Saturday, March 21, 2009

उकसाने वालों पर भी दाखिल हो चार्जशीट

सरिता कांड
दुष्कर्म की शिकार सरिता को डीजीपी दफ्तर में आत्महत्या के लिए उकसाने और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ हाईकोर्ट ने सीबीआई को चार सप्ताह में चार्जशीट दाखिल करने का निर्देश दिया है। हाईकोर्ट ने सरकार से भी कहा है कि वह इन दोषियों के खिलाफ छह माह में विभागीय कार्रवाई करे। मामले की जांच कर रही सीबीआई ने बृहस्पतिवार को हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की अदालत में स्टेटस रिपोर्ट पेश की। सीबीआई के वकील ने रिपोर्ट में सरिता को आत्महत्या के लिए उकसाने व इस मामले में कोताही बरतने के लिए रोहतक के तत्कालीन डीएसपी धीरज सेतिया, थानाध्यक्ष पवन कुमार के अलावा रामफल, रामधारी व रणधीर सिंह को दोषी माना। हाईकोर्ट ने दोषी इन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सीबीआई को चार सप्ताह में चार्जशीट दाखिल करने व हरियाणा सरकार को छह महीने के अंदर इन पर विभागीय कार्रवाई करने के आदेश देते हुए इस मामले को खत्म कर दिया। रेप मामले की स्टेटस रिपोर्ट में सीबीआई ने सरिता से गैंग रेप में रोहतक सीआईए के दो कर्मी सिल्कराम व बलराज को दोषी माना था। सीबीआई ने रिपोर्ट में कहा था कि रोहतक सीआईए स्टाफ ने सरिता के पति के खिलाफ झूठा केस बनाया। सरिता के कपड़े पर लगे वीर्य के निशान व आरोपियों के वीर्य के नमूने जांच में मेल नहीं खाते फिर भी सीबीआई के पास इस बात के पुख्ता सुबूत हैं कि सीआईए के

चारों विश्वविद्यालयों का एकेडमिक कैलेंडर एक

प्रदेश के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, चौ. देवी लाल विश्वविद्यालय व खानपुर महिला विश्वविद्यालय का एकेडमिक कैलेंडर अगले सत्र से एक होगा। इस कैलेंडर का विमोचन जल्द किया जाएगा। कुरुक्षेत्र विवि में पिछले दिनों हुई चारों यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। प्रदेश की प्रमुख विश्वविद्यालयों में एक जैसी शिक्षा, परीक्षा का समय, शैक्षणिक दिवस और दाखिले का समय एक करने की तैयारियां की जा रही हैं। एकेडमिक कैलेंडर एक होने से विद्यार्थियों को दाखिला लेने व माइग्रेशन कराने संबंधी मामलों में काफी फायदा होगा। पहले एडमिशन के समय अलग-अलग होने के कारण विद्यार्थी एक समय में एक ही विश्वविद्यालय में आवेदन कर पाते थे। अब किसी का ट्रांसफर हो जाने, अच्छी फैकल्टी या अन्य कारणों से विश्वविद्यालय बदलना भी काफी आसान हो जाएगा। आगामी सत्र से लागू हो रहे सेमेस्टर सिस्टम में पाठ्यक्रम को पहले ही एक किया जा रहा है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तर्ज पर ही मदवि में कंप्यूटर एजुकेशन लागू किया जा रहा है। इस संदर्भ में कुरुक्षेत्र में हुई बैठक में मदवि की ओर से डीन एकेडमिक अफेयर डा. सुरेंद्र कुमार, एकेडमिक ब्रांच के इंचार्ज सुखबीर सिंह ने भाग लिया।

Train से 215 भेड़ें कटी

Ambala के माडल टाउन रेलवे क्रासिंग के पास नाला पार कर रही सैकड़ों भेड़े एकाएक ट्रेन की चपेट में आ गई। इससे 250 में से 215 भेड़ों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। भेड़ मालिक बिट्टूं साहा के गांव मुंडपुर का रहने वाला था। वह शनिवार दोपहर बाद शहर के किसी गांव से भेड़ों को चराकर वापस ले जा रहा था। भेड़ों की कीमत लाखों से ज्यादा बताई गई है।
भेड़ मालिक ने बताया कि शनिवार दोपहर बाद वह जेल लैंड की ओर से भेड़ों को लेकर वापस गांव जा रहा था। माडल टाउन रेलवे लाइन पार करते समय अचानक ट्रेन आ गई और कुछ भेड़े इधर-उधर भागने लगी। उसका कहना था कि जब तक उन लोगों ने भेड़ों को रेलवे लाइन से हटाने की कोशिश की तब तक अधिकांश उसकी चपेट में आ गई थी। भेड़ मालिक के अनुसार उसके पास 250 भेड़ें थी, जिनमें से 215 की मौत हो गई। भेड़ों के कटने से मालिक पूरी तरह से सदमे में है। हादसे में दो गधे भी बुरी तरह से जख्मी हो गए है।

