Wednesday, February 4, 2009

दीये ने बुझाए परिवार के चार चिराग



दीये से भड़की आग ने पूरी झोपड़ी को राख कर दिया। आग की चपेट में आकर चार बच्चों की मौत हो गई। तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं, उन्हें पीजीआई रोहतक रिफर किया गया है। हादसा हरियाणा के Bhiwani जिले में सोमवार की रात हुआ।
भिवानी के हनुमान गेट क्षेत्र निवासी शिव कुमार गत 22 दिसंबर को गांव बापोड़ा स्थित ईट-भट्ठें पर पूरे परिवार सहित मजदूरी करने के लिए गया। सोमवार रात पूरा परिवार भट्ठें पर बनी झोपड़ी में सो गया। करीब 12 बजे संदिग्ध हालत में झोपड़ी में आग लग गई। आग की लपटों ने पूरे परिवार को अपने आगोश में ले लिया। आसपास के लोग आग बुझाने दौड़ पड़े।
भट्ठें पर ही मजदूरी करने वाले शिवकुमार के छोटे भाई दलबीर ने बच्चों और उनके माता-पिता को गंभीर हालत में निकाला। छह माह की मासूम नेहा, डेढ़ वर्षीय मुकुल, तीन वर्षीय नैना की मौके पर ही मौत हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद सात वर्षीय मुस्कान, आठ वर्षीय कोमल उनके पिता शिव कुमार व मां अबीता को रोहतक पीजीआई रिफर किया गया। पीजीआई पहुंचने पर मुस्कान ने दम तोड़ दिया। 95 प्रतिशत झुलसी अबीता की हालत नाजुक बनी हुई है। बच्चों के दादा सतवीर ने आग लगने का कारण झोपड़ी में रखा दीपक बताया है। उसके मुताबिक दीपक जला छोड़कर सभी सो गए थे।
घायल महिला ने दम तोड़ा
पीजीआई में भरती घायल महिला ने मंगलवार देर रात दम तोड़ दिया। इस तरह हादसे में मरने वालों की संख्या पाँच हो गई है।


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