Sunday, June 14, 2009

फिजा के आँगन में फ़िर खिला चांद

कहा- फिजा मेरी बेगम, माफी मांगी
फिजा ने कहा, मेरे आरोप सही निकले, ऐसे कैसे माफी दे दूं

मोहाली : लंबे समय तक चंद्रमोहन उर्फ चांद मुहम्मद की जुदाई का गम सह चुकी अनुराधा बाली उर्फ फिजा मोहम्मद की सूनी हुई जिंदगी में आज उस समय पुन: खुशी व सुकून की एक किरण नजर आई जब उनके शौहर चांद मोहम्मद अतीत में फिजा के साथ की गई ज्यादतियों के लिए क्षमा याचना करने और उन्हें अपनी बेगम स्वीकार करने उनके घर पहुंच गए। हालांकि यह बात स्पष्ट होने में कुछ समय लगेगा कि फिजा उन्हें माफ करती हैं या नहीं?

फिजा के निमंत्रण पर उनके घर पहुंचा इलेक्ट्रानिक्स तथा प्रिंट मीडिया उस समय हतप्रभ रहा गया जब उन्होंने फिजा तथा चांद मुहम्मद को इक्कठे अपने सामने पाया। फिजा ने कहा कि आज तक वह जितने भी आरोप लगाती रही हैं, वे सभी सत्य सिद्ध हुए हैं और इससे पहले वह कुछ और कहें चांद मोहम्मद कुछ कहेंगे। इस पर पंचकूला के विधायक तथा हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन उर्फ चांद मुहम्मद ने स्पष्टï रूप से कहा, 'फिजा को अपने साथ ले जाने आया हूं। अब भी इनके साथ रहना चाहता हूं और इनसे पहले से भी ज्यादा प्यार करता हूं। पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि वह अब भी चांद मोहम्मद हैं। उन्होंने कहा कि वह फिजा के घर से अपनी इच्छा से नहीं गए थे बल्कि उन्हें देवीलाल व राणा नामक व्यक्ति ले गए थे, लेकिन उन्होंने फिजा जी से विनती की है कि उनके खिलाफ किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई न की जाए।एक प्रश्न के उत्तर में चांद मुहम्मद ने स्पष्टï कहा कि वह फिजा के पास नगदी के रूप में कुछ भी छोड़ कर नहीं गए थे। पंचकूला में दिए गए बयानों के बारे में पूछे जाने पर चांद मुहम्मद ने कहा कि वे बयान दबाव में दिए गए थे और यहां जो वह कह रहे हैं बिना किसी दबाव के अपनी इच्छा से कह रहे हैं।

अब वह इनका (फिजा का) दिल दुखाने के लिए उनसे माफी मांगने आए हैं और यदि ये इजाजत देंगी तो यहीं रहूंगा

जब पत्रकारों ने पूछा कि यदि इन्होंने माफ नहीं किया तो क्या वह पुन: पंचकूला सीमा बिश्नोई के पास चले जाएंगे, तो उन्होंने कहा कि किसी धर्मशाला में चला जाऊंगा। मोबाइल पर तलाक देने संबंधी पूछे गए प्रश्न के उत्तर में चांद मुहम्मद ने कहा कि वह वैलिड ही नहीं था क्योंकि उन्होंने सिर्फ दो बार तलाक बोला था। आज भी इन्हें अपनी पत्नी मानता हूं और बिना बताए घर से चले जाने तथा इनका दिल दुखाने के लिए माफी मांगता हूं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस में ही रहेंगे।

फिजा मुहम्मद भले ही अंतर मन से खुश हों कि उनका चांद वापिस उनके पास लौट आया है और जुदाई के दौरान जो-जो आरोप उन्होंने चांद तथा उसके परिवार वालों पर लगाए थे, उन पर चांद मोहम्मद ने सही मोहर लगा दी, इसके बावजूद प्रत्यक्ष रूप से वह काफी कठोर नजर आ रही थीं। फिजा ने चांद की मौजूदगी में कहा कि

