों का नवीनीकरण किया जा रहा है। परिवहन मंत्री मांगे राम गुप्ता ने बताया कि सरकार का ध्यान विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं दुरुस्त करने की ओर है। सरकार ने परिवहन विभाग के बजट में भी काफी बढ़ोतरी की है। चालू वित्त वर्ष के लिए 173 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है जबकि वर्ष 2004-05 में यह बजट मात्र 56 करोड़ रुपये था। मंत्री ने बताया कि हरियाणा रोडवेज को देश में बेहतर परिवहन सेवाएं प्रदान करने का गौरव हासिल है। हरियाणा की परिवहन सेवाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार जीते हैं। वर्ष 2005-06 और 2006-07 के दौरान सबसे कम दुर्घटनाएं करने का रिकार्ड हरियाणा रोडवेज के नाम दर्ज है। इसके लिए परिवहन मंत्री की ट्राफी और तीन लाख रुपये की नगद पुरस्कार राशि के लिए हरियाणा रोडवेज को चुना गया है। राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल करने के बावजूद परिवहन विभाग विभिन्न बस अड्डों पर अधिक देर तक रुकने वाली गाडि़यों पर अभी अंकुश नहीं लगा सका है। जीटी रोड के विभिन्न बस अड्डों पर यह समस्या अधिक है। परिवहन मंत्री मांगेराम गुप्ता का कहना है कि हरियाणा रोडवेज द्वारा कई सालों से सड़क सुरक्षा के उपायों पर दृढ़ता से पालन किया जा रहा है।
Sunday, February 1, 2009
Ranbir Hooda का निधन
संविधान निर्मात्री सभा के अंतिम जीवित सदस्य एवं मुख्यमंत्री के स्वतंत्रता सेनानी पिता Ranbir Singh Hooda का रविवार को निधन हो गया। वे 95 वर्ष के थे और अपने पीछे पत्नी हरदेई देवी एवं पुत्र-पौत्रों का भरापूरा परिवार छोड़ गये है। उनका अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर 3 बजे दिल्ली रोड स्थित आईएमटी के ग्रीन बेल्ट इलाके में किया जाएगा। उनके निधन से प्रदेश भर में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।
दोपहर बाद चार बजकर चालीस मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के साथ ही हरियाणा की राजनीति का एक ऐसा अध्याय समाप्त हो गया, जिस पर आजीवन कोई उंगली नहीं उठा सका। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को दोपहर 3 बजे दिल्ली रोड स्थित आईएमटी परिसर में किया जाएगा। इससे पूर्व दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री आवास से उनकी अंतिम सांसारिक यात्रा शुरू होगी। सड़क के दोनों ओर खड़े होकर जनता अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन कर सकेगी। रणबीर सिंह हुड्डा करीब चार सप्ताह से बीमार चल रहे थे। पीजीआई एवं दिल्ली के डाक्टर उनका उपचार कर रहे थे। कुछ दिन पीजीआई में रखने के बाद उनको घर पर ही रहते हुए उपचार दिया जा रहा था। हाल में उनकी तबीयत अधिक खराब हो गई थी। इसी के चलते मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी चंडीगढ़ की बजाय अपने पिता के पास रहने को ही तवज्जो दी। वह करीब तीन सप्ताह से रोहतक में ही अपने पिता के पास थे। रणबीर हुड्डा के स्वास्थ्य में कई बार उतार-चढ़ाव आए। शनिवार को दोपहर अचानक उनकी तबीयत और भी नाजुक हो गई और मुख्यमंत्री एवं उनके सांसद पुत्र ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर घर पर ही रहना तय किया। इसी बीच अनेक समर्थकों ने हुड्डा के स्वास्थ्य लाभ की कामना की। रविवार की सुबह उनके स्वास्थ्य में कुछ सुधार हुआ और परिजनों एवं बाकी लोगों को भी कुछ राहत नसीब हुई लेकिन, यह राहत अधिक वक्त के लिए नहीं थी। थोड़े वक्त बाद ही रणबीर के स्वास्थ्य में फिर गिरावट हुई और दिल्ली एवं पीजीआई के डाक्टरों की टीम ने जीवन रक्षक उपकरण की भी मदद ली मगर, दुर्भाग्य कि उनके जीवन को बचाया नहीं जा सका। मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद बाहर आकर यह दु:खद समाचार लोगों को दिया तो वहां शोक की लहर दौड़ गई।
