घर से भागकर रचाई शादी
कैथल के मटौर गांव निवासी वेदपाल नरवाना के सिंघवाल में प्रेक्टिस करता था। उसका गांव की लड़की सोनिया के साथ प्रेम हो गया। बताते हैं कि सोनिया के परिजनों ने गत 17 मार्च को उसकी शादी लोन गांव में तय कर रखी थी। लेकिन इससे पूर्व 9 मार्च को ही दोनों अचानक गायब हो गए और एक मंदिर में शादी रचा ली। इसके बाद वे हाईकोर्ट में पेश हो गए थे। दूसरी तरफ, सोनिया के परिजनों ने वेदपाल के खिलाफ लड़की को भगाकर ले जाने का मामला भी दर्ज कराया था।
पंचायत के आश्वासन पर आए थे घर
27 मार्च को सर्व खाप की एक पंचायत छोटूराम पार्क में हुई थी। इसमें शादी पर कड़ा एतराज किया गया था। कुछ दिनों पूर्व संघवाल व मटौर के गणमान्य लोगों की एक पंचायत हुई थी, जिसमें सिंघवाल के लोगों ने सोनिया को वापस लौटाए जाने की मांग की थी। पंचायत में कहा गया था कि घर लौटने पर सोनिया को कुछ नहीं कहा जाएगा। इसके बाद सोनिया सिंघवाल में आ गई थी।
हाईकोर्ट ने नियुक्त किया था वारंट अफसर
वेदपाल ने दो दिन पहले हाईकोर्ट में अपनी पत्नी को उसे दिलाए जाने की गुहार लगा दी। इस पर हाईकोर्ट ने सूरजभान को वारंट आफिसर नियुक्त कर दिया। सूरजभान बुधवार सायं सदर थाना पुलिस व वेदपाल को साथ लेकर गांव में पहुंचा और सोनिया के परिजनों से उसे वेदपाल के सुपुर्द करने की बात कही। उन्हें बताया गया कि लड़की गांव में नहीं है। इस दौरान लड़की के परिजनों व दूसरे पक्ष में तू-तू मैं-मैं हो गई। लड़की के परिजनों व अन्य कुछ लोगों ने वारंट आफिसर व उसके साथ गए पुलिस कर्मियों व वेदपाल पर हमला बोल दिया। इसमें कुछ पुलिसकर्मी भागने में कामयाब हो गए जबकि वारंट आफिसर सूरजभान, सदर थाना के एसएचओ बलवंत सिंह तथा कांस्टेबल शीशपाल, ओमप्रकाश व राजेंद्र कुमार को चोटें आईं है।ग्रामीणों का गुस्सा देखकर वारंट आफिसर व पुलिसकर्मी किसी तरह बचकर भाग गए, लेकिन वेदपाल उनके चंगुल में फंस गया और ग्रामीणों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। गांव के कुछ लोगों ने देर रात पुलिस को फोन पर सूचना दी कि वेदपाल का शव गांव के चौक में पड़ा है। वेदपाल का बृहस्पतिवार को गांव मटौर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान पूरे गांव में सन्नाटा पसरा था। गांव में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था।