Paliwal परिवार से आई दावेदारी

Panipat की समाजसेविका विजय लक्ष्मी पालीवाल ने भी चुनाव के लिए कमर कस ली है। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस के टिकट की चाह की। उन्होंने कहा कि सत्ता में रह कर महिलाओं की सेवा और भी ठीक प्रकार से की जा सकती है।
जीटी रोड स्थित एक होटल में विजय लक्ष्मी पालीवाल ने पत्रकारों को संबोधित किया और कांग्रेस के टिकट की दावेदारी जताई। उन्होंने कहा कि उनके पास पिछले आम चुनाव में प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन उस समय वह चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं और इसी कारण उन्होंने इससे इनकार कर दिया। इस शहर की महिलाओं के कहने पर वह चुनाव लड़ना चाहती हैं। कभी सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में न सहन करने की बात करने वाली विजय ने आज चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के टिकट की मांग की। उन्होंने कहा कि पहले वह भाजपा में जरूर थीं, लेकिन अब वह अपने दूसरे परिजनों की तरह ही कांग्रेस में हैं। उन्होंने कहा कि पीएम की कुर्सी का त्याग करने से सोनिया का कद बढ़ा है। एक ही परिवार से दो लोगों के कांग्रेस के टिकट की दावेदारी पर उन्होंने कहा कि अविनाश तो पिछले 25 वर्ष से कांग्रेस के टिकट की दावेदारी जता रहे हैं पर मैं तो पहली बार मैदान में आई हूं। टिकट की दावेदारी के लिए की गई कांफ्रेंस में कांग्रेस से जुड़े जिले के किसी भी नेता की गैर मौजूदगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि गुट बाजी के कारण अभी काफी लोग सामने नहीं आ रहे हैं पर अंदर से सभी का उन्हें सहयोग प्राप्त है। जब घर की गुटबाजी पर उनसे सवाल किया गया और पूछा गया कि अगर घर में ही उन्होंने अपने जेठ के साथ मीटिंग कर दावेदारी के संबंध में फैसला किया होता तो एक घर से टिकट का दावेदार एक होता। उन्होंने कहा कि घर में किसी प्रकार की गुटबाजी नहीं है। अगर टिकट अविनाश को मिलता है तो वह उनका भी समर्थन करेंगी।
मुख्य चुनावी मुद्दों के सवाल पर उन्होंने कहा कि महिलाओं बहुत से मुद्दे ऐसे हैं जो सांसद बन कर पूरे किए जा सकते हैं। जब उनसे समाजसेवा के अतिरिक्त आम लोगों की किसी समस्या को हल करवाने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शहर से जुड़े गई मुद्दों को उन्होंने हल करवाने का प्रयास किया है।

Friday, March 20, 2009

Mallika चुनाव की तैयारी में !

बॉलीवुड की हॉट गर्ल मल्लिका शेरावत अब हरियाणा की राजनीती के दंगल में भी अपना जलवा दिखाने की तैयारी में हैं। इनेलो उन्हें रोहतक से चुनावी मैदान में लानेकी तैयारी में है और इसके लिए बाकायदा पार्टी अपने सभी बॉलीवुड कांनेक्शन्स को भुनाने का प्रयास कर रही है।
हालाँकि पार्टी का कोई पदाधिकारी इसकी पुष्टिनहीं कर रहा है, लेकिन पार्टी से जुड़े विश्वस्त सूत्र इसपर न भी नहीं कर रहे हैं। इनेलो सुप्रीमो चौटाला के बेटे अभय चौटाला के बॉलीवुड में अच्छे रिश्ते हैं और पार्टी सीएम को उनके गृह जिले में घेरने के लिए इन रिश्तो को हर हाल में भुनाना चाहती है। यह लगभग तय है कि रोहतक संसदीय सीट से मुख्यमंत्री के बेटे दीपेन्द्र हुड्डा को टिकेट मिलना तय ही हैं। प्रदेश में कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद करने के लिए पार्टी को हेवी वेट उम्मीदवार लाना चाहती हैं ताकि पूरी प्रदेश सरकार को घर में ही घेरा जा सके।

मल्लिका मूल रूप से रोहतक जिले की ही हैं और चर्चा है कि वह अब राजनीती में तूफ़ान ला सकती हैं। यह भी एक वजह है कि पार्टी ने अभी एक भी प्रत्याशी घोषित नही किय है, जबकि प्रदेश में उनकी सहयोगी पार्टी भाजपा ने अपने कोटे कि पंचों सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए गए हैं।

कालेजों में अनिवार्य हुई कंप्यूटर शिक्षा

मदवि के सभी कालेजों में कंप्यूटर शिक्षा अनिवार्य होगी। यह फैसला महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से संबद्ध प्रदेश के सभी राजकीय व निजी कालेजों में नए सत्र से लागू होगा। सभी कालेजों के बी.काम/ बी.एससी में आगामी शैक्षणिक सत्र से सेमेस्टर सिस्टम शुरू करने की योजना है। इसके साथ ही प्रदेश के सभी गवर्नमेंट व प्राइवेट कालेजों (एमडी यूनिवर्सिटी से संबद्ध) में कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य विषय करने की भी योजना है। इसे आगामी अकेडमिक काउंसिल (एसी) की बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा। कंप्यूटर एजूकेशन को भी सेमेस्टर सिस्टम की तरह सत्र वाइज लागू किया जाएगा। वर्तमान सत्र से ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य विषय के रूप में शुरू किया गया है तथा एमडी यूनिवर्सिटी से संबंधित कालेजों में भी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तर्ज पर ही कंप्यूटर शिक्षा शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। प्रथम वर्ष में विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट कोर्स, द्वितीय वर्ष में डिप्लोमा कोर्स तथा तृतीय वर्ष में एडवांस डिप्लोमा कोर्स करने को मिलेगा। कंप्यूटर कोर्स में विद्यार्थियों को कंप्यूटर की पूरी बेसिक नालेज दी जाएगी। आगामी एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इस बारे अंतिम निर्णय लिया जाएगा। कंप्यूटर शिक्षा का निर्णय वर्तमान में लगातार बढ़ती कंप्यूटर नालेज की मांग को देखते हुए लिया गया है। कंप्यूटर एजूकेशन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तर्ज पर ही शुरू करने की योजना है ताकि विद्यार्थियों को एक से दूसरी यूनिवर्सिटी में माइग्रेशन कराने में किसी प्रकार की दिक्कतें न हो। डीन अकेडमिक अफेयर डा. सुरेंद्र कुमार ने बताया कि एमडी यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी कालेजों में कंप्यूटर शिक्षा अनिवार्य करने की योजना है जिसके बारे में एकेडमिक काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।

