Saturday, November 14, 2009

गरीबों के लिए मुफ्त एंबुलेंस सेवा

बाल दिवस के अवसर पर शनिवार को प्रदेश में दो नई योजनाएं 'नेहरू बाल दृष्टि योजना' और 'हरियाणा स्वास्थ्य वाहन सेवा नंबर 102 शुरू की गईं। गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों के रोगियों, गर्भवती महिलाओं, स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों और भूतपूर्व सैनिकों के परिवारों के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस सेवा की शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पंचकूला में एंबुलेंस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया। नेहरू बाल दृष्टि योजना का श्रीगणेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके तहत राज्य में चार नेत्र बैंक स्थापित किए जाएंगे। साथ ही नेत्रदान करने वालों की सुविधा के लिए भी जिलों में नेत्रदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नंबर 102 डायल कर नेत्रदान के संबंध में सूचना प्राप्त कर सकता है। यह नंबर सभी एंबुलेंस वाहनों में भौगोलिक स्थिति प्रणाली के साथ सुसज्जित होगा।
हुड्डा ने कहा कि यह एंबुलेंस सेवा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों के रोगियों, अधिसूचित जाति व मलिन बस्तियों के वासियों,सड़क दुर्घटनाओं के पीडि़तों, गर्भवती महिलाओं, स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों तथा भूतपूर्व सैनिकों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होंगी। अन्य श्रेणी के रोगियों को एंबुलेंस सेवा के लिए सात रुपये प्रति किलोमीटर की दर से अदायगी करनी होगी।

Wednesday, November 11, 2009

छोक्कर भी छोड़ गए हजकां

हरियाणा जनहित कांग्रेस का एक और विधायक धर्म सिंह छोक्कर भी मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल का हिस्सा बन गए। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह चट्ठा ने छोक्कर के कांग्रेस में शामिल होने को मंजूरी दे दी है। सोमवार को हजकां के चार विधायक कांग्रेस में शामिल हुए थे। अब हरियाणा विधानसभा में वर्तमान संख्या 89 में कांग्रेस के 45 सदस्य हो गए हैं। इसके साथ ही सदन में कांग्रे्रस को 53 सदस्यों का समर्थन हासिल हो गया है। ओमप्रकाश चौटाला के इस्तीफे के कारण ऐलनाबाद सीट रिक्त है। विधानसभा अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह चट्टा ने छोक्कर को हजकां को कोई अलग न मानकर सोमवार को कांग्रेस में शामिल हुए गुट में ही माना। बेशक उनका विलय स्पीकर ने आज की तारीख में ही किया है। गौरतलब है कि सोमवार को हजकां के छह में से चार विधायकों ने अलग गुट बनाकर कांग्रेस में इसका विलय कर दिया था। इनमें नारनौल के विधायक राव नरेंद्र सिंह, दादरी के विधायक सतपाल सांगवान, हांसी के विधायक विनोद भ्याणा और असंध के विधायक जिलेराम शर्मा शामिल हैं। इस विलय के बाद चर्चाएं शुरू हो गई कि हजकां का पांचवां विधायक धर्मसिंह छोक्कर भी कांग्रेस में शामिल होना चाहता है। मंगलवार सुबह धर्म सिंह छोक्कर हरियाणा विधानसभा में अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह चट्ठा के पास पहुंचे। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष फूल चंद मुलाना और मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला भी हरियाणा विधानसभा पहुंच गए। करीब दो घंटे धर्म सिंह छोक्कर विधानसभा में रहे। इस बीच मीडिया का विधानसभा में प्रवेश वर्जित रहा। दो घंटे बाद धर्म सिंह छोक्कर प्रदेश कांग्रेस प्रधान फूल चंद मुलाना व रणदीप सिंह सुरेजवाला के साथ बाहर आए। छोक्कर ने कहा कि वह कांग्रेस विधायक दल में शामिल हो गए हैं।

