Thursday, April 9, 2009

पंजाबी नेता AC Chaudhary ने की बगावत

Congress में टिकेट पर तेज़ हुआ घमासान
सीएम और वित्त मंत्री आमने- सामने
कांग्रेस में टिकेट के लिए घमासान तेज़ होता जा रहा है। सोनीपत सीट के लिए सीएम और उनके वित्त मंत्री में शक्ति प्रदर्शन थमने के बजाय तेज़ ही होता जा रहा है। अहम् की लडाई इस कदर बढ़ चुकी है कि दोनों टिकेट पर लिए अपनी दाव पर लगा लगा लगा चुके हैं। वहीं Faridabad में टिकेट न मिलने पर सरकार के मंत्री ऐ सी Chaudhary ने सरकार से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोनिया को इस्तीफा भेजा है। ख़बर है कि वह बीएसपी के संपर्क में हैं।
चौधरी के इस इस्तीफे ने पूरी कांग्रेस को हिलाकर रख दिया है। इससे पहले एक टीवी चैनेल ने ख़बर दी कि सोनीपत से टिकेट न मिलने पर सी एम ओर वित्त मंत्री ने इस्तीफे कि पेशकश कर दी है। बिरेंदर सिंह सोनीपत से चुनाव लड़ना चाहते हैं और सी एम वहां से अपनी पत्नी को लड़ना चाहते हैं। इस तरह दोनों दिग्गजों कि लडाई एक बार फ़िर खुलकर सामने आ गई है। हालांकि हुड्डा के मीडिया सलाहाकार ने इस बात का खंडन किया है कि सीएम ने इस्तीफे की धमकी दी थी।
वहीं दो जाट नेताओं कि लडाई में प्रदेश के पञ्जाबीनेता ऐ सी चौधरी ने अपना अलग बिगुल बजा दिया है। चौधरी ने पञ्जाबी समाज कि अनदेखी का मुद्दा उठा कांग्रेस को जाटों की पार्टी साबित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पहली बार किसी भी पंजाबी को पार्टी कि टिकेट नहीं मिली है।
चौधरी फरीदाबाद से सोनीपत कि टिकेट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने गुज्जर नेता अवतार सिंह भडाना को उनकी ऊंची पहुँच के चलते टिकेट थमा दी।

Wednesday, April 8, 2009

बारिश लाई तबाही

मंगलवार और बुधवार को प्रदेश में हुई बारिश ने किसानों की मेहनत को मिट्टी में मिला दिया। बारिश ने प्रदेश में ऐसे वक्त कहर बरपाया जब उनकी फसल तैयार होकर मंडियों में पहुँच चुकी है।
मंडियों में उस फसल की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नही है। खुले में पड़ी फसल कीबचने की कोई व्यवस्था नही है। आसमान से आफत बरसती रही और किसान बेबस होकर अपनी आखों के सामने अपने सोने को मिट्टी में मिलते हुए देखता रहा।
आसमान से कुदरत अपना कहर बरपा रही थी और किसान लाचार हो अपनी तबाही पर आंसू बहाने के आलावा कुछ नहीं कर पा रहा था। चुनावी मौसम में एक तरफ़ कुर्सी के लिए नेता जनता को सुनहरी सपने दिखा रहे थे और दूसरी तरफ़ किसानों के सपने उसकी आखों के आगे ही बिखर रहे थे।
यह कहानी बुधवार की ही नहीं है। हर साल किसानों की फसल का यही हाल होता है। कभी मौसम और कभी लालफीताशाही किसानों की मेहनत की कमाई को चाट जाते हैं। दशकों से यही सिलसिला चल रहा है। किसानों की भलाई के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। सुनहरी सपने दिखाए जाते हैं। लेकिन कभी खेतों में और कभी मंडियों में पहुँचते -पहुँचते उनकी मेहनत मिट्टी हो जाती है। किसान के हिस्से आता है बस केवल आंसू, बदहाली और गरीबी।