दोपहर बाद चार बजकर चालीस मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के साथ ही हरियाणा की राजनीति का एक ऐसा अध्याय समाप्त हो गया, जिस पर आजीवन कोई उंगली नहीं उठा सका। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को दोपहर 3 बजे दिल्ली रोड स्थित आईएमटी परिसर में किया जाएगा। इससे पूर्व दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री आवास से उनकी अंतिम सांसारिक यात्रा शुरू होगी। सड़क के दोनों ओर खड़े होकर जनता अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन कर सकेगी। रणबीर सिंह हुड्डा करीब चार सप्ताह से बीमार चल रहे थे। पीजीआई एवं दिल्ली के डाक्टर उनका उपचार कर रहे थे। कुछ दिन पीजीआई में रखने के बाद उनको घर पर ही रहते हुए उपचार दिया जा रहा था। हाल में उनकी तबीयत अधिक खराब हो गई थी। इसी के चलते मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी चंडीगढ़ की बजाय अपने पिता के पास रहने को ही तवज्जो दी। वह करीब तीन सप्ताह से रोहतक में ही अपने पिता के पास थे। रणबीर हुड्डा के स्वास्थ्य में कई बार उतार-चढ़ाव आए। शनिवार को दोपहर अचानक उनकी तबीयत और भी नाजुक हो गई और मुख्यमंत्री एवं उनके सांसद पुत्र ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर घर पर ही रहना तय किया। इसी बीच अनेक समर्थकों ने हुड्डा के स्वास्थ्य लाभ की कामना की। रविवार की सुबह उनके स्वास्थ्य में कुछ सुधार हुआ और परिजनों एवं बाकी लोगों को भी कुछ राहत नसीब हुई लेकिन, यह राहत अधिक वक्त के लिए नहीं थी। थोड़े वक्त बाद ही रणबीर के स्वास्थ्य में फिर गिरावट हुई और दिल्ली एवं पीजीआई के डाक्टरों की टीम ने जीवन रक्षक उपकरण की भी मदद ली मगर, दुर्भाग्य कि उनके जीवन को बचाया नहीं जा सका। मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद बाहर आकर यह दु:खद समाचार लोगों को दिया तो वहां शोक की लहर दौड़ गई।
Surajkund में सभी संस्कृतियों का mela
राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने कहा कि सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला भारतीय कला और सांस्कृतिक धरोहर की जीती जागती तस्वीर है। कला और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने वाले सैकड़ों कलाकारों को यहां साझा मंच मिलता है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रतीक बन चुके इस मेले में शिल्पी एक जगह जुटते हैं और एक-दूसरे से रूबरू होते है, यही इसकी विशेषता है।
रविवार की सुबह 23वें सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का उद्घाटन करने के बाद आयोजित सादे समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि इस बार मिस्त्र देश की सहभागिता से कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कला की बारीकियों को जानने का अवसर मिला है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मेले में कलाकारों के बीच प्रेम और सौहार्द बढ़ेगा।
प्रदेश की पर्यटन मंत्री Kiran Chaudhary ने राष्ट्रपति को प्रमुख कलाकारों की कलाकृतियों से रूबरूकराया। प्रतिभा ने थीम स्टेट के पर्यटन विभाग की तरफ से निर्मित 'अपना घर' में भील जनजाति का रहन-सहन भी देखा। यहां भूरीबाई का पांच सदस्यीय परिवार बसा है। राष्ट्रपति ने भूरीबाई के 'अपना घर' में करीब 10 मिनट बिताए और भील जनजाति की जीवनशैली की विस्तृत जानकारी ली। मेला परिसर में राष्ट्रपति एक घंटा 20 मिनट तक रहीं।