Monday, November 9, 2009

हजकां में टूट, चार विधायक कांग्रेस में

दलीय स्थिति
कुल सीटें 90
मौजूद सदस्य 89
कांग्रेस 44
इनेलो 30
भाजपा 4
हजकां 2
बसपा 1
शिअद 1
निर्दलीय 7
कुलदीप बिश्नोई के मोलभाव से तंग कांग्रेस ने उन्हें उनकी रणनीति में मात दे दी। सोमवार को हरियाणा जनहित कांग्रेस के छह में से चार विधायकों ने सोमवार को पार्टी को अलविदा कह दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस से जुडऩे वालों में नारनौल के विधायक राव नरेंद्र सिंह, दादरी के विधायक सतपाल सांगवान, हांसी के विधायक विनोद भ्याणा और असंध के विधायक जिले राम शर्मा शामिल हैं।
अब हजकां के विधायकों की संख्या सदन में दो ही रह गई है और कांग्रेस उनके समर्थन के बिना ही सरकार बचाए रखने में सक्षम हो गई है।हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह चट्ठा ने सोमवार को हजकां (बीएल) के चार विधायकों के गुट के कांग्रेस में विलय को मंजूरी दे दी और चारों विधायकों के कांग्रेस पार्टी से जुड़ जाने के बाद वर्तमान में कुल 89 विधायकों में कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है। विधानसभा की कुल सदस्य संख्या 90 है, लेकिन इनेलो अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला के ऐलनाबाद सीट से इस्तीफा देने के कारण अभी सदस्य संख्या 89 है। चौटाला दो सीटों उचाना कलां व ऐलनाबाद से चुनाव जीते थे।
हजकां के बागी विधायक सोमवार दोपहर दिल्ली से विमान से चंडीगढ़ आए और बाद में विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करके वापस विमान से ही दिल्ली चले गए। चट्ठा ने कहा कि हजकां (बीएल) के इन चारों विधायकों ने जनहित पार्टी से किनारा करके एक अलग ग्रुप बनाकर कांग्रेस पार्टी में विलय के लिए उन्हें लिखित आवेदन किया था। इन विधायकों के कांग्र्रेस में शामिल होने को संवैधानिक बताते हुए चट्ठा ने कहा कि भारतीय संविधान में दलबदल विरोधी कानून के अंतर्गत धारा 10 ए में यह प्रावधान है कि यदि किसी दल के दो तिहाई सदस्य स्वेच्छा से किसी दल की सदस्यता ग्रहण करते है तो उन्हें विलय के लिए अगल पार्टी के गठन की आवश्यकता नहीं होती।

डबवाली अग्निकांड : जख्मों पर मुआवजे का मरहम

45 फीसदी हिस्सा सरकार व 55 फीसदी मैरिज पैलेस व स्कूल प्रबंधन देगा
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट अपने एक ऐतिहासिक फैसले में डबवाली अग्निकांड के पीडि़तों को मुआवजा देने का आदेश दिया। हाईकोर्ट ने सोमवार को डबवाली अग्निकांड के पीडि़तों के लिए अलग-अलग वर्ग के लिए मुआवजा राशि तय कर दी। पीडि़तों को डेढ़ लाख से 33.50 लाख रुपये तक मुआवजा राशि मिलेगी। यह राशि जून 2003 से छह फीसदी ब्याज की दर पर मिलगी। खंडपीठ ने हरियाणा सरकार को मुआवजे का भुगतान चार महीने के भीतर करने का आदेश दिया है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इसे अदालत की अवमानना माना जाएगा ओर मुआवजा राशि पर दस फीसदी की दर से ब्याज देना होगा।
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली की खंडपीठ ने अपने फैसले मे कहा कि कुल मुआवजा राशि का 45 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा सरकार (इसमें से 15 प्रतिशत नगर रिषद डबवाली, 15 प्रतिशत बिजली बोर्ड व 15 प्रतिशत उस समय के उपायुक्त एमपी बदलान) व 55 प्रतिशत राजीव मैरिज पैलेस व डीएवी ग्रुप अदा करेगा। हाईकोर्ट ने ऐतिहासिक फैसले में हरियाणा सरकार को मुआवजे के अतिरिक्त पीडि़तों लोगों को मुकदमा राशि का भुगतान करने का भी आदेश दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि चार माह में भुगतान नहीं होने पर कोर्ट की अवमानना मानी जाएगी और सरकार सरकार को राशि पर दस प्रतिशत ब्याज देना होगा।हाईकोर्ट ने क्या मुआवजा तय कियाहाईकोर्ट द्वारा नियुक्त आयोग ने हादसे में मारे गए लोगों के लिए आयु व उनकी आय हिसाब से अलग- अलग श्रेणी में मुआवजा तय किया था। इस पर पीडि़तों लोगों ने आपत्ति दर्ज की थी। इस हादसे में कुल 446 लोगों की मौत हुई थी।
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में इस हादसे में घायल लोगों के लिए भी उनकी आयु व उनके वर्ग के हिसाब से मुआवजा तय किया है। अविवाहित लड़की को उसके घायल की प्रतिशतता के हिसाब से पांच लाख से 33.50 लाख रुपये तक मुआवजा तय किया गया है। अविवाहित लड़के को घायल की प्रतिशतता के हिसाब से चार लाख रुपये से 32.50 लाख रुपये तक मुआवजा मिलेगा। विवाहित महिला को 1.50 लाख से 22 लाख व विवाहित पुरुष को चार लाख से 16 लाख के बीच मुआवजा राशि मिलेगी।