फर्जी आईपीएस की बीबी ने खोली पोल

संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में चयनित होकर आईपीएस बने अभिषेक कौशिक की असलियत से पर्दा उठ गया है। आईपीएस बनने के नाम पर शादी रचाने वाले अभिषेक कौशिक ने नहीं, बल्कि जयपुर के इसी नाम के एक अधिकारी ने इस परीक्षा में 225वां रैंक प्राप्त किया, बाद में इस अधिकारी ने सर्विस को ज्वाइन नहीं किया और सिरसा के अभिषेक ने इसी का फायदा उठाया। अब सब सच सामने आ गया है और आईपीएस कहलाने वाला अभिषेक अपनी पत्‍‌नी की शिकायत पर पुलिस के हत्थे चढ़कर सलाखों के पीछे पहुंच गया है। पुलिस ने अदालत से एक दिन के रिमांड के बाद अभिषेक से पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले में चार अन्य के विरुद्ध भी केस दर्ज हुआ है। सिरसा के भादरा बाजार में रहने वाला अभिषेक उस वक्त सुर्खियों में आया जब संघीय लोक सेवा आयोग की वर्ष 2006 की लिखित परीक्षा में उसे 225वां रैंक मिलने की जानकारी पहुंची। शहर के लोगों ने उसे सिर आंखों में बैठाया और जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिसमें अभिषेक कौशिक पर गौरव जताते हुए सम्मानित किया गया। अभिषेक ने बाद में सिरसा की नौहरिया बाजार में रहने वाली एक युवती से 31 अक्टूबर, 2008 को हिसार के आर्य समाज मंदिर में शादी रचा ली। प्रेम विवाह करने वाली युवती को उसने पंजाब में प्रशिक्षण के लिए भेजे जाने की जानकारी भी दी। प्रेम विवाह के वक्त चार अन्य व्यक्ति भी मौके पर मौजूद रहे और विवाह के बाद युवती अपने मायके लौट आई। बाद में उसे अभिषेक के बारे में जानकारी जुटानी चाही तो मामला ही कुछ और निकला। पुलिस सूत्रों के अनुसार अभिषेक 2006 की परीक्षा में बैठा जरूर था, पर परीक्षा को वह उत्तीर्ण नहीं कर पाया। इसी नाम के एक अन्य व्यक्ति ने इस परीक्षा में 225वां रैंक पाया, लेकिन उसने इस सेवा को ज्वाइन नहीं किया और इसके पीछे कारण यही रहा कि 2004 में उसने इसी परीक्षा के बल पर इंडियन रेवन्यू सर्विस को प्राप्त कर लिया, जिसके चलते वह इससे बड़े पद पर पहुंचने के लिए परीक्षा में पुन: बैठा था। शहर थाना प्रभारी अजय शर्मा ने बताया कि राजस्थान में नियुक्त चयनित हुए अभिषेक शर्मा ने इस परीक्षा के आधार पर मिलने वाली नियुक्ति को स्वीकार नहीं किया, जिस वजह से सिरसा के अभिषेक ने इसका लाभ उठाना शुरू कर दिया। शहर में उसे कार्यक्रमों में सम्मानित किए जाने लगा और बाद में उसने अपनी पोस्टिंग पंजाब में बता दी। थाना प्रभारी ने बताया कि अभिषेक कौशिक के खिलाफ शिकायत उसकी पत्‍‌नी की ओर से की गई है, जिसमें कहा गया है कि आईपीएस बन कर उसका यौन शोषण किया गया है और उसे धोखे में रखा गया है। उन्होंने बताया कि अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे अदालत से एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। पुलिस अब उससे आईपीएस के नाम पर ठगी करने या उन कार्यक्रमों के बारे में जानकारी जुटा रही है जहां उसे सम्मानित किया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आईपीएस के नाम पर मेल की गई है तो कई अन्य स्थानों पर इस पद का दुरुपयोग हुआ है, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है।

रेल और सड़क जाम

सरपंच की पिटाई पर एसएचओ समेत सात पुलिसकर्मियों पर केस
ईस्माइल के सरपंच सुनील की पिटाई के मामले को लेकर बृहस्पतिवार को ग्रामीण भड़क उठे। ग्रामीणों ने घंटों नेशनल हाई-वे रोके रखा और रोहतक-दिल्ली रेलवे मार्ग भी बाधित कर दिया। जनता एक्सप्रेस व पंजाब मेल घंटों खड़ी रही और कुछ अन्य गाड़ियां भी लेट हुई। उधर, ग्रामीणों के गुबार को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सांपला थाने के एसएचओ समेत सात कर्मियों को सस्पेंड कर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इस कार्रवाई के बाद ग्रामीणों रास्ते से हट गये। इस दौरान करीब पांच घंटे तक हंगामे की स्थिति रही और पुलिस प्रशासन की जान हलक में अटकी रही।
गौरतलब है कि मंगलवार की देर रात को एसएसओ की टीम ने इंडिका कार में सवार सरपंच व उसके साथियों को चेकिंग के लिए रोका था। इस दौरान पुलिस व सरपंच के बीच कहासुनी व हाथापाई भी हो गई थी। बुधवार को सरपंच सुनील आसपास के कई गांवों के सरपंचों को लेकर एसएसपी आलोक मित्ताल से मिला। उसका आरोप था कि एसएचओ दीपक ने अपनी टीम के साथ उसके साथ मारपीट की और गोली मारने की धमकी भी दी। एसएसपी ने मामले की जांच के आदेश एएसपी मनीष चौधरी को दिये थे। वहीं, सरपंचों ने चेतावनी दी थी कि वीरवार दोपहर 12 बजे तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो अंजाम ठीक नहीं होगा। बृहस्पतिवार सुबह एएसपी मनीष चौधरी छानबीन के लिए सांपला रेस्ट हाउस पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दे थाने का रुख किया। जहां, एसएचओ ने खुद को बे-कसूर बताते हुए कहा कि उन्होंने देर रात को चेकिंग के लिए सरपंच की गाड़ी को रोका था और इसी बाद पर महज कहासुनी हुई थी। वहीं दूसरी ओर, ग्रामीणों को काफी देर तक भी कार्रवाई के बारे में कोई सूचना नहीं मिली तो वे खफा हो ईस्माइला लौट आए और रोड जाम कर डाला। कुछ देर बाद ही अनेक ग्रामीण रेलवे ट्रैक पर भी पहुंच गये। अवरोधक डालकर उसे भी जाम कर दिया गया। उन्होंने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसकी सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया और एसडीएम समेत कई पुलिस अफसर भी ग्रामीणों को समझाने-बुझाने पहुंचे। ग्रामीण इस बात पर अड़े रहे कि एसएचओ समेत मारपीट करने वाले सातों पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और उनको तुरंत सस्पेंड किया जाए तो ही वे रास्ते से हटेगे। काफी जद्दोजहद के बाद आखिर पुलिस प्रशासन को ग्रामीणों की जिद के आगे झुकना ही पड़ा और करीब पांच घंटे की उठापटक के बाद लोगों ने रास्ता खोल दिया।

