Saturday, June 13, 2009

नलकूपों को मिलेगी एक घंटा ज्यादा बिजली

दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने नलकूपों को दी जाने वाली बिजली आपूर्ति में एक घंटे की वृद्धि की है। अन्य उपभोक्ताओं की दी जाने वाली बिजली आपूर्ति के समय में बदलाव किया है। समय तय करते समय गंावों में दोपहर के समय भी तीन घंटे लोगों की सुविधा के लिए बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की है।निगम के प्रवक्ता ने जारी बयान में बताया कि जिन ग्रामीण घरेलू क्षेत्रों में घरेलू और कृषि लोड अलग-अलग हो चुका है। वहां ग्रुप एक को आपरेशन सर्कल नारनौल और भिवानी में रात 10.00 बजे से सुबह 4.00 बजे तक व सायं 5.30 बजे से 6.30 बजे तक और हिसार व सिरसा सर्कल में रात 10.30 बजे से सुबह 4.30 बजे तक तथा सायं 6.30 बजे से 7.30 बजे तक बिजली आपूर्ति दी जाएगी।नलकूपों को ग्रुप दो में फरीदाबाद, भिवानी और सिरसा सर्कल में सुबह 4.30 बजे से 5.30 बजे तक व दोपहर 11.30 बजे से सायं 5.30 बजे तक बिजली की आपूर्ति की जाएगी। ग्रुप दो को गुडग़ंव, नारनौल और हिसार सर्कलों में सुबह 5.30 बजे से 11.30 बजे तक व सायं 6.30 बजे से 7.30 बजे तक बिजली दी जाएगी।हिसार व सिरसा सर्कल को बिजली आपूर्ति के लिए तीन ग्रुपों में बांटा गया है। हिसार में ग्रुप तीन को 5.30 बजे से 11.30 बजे तक व सायं 5.30 बजे से 6.30 बजे तक बिजली की आपूर्ति की जाएगी। सिरसा सर्कल में ग्रुप तीन को सुबह 4.30 बजे से 5.30 बजे तक तथा दोपहर 11.30 बजे से सायं 5.30 बजे तक बिजली दी जाएगी।जहां घरेलू और कृषि लोड अलग-अलग नहीं किया गया है वहां नारनौल व भिवनी सर्कलों में ग्रुप एक को रात 10.00 बजे से सुबह 4.00 बजे तक सायं 5.30 बजे से 6.30 बजे तक तीन फेज तथा सायं 7.00 बजे से रात 11.00 बजे तक घरेलू उपयोग की बिजली दी जाएगी। हिसार सर्कल में ग्रुप एक को रात 10.30 बजे से सुबह 4.30 तथा सायं 6.30 बजे से 7.30 बजे तक तीन फे ज की तथा सायं 7.30 बजे से रात 11.00 बजे तक घरेलू उपयोग की बिजली दी जाएगी। सिरसा सर्कल में ग्रुप एक को रात 10.30 बजे से सुबह 4.30 बजे तथा सायं 5.30 बजे से 6.30 बजे तक तीन फे ज की तथा रात 7.00 बजे से 11.00 बजे तक घरेलू उपयोग के लिए बिजली दी जाएगी। फरीदाबाद, भिवानी व हिसार सर्कलों में ग्रुप दो तथा सिरसा सर्कल में ग्रुप तीन को सुबह 4.30 बजे से 5.30 बजे व दिन में 11.30 बजे से बाद दोपहर 5.30 बजे तक तीन फेज की और सायं 7.00 बजे से 11.00 बजे तक घरेलू उपयोग की बिजली दी जाएगी। गुडग़ंाव, नारनौल व सिरसा सर्कलों के ग्रुप दो हिसार सर्कल के ग्रुप तीन को सुबह 5.30 से दोपहर 11.30 बजे तक व सायं 5.30 बजे से 6.30 बजे तक तीन फे ज की तथा सायं 7.30 बजे से 11.00 बजे तक दो फे ज की बिजली की आपूर्ति दी जाएगी। गंावों में घरेलू फीडरों को ग्रुप एक में नारनौल, फ रीदाबाद और हिसार सर्कल में सुबह 4.00 बजे से 6.00 बजे दिन में 10.00 बजे से 1.00 बजे रात को 7.00 बजे से 12.00 बजे तक बिजली आपूर्ति दी जाएगी। आपरेशन सर्कल भिवानी, गुडग़ांव, सिरसा में ग्रुप एक को सुबह 5.00 बजे से 7.00 बजे दोपहर 10.00 बजे से 1.00 बजे और रात 7.00 बजे से 12.00 बजे तक बिजली दी जाएगी। नारनौल, फ रीदाबाद व हिसार सर्कल के ग्रुप दो को सुबह 6.00 बजे से 8.00 बजे दोपहर 1.00 बजे से 4.00 बजे और रात को 7.00 बजे से 12.00 बजे तक बिजली दी जाएगी, जबकि भिवानी गुडग़ंाव और सिरसा सर्कलों के ग्रुप दो को सुबह 7.00 बजे से 9.00 बजे तक दोपहर 1.00 बजे से 4.00 बजे तक रात 7.00 बजे से 12.00 बजे तक बिजली की आपूर्ति की जाएगी। घरेलू फ डरों को इस पूरे समय के लिए तीन फे ज की बिजली दी जाएगी। उद्योगों को सायं 7.00 बजे से रात 12.00 तक बंद रखा जाएगा। भिवानी सर्कल, नारनौल, ए-2 पलवल और सिरसा क्षेत्रों में सुबह 7.00 बजे से 8.00 बजे, 10.00 बजे से 11.00 बजे दोपहर 1.00 बजे से 2.00 बजे सांय 8.00 बजे से 9.00 बजे तक एक-एक घंटे की कटौती के चार समय निर्धारित किए गए हैं। हिसार और गुडग़ांव जोन-2 क्षेत्रों में सुबह 8.00 बजे से 9.00 बजे दोपहर 11.00 बजे से 12.00 बजे व 2.00 बजे से 3.00 बजे तथा रात 9.00 बजे से 10.00 बजे तक एक-एक घंटे के चार समय निर्धारित किए गए हैं।