राष्ट्रपति के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री अंबिका सोनी, थीम स्टेट मध्यप्रदेश के पर्यटन मंत्री तुकोजी राव पंवार, प्रदेश के शहरी विकास मंत्री एकाग्र चंद चौधरी व बिजली मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला भी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।
इस हस्तशिल्प मेले में 400 कलाकार भाग ले रहे है। इनमें 200 राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, 87 राज्यस्तरीय पुरस्कार विजेता और 51 उत्कृष्टता प्रमाणपत्र लेने वाले शिल्पी शामिल है। थीम स्टेट मध्यप्रदेश से 70 शिल्पी हिस्सा ले रहे है। इस बार पाकिस्तान से कोई शिल्पी नहीं आया, लेकिन सार्क देशों के 20 शिल्पियों सहित मिस्त्र ने सहभागी देश के रूप में हिस्सा लिया है। मेले में भूटान के एक, नेपाल के पांच, थाईलैंड के आठ, श्रीलंका का एक और मिस्त्र के पांच हस्तशिल्पी अपने देश की कला का प्रदर्शन कर रहे है।
रविवार की सुबह 23वें सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का उद्घाटन करने के बाद आयोजित सादे समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि इस बार मिस्त्र देश की सहभागिता से कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कला की बारीकियों को जानने का अवसर मिला है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मेले में कलाकारों के बीच प्रेम और सौहार्द बढ़ेगा।
प्रदेश की पर्यटन मंत्री Kiran Chaudhary ने राष्ट्रपति को प्रमुख कलाकारों की कलाकृतियों से रूबरूकराया। प्रतिभा ने थीम स्टेट के पर्यटन विभाग की तरफ से निर्मित 'अपना घर' में भील जनजाति का रहन-सहन भी देखा। यहां भूरीबाई का पांच सदस्यीय परिवार बसा है। राष्ट्रपति ने भूरीबाई के 'अपना घर' में करीब 10 मिनट बिताए और भील जनजाति की जीवनशैली की विस्तृत जानकारी ली। मेला परिसर में राष्ट्रपति एक घंटा 20 मिनट तक रहीं।
राष्ट्रपति के साथ केंद्रीय पर्यटन मंत्री अंबिका सोनी, थीम स्टेट मध्यप्रदेश के पर्यटन मंत्री तुकोजी राव पंवार, प्रदेश के शहरी विकास मंत्री एकाग्र चंद चौधरी व बिजली मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला भी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।
इस हस्तशिल्प मेले में 400 कलाकार भाग ले रहे है। इनमें 200 राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, 87 राज्यस्तरीय पुरस्कार विजेता और 51 उत्कृष्टता प्रमाणपत्र लेने वाले शिल्पी शामिल है। थीम स्टेट मध्यप्रदेश से 70 शिल्पी हिस्सा ले रहे है। इस बार पाकिस्तान से कोई शिल्पी नहीं आया, लेकिन सार्क देशों के 20 शिल्पियों सहित मिस्त्र ने सहभागी देश के रूप में हिस्सा लिया है। मेले में भूटान के एक, नेपाल के पांच, थाईलैंड के आठ, श्रीलंका का एक और मिस्त्र के पांच हस्तशिल्पी अपने देश की कला का प्रदर्शन कर रहे है।
चार प्रतिशत पर देंगे कृषि ऋण : राजनाथ
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने देश के किसानों की स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि केंद्र में राजग की सरकार आई तो किसानों को चार प्रतिशत की दर से कृषि ऋण मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने काग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने हमेशा पूंजीपतियों के लिए राजनीति की है। यही कारण है कि आज महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जबकि राजग के कार्यकाल में पूरे छह वर्ष तक आवश्यक वस्तुओं की कीमतें स्थिर थीं।