'पिछले कई दिनों से चांद के आदमी उनसे मिल कर चांद से बात करने को कह रहे थे। यहीं नहीं चांद खुद भी उन्हें गत रात फोन करते रहे लेकिन उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। चांद मुहम्मद रविवार को प्रात: सात बजे ही उनके घर आ कर बैठ गए और उनकी माता से दोपहर एक बजे तक उनसे (फिजा) बात कराने की विनती करते रहे तब जा कर उन्होंने 1.30 बजे चांद से मामूली बात की और इससे पहले कि चांद कुछ स्पष्टीकरण देते उन्होंने कहा कि उन्हें जो भी स्पष्टीकरण देना है, वह मीडिया के सामने दें और उसके बाद ही वह उनसे बात करेंगी।'

एक प्रश्न के उत्तर में फिजा ने कहा कि उन्होंने अभी चांद को माफ करने का निर्णय नहीं किया। यदि उन्हें चांद पर विश्वास हुआ तभी वह उन्हें माफ करेंगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने बहुत तकलीफ सहन की है। अत: इस तकलीफ के लिए जिम्मेवार शख्स यदि अचानक सामने आकर माफी मांगने लगे तो उसे एक दम से माफ नहीं किया जा सकता। यह पूछे जाने पर कि आज चांद मोहम्मद क्या उनके (फिजा के) आवास पर उनके शौहर के रूप में रुकेंगे तो फिजा ने कहा कि वह मात्र एक अतिथि के तौर पर यहां रुक सकते हैं, वह भी माता जी से इजाजत मिलने के बाद। फिजा ने कहा कि उन्होंने तो कभी भी चांद मुहम्मद को अपना शौहर मानने से इनकार नहीं किया।फिजा ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पहले वह चांद मुहम्मद की इच्छा से राजनीति में आने की बात कहती थीं लेकिन अब तो उन्होंने राजनीति में आने का निर्णय कर लिया है।

आसानी से नहीं मानीं फिजा
मोहाली : अनुराधा बाली उर्फ फिजा को मनाने के लिए चंद्रमोहन उर्फ चांद मोहम्मद को क्या-क्या नहीं करना पड़ा। ज्यादतियों एवं गुस्ताखियों के लिए फिजा के घर जाकर क्षमा याचना के बावजूद वह टस से मस नहीं हुई। लेकिन चांद ने प्यार से आलिंगनबद्ध किया तो वह रोक नहीं पाई और सब कुछ भूल गई। इन सबके बावजूद फिजा बार बार कह रही थीं कि उन्होंने चांद को माफ नहीं किया है। इस प्रेम कहानी में रविवार को आए नाटकीय मोड़ से वे लोग ठगे रह गए जो सहानुभूतिवश फिजा के साथ खड़े थे। रविवार शाम को ही शिव सेना हिंदोस्तान के युकाई के कार्यकर्ता चेयरमैन निशांत शर्मा के नेतृत्व में वहां पहुंच गए। निशांत ने कहा कि फिजा तथा चांद अपने नाम के साथ क्रमश: अनुराधा बाली तथा चंद्र मोहन लगान बंद कर दें। क्योंकि वे ऐसा कर हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं। निशांत ने कहा कि धर्म बदल कर निकाह, तलाक और फिर मिल जाना, सस्ती लोकप्रियता के लिए साजिश थी। बताते है, इसी दौरान चांद ने कथित रूप से अभद्र भाषा में शिव सैनिकों को भाग जाने के लिए कह दिया। फिर क्या था, शिव सैनिक भड़क उठे और चांद के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उधर, चांद ने भी फोन कर अपने समर्थकों को बुला लिया। टकराव की आशंका से पुलिस स्टेशन फेज 11 से एएसआई सोहन लाल दल-बल के साथ वहां पहुंच गए और शिव सैनिकों को समझा बुझा कर वहां से भेज दिया। बाद में पहुंचे चांद के समर्थकों को भी पुलिस ने खदेड़ दिया। देर रात तक फिजा के आवास पर पुलिस जमी थी और स्थिति सामान्य थी।