पंजाब में दो वर्षो से नामचर्चा पर लगी पाबंदी एक माह पूर्व हटा ली गई थी। साध संगत ने गांव चूडल कलां में नामचर्चा का आयोजन किया। रविवार सुबह से ही नामचर्चा घर पर साध संगत का पहुंचना शुरू हो गया। इसकी सूचना मिलते ही पंजाब पुलिस के कान खड़े हो गए और तत्काल भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जाखल बरेटा मार्ग पर पुलिस चौकसी को बढ़ाते हुए जगह जगह पर नाके लगा दिए गए। वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई। हरियाणा सीमा की ओर से डेरा प्रेमियों का सैलाब नामचर्चा घर की ओर उमड़ने लगा तो पंजाब पुलिस उन्हें रोकने लगी। इससे से तलवाड़ा रेलवे फाटक के नजदीक डेरा प्रेमियों व पंजाब पुलिस के बीच काफी तकरार हुई। पुलिस कर्मचारी डेरा प्रेमियों को नामचर्चा घर जाने से नहीं रोक सके। दूसरी तरफ इसकी खबर ही सिख समुदाय के लोग भी चूडल कलां स्थित गुरुद्वारा घर में एकत्र होने लगे। पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सिख श्रद्धालु नामचर्चा घर की ओर बढ़ने लगे। उन्हें रोकने की पुलिस की कोशिश नाकाम रही। सिख श्रद्धालु नामचर्चा घर की ओर पिछवाडे़ से बढ़े तो वहां पहले से ही डेरा प्रेमी मौजूद थे। दोनों पक्षों ने एक दूसरे को ललकारना शुरू कर दिया और पत्थर बरसाने लगे। टकराव रोकने की कोशिश नाकाम देख आखिर पुलिस कर्मचारियों ने डेरा प्रेमियों पर हल्का लाठीचार्ज किया। इससे गुस्साए डेरा प्रेमी पत्थर बरसाने लगे जिससे छह से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। भारी मशक्कत के बाद पुलिस ने दोनों समुदाय के श्रद्धालुओं को काबू किया। गुस्साए सिख जाखल बरेटा मार्ग के बीचों बीच बैठ गए। पुलिस प्रशासन ने पुलिस बल को तैनात करने करने के साथ ही दंगा निरोधक दस्ते को भी नामचर्चा घर के बाहर तैनात कर दिया।
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