होर्डिग फाड़ने पर हजकां ने लगाया जाम

आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश पर नगर निगम के दस्ते ने राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित एक निजी भवन पर लगे हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC) का होर्डिग फाड़ दिया। इसके विरोध में बृहस्पतिवार शाम हजकां कार्यकर्ताओं ने लोकसभा प्रत्याशी चंदर भाटिया के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। करीब 10 मिनट के लिए हाईवे पर यातायात बाधित रहा। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जाम को खुलवा दिया।
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग पर अजरौंदा चौक के पास एक निजी भवन पर हरियाणा जनहित कांग्रेस का बड़ा-सा होर्डिग लगा हुआ था। बृहस्पतिवार को नगर निगम अधिकारियों ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला उपायुक्त बृजेंद्र सिंह के आदेशानुसार उस होर्डिग को फाड़ दिया। निर्वाचन अधिकारी के अनुसार यह आचार संहिता का उल्लंघन था। मगर शाम को जब इस बारे में चंदर भाटिया के पता चला तो वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंच गए और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। भाटिया का आरोप है कि प्रदेश सरकार जानबूझ कर उनकी पार्टी के साथ ऐसा कर रही है। नारेबाजी करते हुए हजकां कार्यकर्ता राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गए और जाम लगा दिया। चंदर भाटिया निगम अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने की मांग कर रहे थे।
जाम की सूचना मिलते ही मौके पर डीएसपी राम कुमार मलिक के नेतृत्व भारी पुलिस बल पहुंच गया। इस दौरान चंदर भाटिया की डीएसपी के साथ कहासुनी भी हो गई। बाद में पुलिस ने भाटिया को समझा-बुझाकर जाम खुलवा दिया। इसके बाद हजकां कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए डीएसपी एनआईटी दर्शन लाल मलिक के कार्यालय में पहुंचे। वहां एसडीएम यशपाल यादव मौजूद थे। भाटिया ने होर्डिग फाड़े जाने की शिकायत उनसे की व निगम अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने की मांग की। इस दौरान उन्होंने मीडिया को इस होर्डिग की इजाजत होने की भी बात कही, मगर वह इजाजत संबंधी दस्तावेज नहीं दिखा पाए।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त बृजेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि किसी भी स्थान पर होर्डिग लगाने के लिए नगर निगम या हुडा विभाग अनुमति नहीं देगा। अनुमति संबंधित विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी देंगे। राजमार्ग पर किसी भी सरकारी या गैरसरकारी जमीन पर कोई भी पार्टी या उम्मीदवार अपना होर्डिग नहीं लगाएगा। इस मामले में दिन के समय हजकां के नेताओं को बुलाकर बता दिया गया था, जब उन्होंने होर्डिग नहीं हटाए तो उन्हे हटाने के आदेश दिए गए है।

Thursday, March 19, 2009

HAU में दो दिवसीय किसान मेला रविवार को संपन्न हो गया। मेल में किसानों को नई तकनीकी जानकारी दी गई।



Wednesday, March 18, 2009

तेज़ हुई हरियाणा NDA में जंग

प्रत्याशी न बदले जाने पर आत्मदाह की चेतावनी
INLD-BJP ने आननफानन में समझौता कर लिया लेकिन गठबंधन में एक दूसरे को मातदेने का मौका वह चूकना नहीं चाहते। इसी रणनीति के तहत भाजपा ने joint meeting से पहले ही अपने पांच उम्मीदवार घोषित कर दिए। जल्दबाजी में हुई घोषणा से INLD तो नाराज है ही पार्टी में विरोध की सुगबुगाहट होने लगी है।
करनाल संसदीय सीट पर आईडी स्वामी के भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद भी पार्टी के एक गुट को उनका टिकट बदलने की उम्मीद है। इसी उम्मीद के सहारे पार्टी के पंजाबी गुट ने अब तक स्वामी के प्रचार अभियान से अपनी दूरी बनाए रखी है। इस गुट के समर्थन में एक वयोवृद्ध कार्यकर्ता ने पंजाबी प्रत्याशी बनाए जाने की मांग को लेकर आत्मदाह करने तक की चेतावनी दी है। इस सीट पर प्रदेश अध्यक्ष आत्मप्रकाश मनचंदा ने भी अपनी उम्मीदवारी जताई थी। काफी विचार-विमर्श के बाद केंद्रीय पार्टी नेतृत्व ने प्रदेश में इनेलो से गठबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आईडी स्वामी का नाम प्रत्याशी के रूप में चुना और उनपर करनाल सीट के लिए दांव लगाया। 13 मार्च को इसकी घोषणा के बाद भी पानीपत के पंजाबी गुट ने हार नहीं मानी। स्वामी के नाम की घोषणा के बाद सहयोगी इनेलो ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया, वहींइस गुट ने प्रत्याशी बदलने के मद्देनजर अपनी शतरंज आरंभ कर दी। इसी के मद्देनजर वयोवृद्ध किशन चंद चुघ ने करनाल संसदीय सीट से पंजाबी बिरादरी को प्रत्याशी बनाने की मांग को लेकर एक पत्र पार्टी प्रधान राजनाथ सिंह को लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि अगर करनाल सीट पर पार्टी ने अपना प्रत्याशी न बदला और पंजाबी बिरादरी के किसी व्यक्ति को प्रत्याशी नहीं बनाया तो वह दिल्ली में आत्महत्या करेंगे।
इतनही नही गठबंधन के मुख्य परौकार रहे कॅप्टन अभिमन्यु का भी पत्ता कट दिया गया है। वह रोहतक से पार्टी टिकेट के दावेदार थे। पर रोहतक सीट इनेलो के खाते मतीन चली गई और कैप्टेन हाथ मलते ही रह गए।

