Friday, August 7, 2009

प्रेमी जोड़े की बलि

एक बार फ़िर सम्मान के नाम पर जाट लैंड में प्रेमियों का खून बहाया गया। मुख्यमंत्री के गृह जिले में फ़िर कानून को ताक पर रखकर निर्दोषों के खून की होली खेली गई। एक बार फ़िर तालिबानी सोच का झंडा बुलंद हुआ।
Rohtak के गांव बहलबा में प्रेम प्रसंग के चलते युवक-युवती की सनसनीखेज ढंग से हत्या कर दी गई। हत्या के बाद युवक का शव सुबह सड़क के किनारे फेंक दिया गया, जबकि युवती का रात के अंधेरे में गुपचुप दाह-संस्कार कर दिया। युवक को ट्रैक्टर से कुचला गया और युवती कि गला घोंटकर हत्या कर दी।
युवक के पिता की शिकायत पर युवती के माता-पिता, दो चाचा और दो भाइयों समेत सात को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया।
गांव बहलबा में प्रेम प्रसंग के चलते बुधवार मध्य रात्रि अनिल कुमार पुत्र राजवीर सिंह नामक युवक की हत्या कर शव को गांव से गुजरने वाले महम-बेरी मार्ग पर रोड किनारे फेंक दिया गया। बाद में बात उठी कि वह लड़की भी गायब है, जिससे युवक का प्रेम प्रसंग चल रहा था। गांव में सुबह से ही चर्चा थी कि युवक के साथ ही युवती की भी हत्या कर दी गई और उसका तड़के ही दाह संस्कार कर दिया गया।
शुरुआत में सिर्फ युवक की हत्या के आरोप में लड़की के भाई व चाचा के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस को दी शिकायत में अनिल के पिता राजवीर ने बताया कि गांव के तीन युवक जस्सा, सोमवीर व मोनू घर से अनिल कुमार को बुलाकर अपने साथ ले गए और रात को उसकी हत्या कर शव को महम-बेरी रोड किनारे फेंक दिया गया। देर शाम पुलिस ने तफ्तीश को आगे बढ़ाया तो यह लोमहर्षक मामला उघड़ता चला गया। आखिरकार पुलिस ने लड़की के माता-पिता व एक चाचा को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। खुद पुलिस कप्तान अनिल राव महम पहंुचे और मामले की पड़ताल की। एसपी अनिल राव ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि युवक के पिता की शिकायत पर पहले तीन के खिलाफ हत्या का मुकदमा कायम किया था। पुलिस की तफतीश आगे बढ़ी तो चार नाम और जुड़ गए। इनमें लड़की के माता-पिता व चाचा और एक अन्य शामिल है। उन्होंने बताया कि ये सात लोग दोहरे मर्डर के आरोप में गिरफ्तार कर लिए गए हैं। राव के अनुसार, प्रेम प्रसंग के चलते युवक और युवती की हत्या की गई है। इससे पहले हत्याकांड की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची महम पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पीजीआईएमएस रोहतक से पोस्टमार्टम करा बृहस्सपतिवार शाम को परिजनों के हवाले कर दिया।
रामकुमार की बेटी रानी बीते साल सातवीं में फेल हो गई थी। इस साल फिर से उसका दाखिला कराया था। अनिल के 12वीं पास करने के बाद परिजन पॉलिटेक्निक में उसके दाखिले की तैयारी कर रहे थे।रानी के परिजनों ने दोनों को बुधवार रात को आपत्तिजनक स्थिति में देखा था। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक दोनों की हत्या रानी के घर में की गई। इससे पहले रानी की जमकर पिटाई की गई और बाद में कपड़े से उसका गला घोंट दिया गया। अनिल का शव अर्धनग्न हालत में मिला था। उसके शरीर पर भी चोट के निशान थे। अनिल को रानी के घर से मोटरसाइकिल पर सड़क तक ले जाया गया। वहां उसे ट्रैक्टर से भी कुचला गया था।

पुलिस एक बार फ़िर जांच कर रही है और लड़की के परिवार वालों पर मामला दर्ज हो चुका है। लेकिन उन लोगों का क्या होगा जिन के भड़काने पर लोग कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं।
कुछ सवाल है जो वाकई ऐसे मामलों को सुलझाने में सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हैं।
---कभी जात और कभी गोत्र के नाम पर कानून को हाथ में लेने वाले किसी भी पंचायती को आज तक सजा क्यों नही हुई ?
--गोत्र विवाद में अधिकारीयों की मौजूदगी में फतवे सुनाने वाले पंचायतियों के नाम से मामला दर्ज क्यों नही होता? सिर्फ़ अज्ञात लोगों के नाम ही मामला दर्ज होता है।

मेरी बेटी बदचलन नहीं थी
रानी की मां बिमला के मुताबिक, मेरी बेटी बदचलन नहीं थी। रात को लगभग 12 बजे मुझे तो दूसरे घर में भेज दिया गया था। साढ़े चार बजे बुलाया गया। तब रानी घर में नहीं थी। उसको किसने मारा मैं नहीं बता सकती। रानी के परिजनों ने रानी की चचेरी बहन नीलम की भी पिटाई की है। नीलम पर रानी का साथ देने का आरोप है। नीलम की मां संतरा व रानी की मां सगी बहनें हैं। संतरा राखी के दिन मायके गई थी इसलिए रानी, नीलम के पास सोने गई थी

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