छह एसपी समेत 29 अफसर बदले

नवदीप विर्क--हिसार
अनिल राव --रोहतक
श्रीकांत जाधव--पानीपत


सरकार ने पुलिस प्रशासन में व्यापक उलटफेर करते छह एसपी समेत राज्य के 29 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तुरंत प्रभाव से स्थानांतरण प्रभाव से किया गया है। हिसार, रोहतक, पानीपत, करनाल, फरीदाबाद व सोनीपत के एसपी का तबादला किया गया है। वीबी सिंह को राज्य के डीजी एसवीबी के पद पर नियुक्त किया गया है। यह पद रिक्त था। पदोन्नति के लिए प्रतिक्षारत विजेंद्र राय को डीजी ओएसडी कानून के पद पर नियुक्त किया गया है। यह पद भी रिक्त था। स्वर्णजीत सिंह एडीजीपी को पदोन्नत करके डीजी प्रशासन के पद पर नियुक्त किया गया है। यह पद नया सृजित किया गया है। राकेश मलिक एडीजीपी को पदोन्नत करके डीजी मानव अधिकार और विधायी के पद पर नियुक्त किया गया है। यह पद भी नया सृजित किया गया है। वीएन राय एडीजीपी को डीजी कानून और व्यवस्था के साथ अतिरिक्त प्रभार एचपीए का दिया गया है। यह पद भी नव सृजित है। पीवी राठी को डीजी सीआईडी के पद पर पदस्थापित किया गया है। अनिल डावरा एडीजीपी को सीआईडी के एडीजीपी के पद पद नियुक्त किया गया है। परविंदर राय एडीजीपी को एडीजीपी एसवीबी के पद पर नियुक्त किया गया है। वाईपी सिंघल एडीजीपी को एडीजीपी सीआईडी के पद पर नियुक्त किया गया है। महिंदर लाल एडीजीपी क्राइम के पद पर पदस्थापित किया गया है। श्रीनिवास वशिष्ठ एडीजीपी को एडीजीपी शस्त्र पुलिस के पद पर नियुक्त किया गया है। डा. आरसी मिश्रा आईजीपी को आईजी जेल लगाया गया है। आरसी गोएल को आईजी सतर्कता, मंजीत सिंह अहलावत आईजीपी को आईजी सतर्कता गुडग़ांव, शिव शक्ति राव आईजी को आईजी सीएम फ्लाइंग स्क्वाड, डा. केपी सिंह आईजीपी को प्रशिक्षण और ओएसडी कानून, के. सेल्वराज आईजी पर्सनल को टेलीकाम का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। डा. राजवंत सिंह आईजी प्रशिक्षण को आईजी कानून व्यवस्था, पीके अग्रवाल आईजीपी सतर्कता को आईजी फरीदाबाद रेंज बनाया गया है। आलोक मित्तल को पदोन्नत कर संयुक्त पुलिस आयुक्त गुडग़ांव, एएस चावला को डीआईजी सीआईडी, राजपाल सिंह को डीआईजी कानून व्यवस्था, पीएस रंगा को पदोन्नत कर डीआईजी आईआरवी भोंडसी बनाया गया है। नवदीप सिंह विर्क एसपी सोनीपत को एसपी हिसार, श्रीकांत जाधव को एसपी पानीपत, अनिल कुमार राव एसपी हिसार को एसपी रोहतक, मोहिंदर सिंह श्योराण एसपी पानीपत को एसपी सोनीपत और केके राव एसपी फरीदाबाद को एसपी करनाल बनाया गया है।

