Tuesday, February 3, 2009

ताउम्र खलेगी पिता की कमी : हुड्डा

शोक में डूबे मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सिर से पिता का साया उठ जाने से वह असहाय महसूस कर रहे हैं। पिता जी की कमी जीवन पर्यत खलती रहेगी, क्योंकि पिता जी ने उन्हें विशेष स्नेह, अथाह प्रेम, आशीर्वाद और दुलार दिया। जिसने हमेशा प्रेरित किया है। मुख्यमंत्री बोले, आज वह इन सब चीजों से वंचित हो गए हैं। हुड्डा ने कहा कि जो व्यक्ति मां-बाप की सेवा करता है उसके समान भाग्यशाली कोई भी नहीं होता। भगवान की ऐसी अनुकम्पा भाग्यवान लोगों पर ही होती है। हुड्डा ने देश के इस सपूत को श्रद्धासुमन अर्पित करने आए विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह जनसमू इसका परिचायक है कि रणबीर सिंह ईमानदारी, सच्चाई और नेक-नीयत के धनी थे।
हृदय पटल में बसे रहेंगे दादाजी : दीपेंद्र हुड्डा : युवा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि रणबीर सिंह के निधन से संविधान सभा के सदस्य के रूप में आखिरी कड़ी समाप्त हो गई और इसके साथ ही अंत हो गया एक युग का। उन्होंने कहा कि वह अपने दादा चौ. रणबीर सिंह की गोद में खेले, पढ़े-लिखे और बडे़ हुए। उनके आशीर्वाद से ही जनसेवा के लिए राजनीति में आए। उनकी स्मृति हृदय पटल पर हमेशा बसी रहकर सदैव मार्गदर्शन करती रहेगी। दीपेंद्र ने कहा कि दादा जी के आदर्शो और सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए वे जन सेवा के कार्य और अधिक निष्ठा, लगन और मेहनत से करेंगे।
11 फरवरी को होगी रस्म पगड़ी : स्वतंत्रता सेनानी रणबीर सिंह हुड्डा की रस्म पगड़ी 11 फरवरी को दोपहर एक से दो बजे के बीच स्थानीय जाट कालेज के प्रांगण में होगी। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

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