अंतरिक्ष परी कल्पना चावला द्वारा दी गई गुरु दक्षिणा की बदौलत इस साल भी टैगोर बाल निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल की दो छात्राएं नासा (अमेरिका) में लगने वाले स्पेस समर कैंप में भाग लेने के लिए रवाना होंगी। छात्रा निवेदिता और पलक गोयल 26 जुलाई को नासा के लिए उड़ान भरेंगी। खुशी की बात यह है कि कैंप का संयोजन भी नासा में सबसे पहले जाने वाले डालमें शामिल छात्रा कमालिका चंडाल करेंगी। नासा जाने वाली दोनों छात्राओं को रविवार को टैगोर बाल निकेतन में सम्मानित किया गया। प्रिंसिपल डा. राजन लांबा ने कहा कि अंतरिक्ष परी कल्पना चावला की गुरु दक्षिणा के चलते स्कूल से हर साल दो छात्र स्पेस समर कैंप में भाग लेने के लिए जाते हैं। नासा जाने वाले छात्र-छात्राओं को कड़ी चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। लगातार सात महीने तक चलने वाली चयन प्रक्रिया में नौंवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रा-छात्राएं भाग ले सकते हैं। इस प्रक्रिया में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ छात्र-छात्राओं के ज्ञान को परखते हैं। इसके बाद हर फील्ड में बेहतर प्रदर्शन करने वाली दो छात्रों का चयन किया जाता है। डा. लांबा ने बताया कि इस बार जाने वाली दोनों छात्राएं 26 जुलाई को नासा के लिए उड़ान भरेंगी और 10 अगस्त को वापस आएंगी। इस बीच वे कैंप में अंतरिक्ष से संबंधित तमाम जानकारियां हासिल करने के साथ ही अंतरिक्ष के किसी एक पहलू पर आधारित अपना माडल भी तैयार करेंगी। छात्राओं के हवाई जहाज के टिकट के खर्च का वहन अभिभावक और स्कूल प्रबंधन मिलकर करेंगे। उन्होंने कहा कि खुशी की बात यह भी है कि कैंप का संयोजन नासा जाने वाले पहले बैच में शामिल छात्रा कमालिका चंडाल करेंगी। वे इस समय अमेरिका में ही रहती हैं।
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