Wednesday, June 10, 2009

चार महीने में जन्मी दूसरी Clone कटड़ी

कल्पना के शहर ने साइंस के क्षेत्र में नई उड़ान भरी है। अब गरिमा ने करनाल के NDRI (राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान) की गरिमा बढ़ा दी है। चार माह के भीतर ही यहां के वैज्ञानिकों ने विश्व की दूसरी क्लोन कटड़ी पैदा कराने में सफलता हासिल कर ली। मुर्राह नस्ल की यह कटड़ी पूरी तरह स्वस्थ है। इससे पशुओं में दूध की क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी। एनडीआरआई के वैज्ञानिकों ने पहले भी एक क्लोन कटड़ी पैदा कराई थी। लेकिन, 6 फरवरी को जन्मे दुनिया की पहली क्लोन कटड़ी की हफ्ते भर के अंदर ही न्यूमोनिया के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद संस्थान ने दो और क्लोन कटड़ी क्रमश: मई और जून में पैदा करने की घोषणा की थी, लेकिन मई में पैदा होने वाली क्लोन कटड़ी गर्भ में ही मर गई थी। दो बार विफल रहे वैज्ञानिकों ने इस बार भू्रण में सोमेटिक कोशिकाओं का प्रयोग करके क्लोन को विकसित किया। शनिवार दोपहर 11 बजे सीजेरियन आपरेशन शुरू हुआ। लगभग पौने घंटे बाद कटड़ी को सकुशल गर्भ से निकाला गया। जन्म के समय उसका वजन 43 किलो था। हालांकि कटड़ी के पैदा होने की तारीख 10 जून थी, लेकिन गर्भ में वजन ज्यादा होने की वजह से उसे चार दिन पहले आपरेशन करके स्वस्थ पैदा किया गया।
कटड़ी के भ्रूण से बनाया क्लोन : एनडीआरआई के निदेशक डा। एके श्रीवास्तव ने जागरण से कहा, भैंस के क्लोन शिशु गरिमा का जन्म करा लेने के बाद अब हम एक साथ लाखों क्लोन शिशु यानी एक ही नस्ल के पशु तैयार कर सकते हैं। नस्ल एक होगी तो दुग्ध उत्पादन में भी बढ़ोतरी तय है। डा. श्रीवास्तव ने बताया कि यह क्लोन कटड़ी 6 फरवरी को पैदा हुई कटड़ी से भिन्न है। पहले क्लोन की जन्मदाता कोशिका एक नवजात मुरार्ह नस्ल की कटड़ी के कान से ली गई थी। यह क्लोन भैंस के गर्भ में कटड़ी भ्रूण से तैयार हुआ है। यह परंपरागत क्लोनिंग तकनीकी का संशोधित रूप है। इस तकनीक में पशु के अंडाशयों से डिंबाणु को निकालकर उसे परखनली में परिपक्व किया गया। बाद में उसे एक एंजाइम के साथ उपचारित किया गया। इसके बाद एक हैंड हेल्ड फाइन ब्लेड से नाभिक को निकाला गया। इसके बाद प्रदाता पशु के सोमेटिक कोशिकाओं को प्रजनित किया गया और नाभित रहित डिंबाणु