टिकटों की जोड़तोड़ में लगे सभी दलों के दावेदार

लोकसभा चुनाव के लिए हरियाणा में टिकट तय नहीं होने के कारण चुनावी माहौल पूरे रंग में नहीं आया है। अभी जहां नेता टिकट पाने की जोड़तोड़ में लगे हैं, वहीं पर पार्टियां ठोक बजाकर देख रही। कांग्रेस में मारामारी सबसे अधिक है। करनाल, सिरसा, सोनीपत, भिवानी, गुड़गांव और फरीदाबाद आदि सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी बदलने की संभावना है। रोहतक से मौजूदा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कुरुक्षेत्र के मौजूदा सांसद नवीन जिंदल, हिसार के जय प्रकाश और अंबाला की मौजूदा सांसद कुमारी सैलजा की टिकट कटने की कोई संभावना नहीं दिखती। वैसे अंबाला से सैलजा के मुकाबले प्रदेश कांग्रेस के प्रधान फूलचंद मुलाना भी अंबाला से टिकट का दावा कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि हिसार से पार्टी की टिकट लेने वालों की ज्यादा लंबी कतार नहीं है। भिवानी सीट पर कांग्रेस में टिकट पाने के लिए काफी जद्दोजहद चल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के परिवार में ही यहां से टिकट पाने के लिए झगड़ा है। पर्यटन मंत्री किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति को और बंसीलाल के बेटे रणबीर महेंद्रा अपने बेटे अनिरुद्ध को यहां से टिकट दिलाना चाहते हैं। मुख्य संसदीय सचिव धर्मबीर भी यहां से टिकट के दावेदार हैं। नई हदबंदी के बाद फरीदाबाद सीट से सामाजिक समीकरण बदल गए हैं। इसलिए यहां के मौजूदा सांसद अवतार सिंह भडाना की टिकट कटवाने में उनके विरोधी जुट गए हैं। पलवल के विधायक करण सिंह दलाल फरीदाबाद सीट पर दावा कर रहे हैं। दलाल की दलील यह है कि यहां फरीदाबाद सीट पर सबसे ज्यादा मतदाता जाट वर्ग (करीब 3 लाख) के हैं इसलिए इस सीट पर जाट प्रत्याशी का दावा बनता है। दूसरी तरफ गुज्जर व मेव मतदाता अब इस सीट पर कम हो गए हैं। तकनीकी शिक्षा मंत्री एसी चौधरी भी इस सीट पर पंजाबी नेता होने के नाते दावा ठोक रहे है। अवतार सिंह भडाना यहां के मौजूदा सांसद होने के नाते दावेदार हैं ही। गुड़गांव लोकसभा सीट अब मेव मुस्लिम और यादव आबादी के बीच बंट गई है। मौजूदा सांसद राव इंद्रजीत और कैप्टन सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव इस सीट पर दावा कर रहे हैं। अहीरवाल में दोनों ही एक दूसरे के प्रतिद्वंदी रहे हैं। इसके इलावा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता खजान सिंह, पूर्व सांसद खुर्शीद अहमद और निदर्लीय विधायक हबीबुर्रहमान भी टिकट के लिए जोड़ तोड़ कर रहे हैं। करनाल लोकसभा सीट पर कई दिग्गजों की नजर है। मौजूदा सांसद डा.अरविंद शर्मा को टिकट कराने में कांग्रेस के कई पहलवान लगे हैं। पर अरविंद ने अपने संसदीय क्षेत्र को पूरी तरह बांध रखा है। यहां पर अंबाला के विधायक व कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन विनोद शर्मा व प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुलदीप शर्मा भी टिकट के लिए दांव भिड़ा रहे हैं। उद्योगपति अविनाश पालीवाल टिकट के लिए अलग से जुगाड़ भिड़ा रहे हैं। जब भजनलाल ने करनाल से चुनाव लड़ा था तब पालीवाल उनके कवरिंग कैंडिडेट थे। पालीवाल कांग्रेस के पूर्व प्रभारी जनार्दन द्विवेदी के रिश्तेदार भी हैं। सिरसा लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद आत्मा सिंह गिल की टिकट कटने का अंदेशा है। बेशक कांग्रेस को यहां कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं मिल रहा है पर टिकट के दावेदारों में कोई कमी नहीं है। पूर्व मंत्री राज कुमार वाल्मीकि, आयकर अधिकारी सुनीता दुग्गल, अंबाला के पूर्व सांसद अमन कुमार नागरा की पत्नी मीरा नागरा टिकट के लिए जोड़तोड़ कर रहे हैं।

नहर में बह गए तीन युवक

सोनीपत : रविवार को गांव रोहट के पास दिल्ली पेयजल योजना नहर के तेज बहाव में बह गए युवक को बचाने की कोशिश में दो और युवक भी बह गए। तमाम कोशिशों के बावजूद सोमवार सुबह एक युवक का शव बरामद किया जा सका जबकि दो अन्य का कोई पता नहीं चला था। प्रशासन के रवैये से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को करीब चार घंटे तक सोनीपत-रोहतक मार्ग जाम रखा। उनका आरोप था कि कहने के बावजूद नहर में पानी बंद नहीं किया गया जिससे युवकों को तलाशने में बाधा आई। सोनीपत के डीसी ने नहर में तैरने पर पाबंदी लगा दी है। रविवार को गांव बैंयापुर खुर्द स्थित राजीव नगर निवासी मोनू सगे भाई सोनू व ममेरे भाई कृष्ण के साथ नहर में नहाने गया था। अचानक पैर फिसल जाने से मोनू नहर में बह गया। साथ गए दोनों युवकों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे। उसी समय भगत सिंह कालोनी वासी व ज्ञान विद्यापीठ स्कूल के 10वीं का छात्र विजय और स्कूल बस का ड्राइवर सुरेंद्र निवासी हरसाना कलां भी वहां नहाने गए थे। जैसे ही उन्हें मोनू के डूबने का पता चला दोनों ने उसे बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी। पानी का बहाव काफी तेज होने के कारण विजय व सुरेंद्र भी बह गए। खबर मिलते ही युवकों के परिजन व आसपास के ग्रामीण वहां जमा हो गए। लोगों ने तत्काल पुलिस प्रशासन को सूचना देकर नहर में पानी बंद कराने को कहा। कुछ ही देर में पहुंची थाना सदर पुलिस ने ग्रामीणों व गोताखोरों की मदद से डूबे युवकों की तलाश आरंभ कर दी, लेकिन उनका पता नहीं चल पाया। सोमवार सुबह तक डूबे युवकों का पता नहीं चला। दूसरी तरफ ग्रामीणों की मांग के बावजूद नहर का पानी बंद नहीं किया गया। इससे उनका गुस्सा फूट पड़ा। सुबह करीब आठ बजे रोहट के पास दोनों नहर के पुल पर ट्रक, ट्राली लगाकर ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया। सूचना मिलते ही एसडीएम अरविंद मल्हान, डीएसपी (डिटेक्टिव) बद्री प्रसाद भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और नहरी विभाग के अधिकारियों को तत्काल पीछे से पानी बंद करने के निर्देश देकर गोताखोरों की मदद से डूबे युवकों की तलाश आरंभ की। तलाशी के दौरान गांव गढ़ीबिंधरौली के पास से गोताखोरों ने हरसाना कलां निवासी सुरेंद्र का शव बरामद कर लिया, जबकि अन्य दो युवकों की तलाश जारी थी। दूसरी ओर, प्रशासनिक अधिकारियों के काफी मान मनौव्वल के बाद ग्रामीणों ने करीब 12.30 बजे जाम खोला। इसके बाद ही यातायात सुचारू हो सका।