आयोग ने मुआवजे में ऐसे तय की थी हिस्सेदारी : हाईकोर्ट के आदेश पर बने जस्टिस टी.पी. गर्ग आयोग ने अपनी रिपोर्ट में मुआवजा की राशि का 80 प्रतिशत हिस्सा डीएवी ग्रुप, दस प्रतिशत डीसी सिरसा, जिसे हरियाणा सरकार देगी व पांच-पांच प्रतिशत एमसी व बिजली बोर्ड से लेने की सिफारिश की थी। आयोग ने इस कांड से प्रभावित लोगों को उनकी उम्र व उनके आय के हिसाब से मुआवजा राशि देने की सिफारिश भी की थी।
पीजीआई और एम्स में होगा मुफ्त इलाज
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में सरकार को यह भी आदेश दिया कि इस हादसे में जो लोग पीडि़त हैं, अगर राज्य सरकार के अस्पताल में इनके इलाज की सुविधा नहीं है तो पीजीआई और एम्स में इनका मुफ्त इलाज करवाए।

मुआवजा राशि का विवरण
वर्ग-1 साल से 10 साल तक के बच्चे -- संख्या -172
आयोग ने तय किया दो लाख, हाईकोर्ट ने तय किया 3.50 लाख
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वर्ग- 11 साल से 15 साल तक के बच्चे -- संख्या 38
आयोग ने तय किया 4.10 लाख, हाईकोर्ट ने तय किया 5.25 लाख
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वर्ग- 16 साल से 22 साल तक के बच्चे -- संख्या- 20
आयोग ने तय किया पांच लाख, हाईकोर्ट ने तय किया 6.35 लाख
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इसके अलावा कोर्ट ने 22 साल से ऊपर की उम्र के मृतकों के परिजनों को मृतकों के पेशे व उम्र के हिसाब से मुआवजा तय किया है जो कम से कम 2.50 लाख व अधिकतम 22 लाख रुपये है। हाईकोर्ट ने यह मुआवजा राशि जून 2003 की तारीख से तय की है। जून 2003 के बाद से राशि पर छह प्रतिशत के हिसाब से ब्याज भी देना होगा।
क्या था मामला?
डबवाली के डीएवी पब्लिक स्कूल का वार्षिक समारोह वहां के राजीव मैरिज पैलेस में 23 दिसंबर 1995 को हो रहा था। इसी दौरान भयंकर आग ने सभी को अपनी चपेट में ले लिया था। इससे स्कूली बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों सहित 446 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 लोग घायल हुए थे। हरियाणा सरकार ने उस समय मारे गए लोगों के परिवारों को एक-एक लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल होने वाले लोगों को 50-50 हजार रुपये सहायता राशि के रूप में दिए थे। अदालत के आदेशों पर घायलों के उपचार पर होने वाला खर्च भी सरकार द्वारा उठाया गया था।