Thursday, December 4, 2008

रोहतक का ब्लैक थर्सडे

गुरुवार का दिन रोहतक की कानून व्यवस्था के लिए कला दिन साबित हुआ। बुधवार मध्यरात्रि के बाद सेक्टर १ में हुए धमाके ने प्रशासन की पोल खोल दी। धमाके से कोई हताहत तो नहीं हुआ और यह कई हलके किस्म कई बम था लेकिन शहर में पहली बार हुए इस धमाके ने पुलिस के लिए चुनौती तो पेश कर दी है।
पुलिस अभी इसी उलझन से निकल ही नहीं पी थी सिंघपुरा गांव में किसान कि हत्या ने हड़कंप मचा दिया। किसान कई शव खून से लथपथ मिला।
police इससे बचने के लिए भी बहाने सोच रही थी कि देर रात दो लोगों की हत्या हो गई। दोनों को सरेआम गोली मार दी गई। इनमें एक तो पुलिस कई ऐ एस आई ही है। इनके बारे में देखतें हैं पुलिस क्या बहाने ढूंढती है।
एक वारदात गांव रिटौली कबूलपुर और दूसरी गांव कतवाडा में हुई। कतवाडा में पुलिस का ही एक अधिकारी मारा गया। किसी ने उसे गोली मार दी।
रिटौली कबूलपुर में गांव के सरपंच के चाचा को गोलियों से भून दिया गया। इस हत्या को पुरानी रंजिश से जोड़ कर देखा जा रहा था। जमीनी विवाद में वह बुधवार को गवाही देने के किए गया था।

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