कोशिकाओं व प्रदाता नाभिक को एलेक्ट्रोफ्यूज्ड करके प्रयोगशाला में विकसित किया गया। उसके बाद इस भ्रूण को कटड़ी के जन्म के लिए प्रत्यारोपण किया गया। इस क्लोन कटड़ी को आईसीयू में रखा गया है। चिकित्सक दल 24 घंटे इसके स्वास्थ्य पर नजर रखेगा। उन्होंने कहा कि हैंड गाइडिड क्लोनिंग के सकारात्मक परिणाम सामने आए तो भारत में श्रेष्ठ दुधारू पशुओं की संख्या तेजी से बढ़ेगी। क्लोन कटड़ी के जनक वैज्ञानिक एसके सिंगला, डा. आरएस माणिक, डा. एमएस चौहान, डा. पी पल्टा, डा. शिवप्रसाद, डा. आरएस शाह व डा. ए जार्ज व संस्थान के निदेशक डा. एके श्रीवास्तव व अन्य वैज्ञानिक खुशी से झूम उठे। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डा. मंगला राय व परिषद के पशु विज्ञान के उप महानिदेशक डा. केएम बजरबरूआ ने इस उपलब्धि के लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी है। बजरबरूआ ने कहा कि इस समय सर्वश्रेष्ठ सांडों की काफी कमी है। इस तकनीक से इस कमी को कम किया जा सकता है। प्रयोग में हिसार कृषि विश्वविद्यालय के डा. आरएस बिसला, डा. एससी आर्य, संस्थान के चिकित्सक डा. केपीएस तोमर, डा. सुभाष चंद्र व डा. प्रवीण कुमार ने भी योगदान दिया।
दूध की बहेंगीं नदियां! : वैसे तो भारत में इस समय करीब साढ़े अठारह करोड़ पशु हैं लेकिन इनमें दुधारू केवल साढ़े पांच करोड़ हैं। इन दुधारू पशुओं में वे भी शामिल हैं जो दिन भर में महज आधा लीटर दूध देते हैं। गरिमा इस सूरत में बदलाव ला सकती है। असल में क्लोन होने के कारण अब एक ही नस्ल की भैंस पैदा करना संभव हो सकेगा। इससे नस्लों की भिन्नता के कारण पशुओं में कम दूध संबंधी शिकायतों से बचा सकेगा।

Tuesday, June 9, 2009

अनोखा संयोग

इस बार सात अगस्त को तारीख और समय का ऐसा संयोग होगा जो बरसों फ़िर नही दोहराया जाएगा।
इस दिन जब घड़ी की सुई चार बजकर पांच मिनट और छः सेकेण्ड का समय बताएगी तब यह ( 04 : 05 : 06--07 : 08 : 09 ) का संयोग बनेगा। या यूँ कहें सुबह चार बजकर पांच मिनट और छः सेकेण्ड पर एक पल के लिए सात तारीख होगी, आठवां माह और नौ का साल।
हालाँकि कुछ-कुछ इसका उल्टा भी कुछ समय बाद हो सकता है, या यूँ (09 : 08 : 07 --06 : 05 :04) कहें की
नौवें साल के आठवें माह की सात तारीख को शाम छः बजकर पांच मिनट और चार सेकेण्ड पर यही गिनती उलटी हो जायेगी।