Monday, March 16, 2009

अब लालबत्ती लगाने पर फंसे सांसद Gil

सिरसा के सांसद आत्मा सिंह गिल नए विवाद में फंस गए हैं। इस बार उन पर चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद अपनी गाड़ी पर लाल बत्ती लगाने का आरोप है। रविवार को यह मामला उस समय तूल पकड़ लिया जब लाल बत्ती लगी अपनी गाड़ी से जा रहे सांसद गिल को हजकां कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। पार्टी के रतिया प्रभारी सुभाष खिलेरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सांसद की गाड़ी का रतिया के संजय गांधी चौक पर घेराव कर लिया। सांसद गिल उस वक्त फतेहाबाद की तरफ जा रहे थे। विरोध के बावजूद सांसद लाल बत्ती उतारने के लिए तैयार नहीं हुए। आखिर सांसद के लोगों ने आश्वासन दिया कि रतिया से बाहर निकलते ही लालबत्ती उतार दिया जाएगा। इस बारे में पूछने पर सांसद गिल ने कहा कि दिल्ली में जाम से बचने के लिए बत्ती लगाई हुई थी, लेकिन कुछ विरोधियों ने उनका रास्ता रोकने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि लालबत्ती उतार दी है। इस बारे में उपायुक्त जेएस अहलावत ने कहा कि प्रशासन ने पहले ही धारा 144 लागू की हुई है। जैसे ही उनकी नोटिस में सांसद द्वारा लाल बत्ती लगाने की बात आई, उन्होंने तुरंत हटवा दी है। यदि कोई लालबत्ती का प्रयोग करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

19 जिलों के लिए बनी Election Helpline

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं की सुविधा के लिए प्रदेश निर्वाचन विभाग ने 19 जिलों के लिए हेल्प लाइन सुविधा शुरू की है। निर्वाचन विभाग के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि इस हेल्पलाइन के द्वारा मतदाता लोकसभा चुनाव एवं मतदाता पहचान पत्र से संबंधित जानकारियां हासिल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिन जिलों में हेल्पलाइन सुविधा शुरू की गई है, उनमें पंचकूला, गुड़गांव, सोनीपत, सिरसा, नारनौल, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, जींद, गुड़गांव, फरीदाबाद, फतेहाबाद, हिसार, रेवाड़ी, कैथल, पानीपत, यमुनानगर, भिवानी और रोहतक शामिल है।
Name of District-------------------Helpline no.
पंचकूला ---------------------------0172-2579994
अंबाला ---------------------------0171-2532801
सोनीपत ----------------------------0130-2221728
सिरसा ----------------------------01666-220037
नारनौल ----------------------------01282-256220
झज्जर -----------------------------01251-254246
करनाल -----------------------------0184-2252260
कुरुक्षेत्र -----------------------------01744-222872
जींद -----------------------------01681-249997
गुड़गांव -----------------------------0124-2224047
फरीदाबाद -----------------------------0129-2433593
फतेहाबाद -----------------------------01667-230146
हिसार ------------------------------01662-239607
रेवाड़ी ------------------------------01274-222779
कैथल ------------------------------01746-235568
पानीपत ------------------------------0180-258065
यमुनानगर------------------------------01732-261949
भिवानी ------------------------------01664-242510
रोहतक ------------------------------01262-242881
उन्होंने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव एवं मतदाताओं से संबंधित जानकारी विभाग की वेबसाइट से भी प्राप्त की जा सकती है।

Karnal से फ़िर कल्पना की उड़ान

अंतरिक्ष परी कल्पना चावला द्वारा दी गई गुरु दक्षिणा की बदौलत इस साल भी टैगोर बाल निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल की दो छात्राएं नासा (अमेरिका) में लगने वाले स्पेस समर कैंप में भाग लेने के लिए रवाना होंगी। छात्रा निवेदिता और पलक गोयल 26 जुलाई को नासा के लिए उड़ान भरेंगी। खुशी की बात यह है कि कैंप का संयोजन भी नासा में सबसे पहले जाने वाले डालमें शामिल छात्रा कमालिका चंडाल करेंगी। नासा जाने वाली दोनों छात्राओं को रविवार को टैगोर बाल निकेतन में सम्मानित किया गया। प्रिंसिपल डा. राजन लांबा ने कहा कि अंतरिक्ष परी कल्पना चावला की गुरु दक्षिणा के चलते स्कूल से हर साल दो छात्र स्पेस समर कैंप में भाग लेने के लिए जाते हैं। नासा जाने वाले छात्र-छात्राओं को कड़ी चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। लगातार सात महीने तक चलने वाली चयन प्रक्रिया में नौंवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रा-छात्राएं भाग ले सकते हैं। इस प्रक्रिया में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ छात्र-छात्राओं के ज्ञान को परखते हैं। इसके बाद हर फील्ड में बेहतर प्रदर्शन करने वाली दो छात्रों का चयन किया जाता है। डा. लांबा ने बताया कि इस बार जाने वाली दोनों छात्राएं 26 जुलाई को नासा के लिए उड़ान भरेंगी और 10 अगस्त को वापस आएंगी। इस बीच वे कैंप में अंतरिक्ष से संबंधित तमाम जानकारियां हासिल करने के साथ ही अंतरिक्ष के किसी एक पहलू पर आधारित अपना माडल भी तैयार करेंगी। छात्राओं के हवाई जहाज के टिकट के खर्च का वहन अभिभावक और स्कूल प्रबंधन मिलकर करेंगे। उन्होंने कहा कि खुशी की बात यह भी है कि कैंप का संयोजन नासा जाने वाले पहले बैच में शामिल छात्रा कमालिका चंडाल करेंगी। वे इस समय अमेरिका में ही रहती हैं।

