विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष आचार्य गिरिराज किशोर का मानना है कि आतंकवाद रूपी समस्या का एकमात्र समाधान पाकिस्तान पर हमला है। केंद्र सरकार को इसमें देरी नहीं करनी चाहिए, जितनी देरी होगी उतनी ही स्थिति गंभीर होगी क्योंकि बिना हमला के पाकिस्तान से ये आतंकवादी गतिविधियां बंद नहीं होंगी।
यह बात आचार्य गिरिराज किशोर ने Gurgaon में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मामले में केंद्र सरकार के प्रयास प्रभावहीन हैं। ऐसे प्रयासों से आतंकवाद खत्म नहीं होगा। आज देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमले हो रहे हैं। यह हमले देश की एकता व अखंडता ही नहीं बल्कि आर्थिक ढांचे को भी कमजोर करने के लिए किए जा रहे हैं। विहिप नेता ने देश में आतंकवाद के बढ़ते प्रभाव के लिए वोट की राजनीति को विशेष दोषी माना। जब तक वोट की राजनीति होती रहेगी तब तक आतंकवाद को बढ़ावा मिलता रहेगा। कल तो जो लोग मुस्लिम आतंकवादी पकड़े जाने पर यह कहते थे कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता वही लोग आज हिन्दू आतंकवाद की बात करते हैं। हिन्दू आतंकवादी नहीं हो सकता। मालेगांव मामले में प्रज्ञा भारती व कर्नल को फंसाया गया है ताकि जो आरोप आज तक मुस्लिम पर लगते रहते हैं वही आरोप हिन्दू पर भी लगे। यह देश को तोड़ने की साजिश है। सेना को बदनाम करने की साजिश है। यह सब वोट की राजनीति के लिए हो रहा है।
कर्नाटक में श्रीराम सेना द्वारा पब में किए गए उत्पात पर विहिप नेता आचार्य गिरिराज किशोर ने कहा कि वे पब कल्चर के विरोधी हैं। यह सभ्यता व संस्कृति के विरुद्ध है। हां इसके खिलाफ श्रीराम सेना ने जो हरकत की है वह निंदनीय है। श्रीराम सेना से आरएसएस का संबंध होने की बात को दरकिनार करते हुए उन्होंने कहा कि दस साल पहले इस सेना के मुखिया का संबंध बजरंग दल से था। बाद में उसने अलग होकर अपना संगठन बना लिया। अब इस व्यक्ति से बजरंग दल या आरएसएस से जुड़े किसी संगठन से संबंध नहीं है।
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मै एक बार गिरीराज जी से मिला था। हिन्दु नेता होने के कारण मन मे बहुत श्रद्धा थी। लेकिन वार्तालाप के बाद लगा की वह बहुत हीं सरल व्यक्ति है। राजनिती, कुटनिती वैगरह को अच्ची तरह नही समझते, बस सतही तौर पर अगर लगे की यह बात हिदु हित मे है तो बस उसकी लकीर पिटना शुरु कर देते है। मै एक कट्टर हिन्दु कार्यकर्ता हुं, मेरे विचार मे जम्बु द्वीप मे दीर्घकालीन शांती ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। चर्च प्रभावित राष्ट्र भारत-पाकिस्तान-चीन-श्रेलंका आदि देशो मे झगडा करवाना चाहते है, हमे उनकी कुटील योजना से सावधान रहना चाहिए।
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