सीएम और वित्त मंत्री आमने- सामने
कांग्रेस में टिकेट के लिए घमासान तेज़ होता जा रहा है। सोनीपत सीट के लिए सीएम और उनके वित्त मंत्री में शक्ति प्रदर्शन थमने के बजाय तेज़ ही होता जा रहा है। अहम् की लडाई इस कदर बढ़ चुकी है कि दोनों टिकेट पर लिए अपनी दाव पर लगा लगा लगा चुके हैं। वहीं Faridabad में टिकेट न मिलने पर सरकार के मंत्री ऐ सी Chaudhary ने सरकार से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोनिया को इस्तीफा भेजा है। ख़बर है कि वह बीएसपी के संपर्क में हैं।
चौधरी के इस इस्तीफे ने पूरी कांग्रेस को हिलाकर रख दिया है। इससे पहले एक टीवी चैनेल ने ख़बर दी कि सोनीपत से टिकेट न मिलने पर सी एम ओर वित्त मंत्री ने इस्तीफे कि पेशकश कर दी है। बिरेंदर सिंह सोनीपत से चुनाव लड़ना चाहते हैं और सी एम वहां से अपनी पत्नी को लड़ना चाहते हैं। इस तरह दोनों दिग्गजों कि लडाई एक बार फ़िर खुलकर सामने आ गई है। हालांकि हुड्डा के मीडिया सलाहाकार ने इस बात का खंडन किया है कि सीएम ने इस्तीफे की धमकी दी थी।
वहीं दो जाट नेताओं कि लडाई में प्रदेश के पञ्जाबीनेता ऐ सी चौधरी ने अपना अलग बिगुल बजा दिया है। चौधरी ने पञ्जाबी समाज कि अनदेखी का मुद्दा उठा कांग्रेस को जाटों की पार्टी साबित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पहली बार किसी भी पंजाबी को पार्टी कि टिकेट नहीं मिली है।
चौधरी फरीदाबाद से सोनीपत कि टिकेट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने गुज्जर नेता अवतार सिंह भडाना को उनकी ऊंची पहुँच के चलते टिकेट थमा दी।
कांग्रेस में टिकेट के लिए घमासान तेज़ होता जा रहा है। सोनीपत सीट के लिए सीएम और उनके वित्त मंत्री में शक्ति प्रदर्शन थमने के बजाय तेज़ ही होता जा रहा है। अहम् की लडाई इस कदर बढ़ चुकी है कि दोनों टिकेट पर लिए अपनी दाव पर लगा लगा लगा चुके हैं। वहीं Faridabad में टिकेट न मिलने पर सरकार के मंत्री ऐ सी Chaudhary ने सरकार से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोनिया को इस्तीफा भेजा है। ख़बर है कि वह बीएसपी के संपर्क में हैं।
चौधरी के इस इस्तीफे ने पूरी कांग्रेस को हिलाकर रख दिया है। इससे पहले एक टीवी चैनेल ने ख़बर दी कि सोनीपत से टिकेट न मिलने पर सी एम ओर वित्त मंत्री ने इस्तीफे कि पेशकश कर दी है। बिरेंदर सिंह सोनीपत से चुनाव लड़ना चाहते हैं और सी एम वहां से अपनी पत्नी को लड़ना चाहते हैं। इस तरह दोनों दिग्गजों कि लडाई एक बार फ़िर खुलकर सामने आ गई है। हालांकि हुड्डा के मीडिया सलाहाकार ने इस बात का खंडन किया है कि सीएम ने इस्तीफे की धमकी दी थी।
वहीं दो जाट नेताओं कि लडाई में प्रदेश के पञ्जाबीनेता ऐ सी चौधरी ने अपना अलग बिगुल बजा दिया है। चौधरी ने पञ्जाबी समाज कि अनदेखी का मुद्दा उठा कांग्रेस को जाटों की पार्टी साबित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पहली बार किसी भी पंजाबी को पार्टी कि टिकेट नहीं मिली है।
चौधरी फरीदाबाद से सोनीपत कि टिकेट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने गुज्जर नेता अवतार सिंह भडाना को उनकी ऊंची पहुँच के चलते टिकेट थमा दी।