राजनाथ सिंह रविवार को बल्लभगढ़ में राजग की रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वाजपेयी सरकार में उनके कृषि मंत्री रहने के समय ही किसानों को सस्ता ऋण मुहैया कराने की शुरुआत की गई थी। रैली में राजनाथ सिंह ने किसानों को लुभाने के भरपूर प्रयास किए।
उन्होंने किसानों के प्रति हमदर्दी जताते हुए कृषि आमदनी बीमा योजना और दीर्घकाल में प्रत्येक किसान परिवार के एक सदस्य को रोजगार मुहैया कराने का वादा भी किया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में आतंकवाद फिर से सिर उठाने लगा है। इस कारण आज देश में कोई भी व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। उन्होंने अपील की कि कांग्रेस और भाजपा के कार्यकाल और नीतियों की तुलना कर आसन्न लोकसभा चुनाव में राजग के हाथ मजबूत करे।
रैली को संबोधित करते हुए इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि कांग्रेस के राज से आज देश का हर वर्ग दुखी है। किसानों को बिजली-पानी और फसलों के समर्थन मूल्य दिलाने में भी सरकार पूरी तरह से असफल रही है। एसईजेड के नाम पर औद्योगिक घरानों को किसानों की बेशकीमती जमीनें कौड़ियों के भाव में बेची जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे विजय संकल्प रैली में कांग्रेस का प्रदेश से सूपड़ा साफ करने का संकल्प लेकर ही घर जाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार आने पर प्रदेश में स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को पक्का आवास मुहैया कराया जाएगा और कालोनियों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराकर उन्हे वैध किया जाएगा।
भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री सुषमा स्वराज ने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं से चुनावी तैयारी में जी-जान से जुट जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ महीने दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं के लिए करो या मरो की स्थिति वाले है। रैली को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आत्मप्रकाश मनचंदा, इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पूर्व मंत्री संपत सिंह व पूर्व सांसद रामचंद्र बैंदा ने भी संबोधित किया।
राजनाथ सिंह रविवार को बल्लभगढ़ में राजग की रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वाजपेयी सरकार में उनके कृषि मंत्री रहने के समय ही किसानों को सस्ता ऋण मुहैया कराने की शुरुआत की गई थी। रैली में राजनाथ सिंह ने किसानों को लुभाने के भरपूर प्रयास किए।
उन्होंने किसानों के प्रति हमदर्दी जताते हुए कृषि आमदनी बीमा योजना और दीर्घकाल में प्रत्येक किसान परिवार के एक सदस्य को रोजगार मुहैया कराने का वादा भी किया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में आतंकवाद फिर से सिर उठाने लगा है। इस कारण आज देश में कोई भी व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। उन्होंने अपील की कि कांग्रेस और भाजपा के कार्यकाल और नीतियों की तुलना कर आसन्न लोकसभा चुनाव में राजग के हाथ मजबूत करे।
रैली को संबोधित करते हुए इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि कांग्रेस के राज से आज देश का हर वर्ग दुखी है। किसानों को बिजली-पानी और फसलों के समर्थन मूल्य दिलाने में भी सरकार पूरी तरह से असफल रही है। एसईजेड के नाम पर औद्योगिक घरानों को किसानों की बेशकीमती जमीनें कौड़ियों के भाव में बेची जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे विजय संकल्प रैली में कांग्रेस का प्रदेश से सूपड़ा साफ करने का संकल्प लेकर ही घर जाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार आने पर प्रदेश में स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को पक्का आवास मुहैया कराया जाएगा और कालोनियों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराकर उन्हे वैध किया जाएगा।
भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री सुषमा स्वराज ने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं से चुनावी तैयारी में जी-जान से जुट जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ महीने दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं के लिए करो या मरो की स्थिति वाले है। रैली को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आत्मप्रकाश मनचंदा, इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पूर्व मंत्री संपत सिंह व पूर्व सांसद रामचंद्र बैंदा ने भी संबोधित किया।
महिला का murder, फांसी पर लटकाया
रोहतक के गांव खिडवाली में एक महिला की हत्या के बाद उसे फांसी पर लटकाकर आत्महत्या पेश करने का प्रयास किया गया। सदर पुलिस ने पति की शिकायत पर आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हत्या के आरोपी एक कुटुंब से ही संबंधित है और उनमें दो महिलाएं भी शामिल है।
पुलिस ने बताया कि सुनीता पत्नी राजकुमार का शव आज छत के पंखे से लटकता पाया गया। राजकुमार धान बेचने गया हुआ था और बच्चे पड़ोस में खेल रहे थे। लौटने पर उसने अपनी पत्नी को मरा हुए पाया। उसने आरोप लगाया है कि कुटुंब के ही लोगों ने पुरानी रंजिश के चलते उसकी पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी और बाद में सबूत मिटाने के लिए उसे फांसी पर लटकाया है।
पुलिस ने बताया कि सुनीता पत्नी राजकुमार का शव आज छत के पंखे से लटकता पाया गया। राजकुमार धान बेचने गया हुआ था और बच्चे पड़ोस में खेल रहे थे। लौटने पर उसने अपनी पत्नी को मरा हुए पाया। उसने आरोप लगाया है कि कुटुंब के ही लोगों ने पुरानी रंजिश के चलते उसकी पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी और बाद में सबूत मिटाने के लिए उसे फांसी पर लटकाया है।
Budget में पेंशन व बेरोजगारी भत्ते को तवज्जो
Finanace Minister Birender Singh ने कहा कि आगामी Budget में पेंशन और बेरोजगारी भत्ते को तवज्जो दी जाएगी। बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। इसे लागू करने में जो भी विसंगतियां आयोग की सिफारिशों में सामने आई हैं, उन्हें जल्द दूर किया जाएगा। वह Ambala के पंचायत भवन में पत्रकारों से शनिवार को बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योग तथा निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गुड़गांव और मानेसर की तर्ज पर अन्य क्षेत्रों में भी औद्योगिक इकाइयां स्थापित की जाएंगी। सभी मुख्यालयों पर विशेषज्ञ डाक्टरों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र के मुताबिक सभी पैमानों पर खरा उतर रही है। लंबित योजनाएं भी जल्द पूरी हो जाएंगी। उन्होंने विधायक विनोद शर्मा को चुनाव प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने पर खुशी जताई और कहा कि उनके नेतृत्व में पार्टी सभी दसों सीटों पर परचम लहराएगी।
25 हजार Teachers की होगी भर्ती