फिर भिड़े डेरा प्रेमी व सिख

डेरा प्रेमियों व सिखों के बीच विवाद की चिंगारी रविवार को फिर भड़क उठी। जाखल के नजदीक पंजाब में पड़ने वाले गांव चूडल कलां में नामचर्चा को लेकर डेरा प्रेमी व सिख श्रद्धालु भिड़ गए और दोनों के बीच जमकर पथराव हुआ। विवाद को रोकने के लिए पुलिस को हलका बल प्रयोग करना पड़ा। बाद में पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में नामचर्चा संपन्न हो गई।
पंजाब में दो वर्षो से नामचर्चा पर लगी पाबंदी एक माह पूर्व हटा ली गई थी। साध संगत ने गांव चूडल कलां में नामचर्चा का आयोजन किया। रविवार सुबह से ही नामचर्चा घर पर साध संगत का पहुंचना शुरू हो गया। इसकी सूचना मिलते ही पंजाब पुलिस के कान खड़े हो गए और तत्काल भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जाखल बरेटा मार्ग पर पुलिस चौकसी को बढ़ाते हुए जगह जगह पर नाके लगा दिए गए। वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई। हरियाणा सीमा की ओर से डेरा प्रेमियों का सैलाब नामचर्चा घर की ओर उमड़ने लगा तो पंजाब पुलिस उन्हें रोकने लगी। इससे से तलवाड़ा रेलवे फाटक के नजदीक डेरा प्रेमियों व पंजाब पुलिस के बीच काफी तकरार हुई। पुलिस कर्मचारी डेरा प्रेमियों को नामचर्चा घर जाने से नहीं रोक सके। दूसरी तरफ इसकी खबर ही सिख समुदाय के लोग भी चूडल कलां स्थित गुरुद्वारा घर में एकत्र होने लगे। पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सिख श्रद्धालु नामचर्चा घर की ओर बढ़ने लगे। उन्हें रोकने की पुलिस की कोशिश नाकाम रही। सिख श्रद्धालु नामचर्चा घर की ओर पिछवाडे़ से बढ़े तो वहां पहले से ही डेरा प्रेमी मौजूद थे। दोनों पक्षों ने एक दूसरे को ललकारना शुरू कर दिया और पत्थर बरसाने लगे। टकराव रोकने की कोशिश नाकाम देख आखिर पुलिस कर्मचारियों ने डेरा प्रेमियों पर हल्का लाठीचार्ज किया। इससे गुस्साए डेरा प्रेमी पत्थर बरसाने लगे जिससे छह से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। भारी मशक्कत के बाद पुलिस ने दोनों समुदाय के श्रद्धालुओं को काबू किया। गुस्साए सिख जाखल बरेटा मार्ग के बीचों बीच बैठ गए। पुलिस प्रशासन ने पुलिस बल को तैनात करने करने के साथ ही दंगा निरोधक दस्ते को भी नामचर्चा घर के बाहर तैनात कर दिया।

रैगिंग के नाम पर फिर दरिंदगी, छात्र को अधमरा किया

रैगिंग का शिकार हुए मेडिकल छात्र अमनसत्य काचरू की मौत को लोग अभी भूल भी नहीं पाए थे कि गुडगाँव के एक इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट संस्थान में छात्र के साथ रैगिंग का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि एमबीए कर रहे वरिष्ठ छात्र ने पांच छात्रों के साथ मिलकर पीडि़त छात्र को मारपीट कर अधमरा कर दिया। छात्र के संवेदनशील अंग पर गंभीर चोट आई है। थाना बिलासपुर में दी गई शिकायत में सेक्टर 10 के मकान नंबर 628 में रहने वाले पूर्व सेनाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उसका बेटा निशांत अनुपमा इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में इंजीनियरिंग के चौथे वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। 9 मार्च को निशांत को कालेज में उसके सीनियर ने कपड़े उतारने को कहा। आरोपी के साथ पांच अन्य छात्र थे। मना करने पर सभी ने निशांत को जमकर मारापीटा। लात घूंसों से की गई पिटाई की वजह से निशांत के सिर व संवेदनशील अंग पर गंभीर चोटें आई हैं। जिसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। सुरेंद्र का कहना है कि कालेज प्रशासन ने मामले को गंभीरता से इसलिए नहीं लिया कि घटना का मुख्य जिम्मेदार मैनेजमेंट से जुड़े लोगों का खास है और वह प्रशासनिक व्यवस्था भी देखता है। हालांकि कालेज प्रशासन ने इसे छात्रों की आपसी लड़ाई बताया है। डीसीपी साउथ इंद्र सिंह सैनी ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपी मुकुल, प्रीतम, ललित, अश्रि्वनी, पुनीत व नितिन के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 523, 323 के तहत बिलासपुर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। मेडिकल रिपोर्ट मिलने पर गंभीर धाराएं लगाई जा सकती हैं। नपुंसक हो सकता था निशांत : सेठी अस्पताल में निशांत का इलाज कर रहे सर्जन डा. प्रमोद का कहना है कि निशांत के सिर व सीने में चोट के साथ-साथ गुप्तांग के बाएं हिस्से में गंभीर चोट आई है जिससे वहां ब्लड जम गया है। यदि दूसरे हिस्से में भी ब्लड जम जाता तो निशांत नपुंसक हो सकता था।

