फोरेसिक मेडिसन में एमडी करने वालों के लिए खुशखबरी है। 20 सालों से मंजूरी की इंतजार में अटके इस कोर्स को अब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने मान्यता दे दी है। यह कोर्स करने वाले डॉक्टर अब देश-विदेश में भी जॉब कर सकेंगे।
पिछले 20 वर्षो में पीजीआई रोहतक से फोरेसिक मेडिसन में एमडी की पढ़ाई कर चुके डॉक्टरों को भी इससे लाभ होगा। अब तक यह कोर्स करने वाले डॉक्टर केवल प्रदेश में ही जॉब करने को बाध्य थे, क्योंकि इनकी डिग्री हरियाणा से बाहर मान्यता नहीं रखती थी। इस कारण अनगिनत डॉक्टर आगे बढ़ने से वंचित थे।
20 सालों से अटका था मामला
एमडी इन फोरेसिक मेडिसन को रिकोग्नाइज्ड करवाने का मामला पिछले 20 सालों से पेंडिंग था। इस कोर्स को मान्यता के लिए प्रदेश के एक मात्र चिकित्सा संस्थान पीजीआईएमएस रोहतक ने उच्चाधिकारियों के पास भेजा था। जिसे अब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) द्वारा मंजूरी दे दी गई है। पीजीआई कुलपति डॉ. एसएस सांगवान ने बताया कि फोरेसिक मेडिसन में एमडी कोर्स को एमसीआई से मान्यता मिल गई है।
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