शिक्षा एवं परिवहन मंत्री मांगेराम गुप्ता का कहना है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में Teachers के रिक्त पद भरने के लिए शीघ्र ही 25 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। वह शनिवार को सिरसा में यहां पत्रकारों से रूबरू थे। उन्होंने कहा कि 25 हजार में से १५ हजार शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और शेष १० हजार शिक्षकों की भर्ती भी शीघ्र की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की भर्ती में पहले से कार्य कर रहे अतिथि शिक्षकों को वरीयता देने पर विचार किया जा रहा है।
सरकारी स्कूलों में विज्ञान व कंप्यूटर की शिक्षा भी अनिवार्य करने पर राज्य सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के विद्यार्थी तकनीकी एवं साइंस की शिक्षा पा सकेंगे। गौरतलब है कि हरियाणा में शिक्षकों की भारी कमी है। इस कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
स्थापित होंगे निजी विवि: शिक्षा मंत्री गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में गुणवत्तापरक शिक्षा को बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र के विवि स्थापित किए जाएंगे। अभी तक इस प्रकार के दो विवि स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। चार और निजी क्षेत्र के विवि स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मार्च 2009 तक हरियाणा राज्य परिवहन के बेड़े में 800 नई बसें शामिल की जाएंगी। जिन निर्धारित रूटों पर निजी बसें नहीं जाना चाहती हैं, उन रूटों पर राज्य परिवहन की बसों को चलाया जाएगा।
सरकारी स्कूलों में विज्ञान व कंप्यूटर की शिक्षा भी अनिवार्य करने पर राज्य सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के विद्यार्थी तकनीकी एवं साइंस की शिक्षा पा सकेंगे। गौरतलब है कि हरियाणा में शिक्षकों की भारी कमी है। इस कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
स्थापित होंगे निजी विवि: शिक्षा मंत्री गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में गुणवत्तापरक शिक्षा को बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र के विवि स्थापित किए जाएंगे। अभी तक इस प्रकार के दो विवि स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। चार और निजी क्षेत्र के विवि स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मार्च 2009 तक हरियाणा राज्य परिवहन के बेड़े में 800 नई बसें शामिल की जाएंगी। जिन निर्धारित रूटों पर निजी बसें नहीं जाना चाहती हैं, उन रूटों पर राज्य परिवहन की बसों को चलाया जाएगा।
Chand सामने आएं तो छोडूंगी नहीं: नीरू
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री Chandermohan उर्फ Chand Mohammed का अपनी दूसरी पत्नी अनुराधा उर्फ फ़िज़ा से जिस तरह एकाएक मोहभंग हुआ है उससे साफ है कि अभी इस कहानी में क्लाइमेक्स बाकी है। अनुराधा चंद्रमोहन का अपने से एकाएक यूं दूर चले जाना पचा नहीं पा रही है।
शनिवार को अनुराधा ने दु:खी मन से कहा कि आप देख ही रहे हैं कि मेरे साथ कितनी ज्यादती हुई है। यह बात अलग है कि उन्होंने चंद्रमोहन के खिलाफ सीधे कुछ कहने से परहेज किया। लेकिन इतना जरूर कहा ‘मैं ऐसे चुप बैठने वाली नहीं हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ?’
अनुराधा शाम को मोहाली में अपने आवास पर मीडिया से रूबरू हुईं तो भी संयत रहीं लेकिन उनके साथ खड़ी नीरू बाला ने चंद्रमोहन पर शब्दों की बौछार कर दी। खुद को पंजाब यूनिवर्सिटी की छात्रा बताने वाली नीरू बाला ने कहा ‘अगर चंद्रमोहन उनके सामने आएं तो वह उन्हें नहीं छोड़ेगी।