Sunday, March 15, 2009

एथलेटिक्स कोच ने मैदान में ली अंतिम सांस

सिरसा/फरीदाबाद : एक खिलाड़ी की हमेशा यह तमन्ना रहती है कि वह अपनी अंतिम सांस तक किसी न किसी रूप में खेलों से जुड़ा रहे। सिरसा के एथलेटिक कोच व कार्यवाहक जिला खेल अधिकारी हरमिंदर सिंह गिल के साथ ऐसा ही हुआ। शनिवार को खेल मैदान पर ही हृदयगति रुकने से उनका निधन हो गया। पचास वर्षीय एचएस गिल फरीदाबाद के सेक्टर-12 स्थित राज्य खेल परिसर के मैदान पर शनिवार से शुरू हुई हरियाणा खेल विभाग की तीन दिवसीय प्रदेश खेलकूद में भाग लेने आए हुए थे। दोपहर बाद वह हिसार मंडल की टीम की ओर से हैंडबाल का मुकाबला खेलने के लिए मैदान पर उतरे। इस मैच में हरमिंदर गिल ने स्वभाव के अनुरूप शानदार खेल दिखाया, हालांकि हिसार टीम यह मैच हार गई। सिरसा के ही कोच राजेंद्र व पम्मी ने बताया कि यह मुकाबला खत्म होने के बाद वे बास्केटबाल कोर्ट पर पहुंचे, वहीं गिल ने कहा कि उन्हें सीने में दर्द हो रहा है। इतना कहते ही वह वहीं गिर पडे़।

Chand ने कहा-तलाक, तलाक, तलाक

हरियाणा के पूर्व उप-मुख्यमंत्री चंद्रमोहन उर्फ चांद मोहम्मद तथा हरियाणा की पूर्व सहायक महाधिवक्ता अनुराधा बाली उर्फ फिजा की प्रेम कहानी का अंत हो गया है। चांद ने फोन पर फिजा को तीन बार तलाक कह कर इस प्रेम कहानी का अंत कर दिया है। चंद्रमोहन ने साथ ही मोबाइल पर एसएमएस के जरिये भी तीन बार तलाक लिखकर भेजा है। फिजा को महेर की रकम भी शीघ्र देने का वादा चंद्रमोहन ने किया है। वहीं फिजा ने कहा है कि वह न्याय के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगी व चंद्रमोहन के खिलाफ दोबारा शिकायत दर्ज करवाएंगी। अपने आवास पर पत्रकारों से रूबरू फिजा मोहम्मद ने बताया कि शुक्रवार रात लगभग 9.30 बजे चंद्रमोहन का फोन आया। उन्होंने फोन पर उससे तीन बार तलाककहा। फिजा ने बताया कि 0447932211577 नंबर से रात में चांद मोहम्मद का उसे फोन आया था। फिर फिजा के दोनों मोबाइल नंबर पर चंद्रमोहन ने मैसेज भेजा। मैसेज में लिखा था आई हैव डाईवो‌र्स्ड यू, यूअर महेर एंड मेंटीनेंस विल बी सेंड टू यू वेरी शार्टली, फ्रॉम चांद मोहम्मद। फिजा के मुताबिक इसके तुरंत बाद चांद मोहम्मद ने उसे फोन में धमकी दी कि वह उनके परिवार के खिलाफ बहुत ज्यादा बोल रही है, परंतु उनका परिवार सिर्फ लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुप बैठा है। चंद्रमोहन ने कहा कि बाहर जाकर देखो जैसे तुम्हारी गाड़ी पर क्रास का निशान लगाया है चुनाव के बाद तुम्हारी जिंदगी पर भी ऐसा ही क्रास लगा दिया जाएगा। फिजा ने वह गाड़ी पर लगा वह क्रास का चिन्ह भी पत्रकारों को दिखाया। फिजा मोहम्मद ने आरोप लगाया कि उनके पिता की मृत्यु के लिए जिम्मेवार भी चांद मोहम्मद हैं। उनके पिता को हार्ट अटैक भी तभी हुआ था जब उन्हें पता चला था कि चंद्रमोहन उनके घर आकर अनुराधा से शादी करने के लिए दबाव बना रहा है। यह हार्ट अटैक उनके पिता के लिए जानलेवा साबित हुआ। फिजा ने बताया कि चांद ने भी उसके पिता की मृत्यु के लिए खुद को जिम्मेवार माना था और उनके फूल प्रवाहित करने भी उनके परिवार के साथ गए थे। भजन लाल परिवार पर उन्होंने फिर कई आरोप लगाए। फिजा ने कहा कि मोहाली पुलिस ने बिश्नोई परिवार के प्रभाव के चलते उनकी पहली शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। उसने सिर्फ एक फैक्स को आधार मान कर शिकायत रद कर दी जो सर्वथा गलत है। वह ताजा तथ्यों के आधार पर पुन: इसकी शिकायत दर्ज कराएंगी। फिजा मोहम्मद ने कहा कि पिछले दिनों उन्हें अज्ञात व्यक्ति द्वारा लिखे गए धमकी भरे पत्र की बातें सत्य साबित हो रही हैं। उस पत्र में लिखा था कि तुम्हारा तलाक होकर रहेगा। इसके बाद लिखा था कि सीमा बिश्नोई तुम्हें मरवा देगी। पर, वह घबराने वाली नहीं हैं और अपनी अंतिम सांस तक न्याय के लिए लड़ेंगी। इस अवसर पर फिजा के वकील रोहित महाजन भी उनके साथ थे।

Fija-Chand के तलाक पर शरई मुहर
देवबंद : उलेमा ने साफ कर दिया है कि धर्म परिवर्तन कर चंद्रमोहन से चांद बने हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम और अनुराधा बाली से फिजा बनीं पूर्व अपर महाधिवक्ता का तलाक शरई रूप से मान्य है। उलेमा ने कहा कि एसएमएस से तलाक देने की शरई मान्यता तभी है, जब खुद भेजने वाला वही व्यक्ति है, जो तलाक दे रहा है। वक्फ दारुल उलूम के फतवा विभाग के प्रभारी मुफ्ती अहसान कासमी ने कहा कि अगर तलाक खत, फोन या एसएमएस के जरिए दी जाए तो शरीयत की रोशनी में मान्य हो जाती है। एसएमएस से तलाक भेजे जाने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि इसे भेजने वाला शौहर ही हो, न कि कोई दूसरा। यदि चांद मोहम्मद ने खुद तीन बार जुबान से तलाक कह दिया है तो भी तलाक हो गया। वक्फ दारुल उलूम के वरिष्ठ प्रवक्ता मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर ने भी शरीयत की रोशनी में यही कहा कि दोनों के मध्य तलाक मान्य हो गया है। उन्होंने कहा कि फिजा को शरई नजरिये से अब इद्दत (तलाक के बाद एकांतवास की अवधि) में बैठ जाना चाहिए। अब फिजा और चांद मोहम्मद के बीच निकाह का करार खत्म हो चुका है।