Real Estate कंपनी के मेनेजर की हत्या

डीएलएफ (गुड़गांव), जागरण संवाद केंद्र : विश्व की एक प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी के सहायक मैनेजर का आफिस से घर आते वक्त सोमवार की रात अपहरण करने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने फोन पर उसके पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी पर फोन करने के डेढ़ घंटे बाद ही सहायक मैनेजर का शव सेक्टर 29 के एक खाली स्थान पर उसकी कार की पिछली सीट पर पाया गया। हत्यारों ने मैनेजर की बाजू व पेट में 9एमएम पिस्टल से दो गोली मारी। पुलिस ने खाली कारतूस बरामद किए हैं। गुड़गांव के सेक्टर पांच पार्ट 6 के मकान नं.193 निवासी मनोहर चावला का 27 वर्षीय बेटा प्रवीण चावला रियल एस्टेट कंपनी जेएलएल मेघराज प्राइवेट लिमिटेड में बतौर सहायक मैनेजर (मार्केटिंग) के पद पर कार्यरत था। एमजी रोड स्थित ग्लोबल बिजनेस पार्क में स्थित कंपनी के कार्यालय से प्रवीण एक पार्टी को अपने सहायक अमित के साथ सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे डीएलएफ गोल्फ कोर्स रोड स्थित सुपर लग्जरी अरालियाज अपार्टमेंट में फ्लैट दिखाने के लिए गया हुआ था। वहां से शाम साढ़े पांच बजे वापस आकर प्रवीण आफिस के नीचे ही स्थित एक रेस्टोरेंट में बैठा रहा। खा पीकर एक दोस्त का फोन आने पर वह करीब साढ़े सात बजे अपनी एचआर 26 एजे 8571 नंबर की वैगनआर कार से वहां से निकल पड़ा। रात साढ़े नौ बजे प्रवीण ने फोन कर अपने पिता मनोहर को बताया कि वह घर आ रहा है। पुलिस के मुताबिक साढ़े नौ से 11 बजे तक प्रवीण अपनी दिल्ली निवासी मंगेतर से फोन पर बराबर संपर्क में रहा। उसकी मंगेतर जो कि उसकी ही कंपनी में कार्यरत है। रात ग्यारह बजकर दो मिनट पर प्रवीण की मंगेतर ने उसके पिता को बताया कि प्रवीण का किसी ने अपहरण कर लिया है और वह आपसे बात करना चाहता है। मंगेतर का कहना है कि प्रवीण से बातचीत के दौरान ही गोली चलने की आवाज सुनाई दी और किसी ने प्रवीण का फोन छीनकर उसे धमकी दी कि इस बंदे का अपहरण कर लिया गया है इसके बाप से बोलो की 50 लाख की फिरौती लेकर आए। जिसे सुन मंगेतर ने प्रवीण के पिता को यह बात बताई। दंग रहे बाप ने प्रवीण के मोबाइल (9891127515) पर फोन किया तो फोन उठाने वाले ने कहा कि उसका छोरा उनके कब्जे में है जिसे लेकर वह राजस्थान जा रहे हैं, फोन करने पर पचास लाख की फिरौती दे जाना। जिसे सुनकर परिजनों ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और करीब रात डेढ़ बजे पुलिस ने प्रवीण की कार को सेक्टर 29 स्थित इफ्को टावर के पास से खाली पड़ी जगह से खोज निकाला। एसीपी सुमित कुहाड़ का कहना है कि वैगनआर कार की पिछली सीट पर प्रवीण लहूलुहान पड़ा हुआ था। उसके गले में एक कपड़ा बंधा था जिससे लग रहा है कि गोली मारने से पहले गला दबाने का प्रयास किया गया। एसीपी का कहना है हत्या का कोई अन्य कारण हो सकता है। हत्या लूट व फिरौती के इरादे से नहीं की गई।

नवीन जिंदल के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नवीन जिंदल के खिलाफ चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने शाहाबाद के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-1 के किनारे चुनाव आयोग की अनुमति के बिना अपने प्रचार-प्रसार का बड़ा होर्डिग लगाया हुआ था। इस पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सोनिया गांधी और नवीन जिंदल के चित्र लगे हुए थे। कुरुक्षेत्र के उपायुक्त पंकज अग्रवाल ने बताया कि संबंधित शिकायत निर्वाचन आयोग को प्रेषित कर दी गई है। यह होर्डिग शाहाबाद-पिपली जीटी रोड पर मीरी पीरी मेडिकल कालेज के पास लगा हुआ था। चुनाव आयोग की अनुमति के बिना किसी भी सरकारी व गैर सरकारी भूमि पर होर्डिग नहीं लगाया जा सकता। नवीन जिंदल ने शाहाबाद के निकट निजी भूमि पर चुनाव आयोग की अनुमति के बिना होर्डिंग लगाया हुआ था जो कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। उपायुक्त ने बताया कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद होर्डिग चुनाव अधिकारी द्वारा निर्धारित स्थान पर ही लगाए जा सकते हैं। इसके लिए प्रशासन ने कुछ दिन पहले स्थान निर्धारित कर दिए थे, जिसकी सूचना समाचार पत्रों के माध्यम से भी आम लोगों तक पहुंचाई गई थी। इसके बावजूद सांसद ने होर्डिग नहीं हटवाए।