डिप्टी सीएम से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती। यह तो अनुराधा हैं अब तक चंद्रमोहन को इज्जत दे रही हैं। नीरू बाला ने कहा कि उनका अनुराधा के साथ कोई रिश्ता नहीं है। वह अब तक मीडिया के जरिए अनुराधा और चंद्रमोहन के बारे में अखबारों में पढ़ती रही हैं। बोलीं,जो व्यक्ति पहली पत्नी के प्रति वफादार नहीं सिद्ध हुआ और न ही दूसरी के साथ तो वह किसके साथ वफादार होगा और कितने धर्म बदलेगा। नीरू बाला ने गुस्से में कहा कि चांद मुहम्मद ने ऐसा करके मुस्लिम धर्म व समस्त स्त्री जात का अपमान किया है। यदि चांद इस समय उसके सामने आ जाए तो वह उस पर मिट्टी का तेल डालकर फूंक देगी।
जब नीरू चंद्रमोहन पर आरोपों की बौछार कर रही थीं तो अनुराधा खुद चुप रहीं। नीरू की बात पर जब अनुराधा की प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
गुड़गांव में दिखा चांद : मोहाली से 28 जनवरी को रहस्यमय ढंग से गायब हुए हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चांद मुहम्मद उर्फ चंद्र मोहन चार दिन बाद गुड़गांव के सेक्टर 14 में नजर आए। चार दिनों के अंदर ही वह दूसरी बीवी फिजा उर्फ अनुराधा बाली को भूल पहली पत्नी सीमा बिश्नोई के गुण गाते नजर आए। उन्होंने कहा, सीमा को वह बहुत प्यार करता हैं और उसके बगैर नहीं रह सकते। ज्ञात हो कि चांद मुहम्मद गुड़गांव के सेक्टर 14 स्थित मकान नं 215 बिश्नोई निवास में गत दिनों से रह रहे हैं।
चांद मुहम्मद उर्फ चंद्रमोहन ने कहा कि उनका किसी ने अपहरण नहीं कराया है और वह अपनी मर्जी से घूमने निकले हैं। इसकी जानकारी उन्होंने फिजा को एसएमएस के जरिए दे दी थी। पहली पत्नी सीमा व पिता भजनलाल के बारे में जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा वह सीमा को बहुत प्यार करते हैं वे उसे कभी नहीं भुला सकते। इसके साथ ही उन्होंने कहा, वह अपने पिता भजनलाल से मिलने का प्रयास कर रहे हैं। उनके पास संदेश भी भेजा है लेकिन अभी जवाब नहीं आया है। यह बताते-बताते वह भावुक हो उठे और कहा, अपने परिवार से दूर नहीं रह सकता। सीमा व फिजा के बीच हुए विवाद से जुड़े सवाल पर चांद मुहम्मद का कहना था कि दोनों महिलाएं एक-दूसरे को समझती हैं और इज्जत करती हैं। उन दोनों को लेकर जो भी बयान आए हैं, उन्हें मीडिया ने दूसरा रंग देकर पेश किया है। मकान के बाहर कड़ी सुरक्षा : सेक्टर 14 के मकान नं. 215 पर जहां कांग्रेस का झंडा लहरा रहा था वहीं मकान के बाहर सादी वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों का कड़ा पहरा नजर आया। सुरक्षाकर्मी आम आदमी को घर के आसपास भी फटकने नहीं दे रहे थे। आसपास के लोगों ने बताया कि चांद मुहम्मद विगत दो दिनों से यहां रह रहे हैं। वह जब सरकार में उपमुख्यमंत्री थे तब भी इसी मकान में आते रहते थे।
घर लौटने की तैयारी में चांद : उधर, चंद्रमोहन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जिस तरह अनुराधा से शादी करने से पहले चंद्रमोहन ने स्वेच्छा से अपनी सारी जायदाद पहली पत्नी सीमा बिश्नोई और बेटे सिद्वार्थ के नाम कर दी थी, उसे देखकर शुरू से ही लग रहा था कि यह मामला ऐसा नहीं है जैसा दिखाई दे रहा है। ऐसा ही हो भी रहा है। चंद्रमोहन ने फिर से अपनी पहली पत्नी के पास जाने के लिए भूमिका तैयार कर ली है। चंद्रमोहन को अपनी पहली पत्नी सीमा बिश्नोई और बच्चों की याद सताने लगी है। अब किसी भी पल यह खबर आ सकती है कि वह अपनी पहली पत्नी सीमा के पास लौट गए हैं।
शनिवार को अनुराधा ने दु:खी मन से कहा कि आप देख ही रहे हैं कि मेरे साथ कितनी ज्यादती हुई है। यह बात अलग है कि उन्होंने चंद्रमोहन के खिलाफ सीधे कुछ कहने से परहेज किया। लेकिन इतना जरूर कहा ‘मैं ऐसे चुप बैठने वाली नहीं हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ?’
अनुराधा शाम को मोहाली में अपने आवास पर मीडिया से रूबरू हुईं तो भी संयत रहीं लेकिन उनके साथ खड़ी नीरू बाला ने चंद्रमोहन पर शब्दों की बौछार कर दी। खुद को पंजाब यूनिवर्सिटी की छात्रा बताने वाली नीरू बाला ने कहा ‘अगर चंद्रमोहन उनके सामने आएं तो वह उन्हें नहीं छोड़ेगी।
डिप्टी सीएम से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती। यह तो अनुराधा हैं अब तक चंद्रमोहन को इज्जत दे रही हैं। नीरू बाला ने कहा कि उनका अनुराधा के साथ कोई रिश्ता नहीं है। वह अब तक मीडिया के जरिए अनुराधा और चंद्रमोहन के बारे में अखबारों में पढ़ती रही हैं। बोलीं,जो व्यक्ति पहली पत्नी के प्रति वफादार नहीं सिद्ध हुआ और न ही दूसरी के साथ तो वह किसके साथ वफादार होगा और कितने धर्म बदलेगा। नीरू बाला ने गुस्से में कहा कि चांद मुहम्मद ने ऐसा करके मुस्लिम धर्म व समस्त स्त्री जात का अपमान किया है। यदि चांद इस समय उसके सामने आ जाए तो वह उस पर मिट्टी का तेल डालकर फूंक देगी।
जब नीरू चंद्रमोहन पर आरोपों की बौछार कर रही थीं तो अनुराधा खुद चुप रहीं। नीरू की बात पर जब अनुराधा की प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
गुड़गांव में दिखा चांद : मोहाली से 28 जनवरी को रहस्यमय ढंग से गायब हुए हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चांद मुहम्मद उर्फ चंद्र मोहन चार दिन बाद गुड़गांव के सेक्टर 14 में नजर आए। चार दिनों के अंदर ही वह दूसरी बीवी फिजा उर्फ अनुराधा बाली को भूल पहली पत्नी सीमा बिश्नोई के गुण गाते नजर आए। उन्होंने कहा, सीमा को वह बहुत प्यार करता हैं और उसके बगैर नहीं रह सकते। ज्ञात हो कि चांद मुहम्मद गुड़गांव के सेक्टर 14 स्थित मकान नं 215 बिश्नोई निवास में गत दिनों से रह रहे हैं।
चांद मुहम्मद उर्फ चंद्रमोहन ने कहा कि उनका किसी ने अपहरण नहीं कराया है और वह अपनी मर्जी से घूमने निकले हैं। इसकी जानकारी उन्होंने फिजा को एसएमएस के जरिए दे दी थी। पहली पत्नी सीमा व पिता भजनलाल के बारे में जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा वह सीमा को बहुत प्यार करते हैं वे उसे कभी नहीं भुला सकते। इसके साथ ही उन्होंने कहा, वह अपने पिता भजनलाल से मिलने का प्रयास कर रहे हैं। उनके पास संदेश भी भेजा है लेकिन अभी जवाब नहीं आया है। यह बताते-बताते वह भावुक हो उठे और कहा, अपने परिवार से दूर नहीं रह सकता। सीमा व फिजा के बीच हुए विवाद से जुड़े सवाल पर चांद मुहम्मद का कहना था कि दोनों महिलाएं एक-दूसरे को समझती हैं और इज्जत करती हैं। उन दोनों को लेकर जो भी बयान आए हैं, उन्हें मीडिया ने दूसरा रंग देकर पेश किया है। मकान के बाहर कड़ी सुरक्षा : सेक्टर 14 के मकान नं. 215 पर जहां कांग्रेस का झंडा लहरा रहा था वहीं मकान के बाहर सादी वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों का कड़ा पहरा नजर आया। सुरक्षाकर्मी आम आदमी को घर के आसपास भी फटकने नहीं दे रहे थे। आसपास के लोगों ने बताया कि चांद मुहम्मद विगत दो दिनों से यहां रह रहे हैं। वह जब सरकार में उपमुख्यमंत्री थे तब भी इसी मकान में आते रहते थे।
घर लौटने की तैयारी में चांद : उधर, चंद्रमोहन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जिस तरह अनुराधा से शादी करने से पहले चंद्रमोहन ने स्वेच्छा से अपनी सारी जायदाद पहली पत्नी सीमा बिश्नोई और बेटे सिद्वार्थ के नाम कर दी थी, उसे देखकर शुरू से ही लग रहा था कि यह मामला ऐसा नहीं है जैसा दिखाई दे रहा है। ऐसा ही हो भी रहा है। चंद्रमोहन ने फिर से अपनी पहली पत्नी के पास जाने के लिए भूमिका तैयार कर ली है। चंद्रमोहन को अपनी पहली पत्नी सीमा बिश्नोई और बच्चों की याद सताने लगी है। अब किसी भी पल यह खबर आ सकती है कि वह अपनी पहली पत्नी सीमा के पास लौट गए हैं।
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