लोकसभा चुनाव में सिरसा संसदीय सीट के लिए सांसद चुनने के लिए संबंधित प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को कई तरह की सियासी कसरत करनी पड़ेगी। नरवाना से डबवाली तक इससे पहले लोकसभा चुनाव मैदान में कूदने वाले प्रत्याशियों को सिरसा संसदीय सीट के चुनाव में सिरसा और फतेहाबाद दो जिलों के नौ विधानसभा क्षेत्रों सिरसा, रोड़ी, दड़बाकलां, डबवाली, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रतिया, टोहाना व भट्टू के मतदाताओं से ही संपर्क करना होता था। इस बार उन्हें तीसरे जिले जींद के नरवाना विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से भी वोट मांगने पड़ेंगे, क्योंकि नए परिसीमन के मुताबिक नरवाना विधानसभा क्षेत्र को भी सिरसा संसदीय सीट के साथ जोड़ दिया गया है।
नए परिसीमन के मुताबिक इस बार सिरसा जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में से रोड़ी और दड़बाकलां को खत्म कर दिया गया है और दो नए विधानसभा क्षेत्र के तौर पर कालांवाली व रानियां को बना दिया गया है। सिरसा संसदीय सीट के लिए 9 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा जिनमें से 5 विधानसभा क्षेत्र जिला सिरसा के अन्तर्गत आते हैं। सिरसा संसदीय क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले तीन जिलों के 9 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 13,06636 मतदाता हैं इन मतदाओं में सिरसा जिले से 6 लाख 72 हजार 390 मतदाता हैं।
भट्टू भी हुआ फतेहाबाद से बाहर
विधानसभा क्षेत्र भट्टू को नए परिसीमन के तहत फतेहाबाद जिले से बाहर कर दिया गया है। उसकी जगह पर जींद जिले के नरवाना विधानसभा क्षेत्र को शामिल किया गया है। इस क्षेत्र से इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला व बिजली मंत्री रणदीप सुरजेवाला के बीच उठापटक होती रही है और दोनों ही इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। अलबत्ता रणदीप सुरजेवाला तो अभी भी प्रतिनिधित्व कर ही रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में ये दोनों नेता इस क्षेत्र से अपनी किस्मत नहीं आजमा सकेंगे, क्योंकि इस क्षेत्र को आरक्षित सीट कर दिया गया है।
सिरसा सीट में विधानसभा क्षेत्र :
सिरसा, कालांवाली, रानियाँ, डबवाली, एलनाबाद (जिला सिरसा)
फतेहाबाद, टोहाना, रतिया (जिला फतेहाबाद)
नरवाना (जिला जींद)
प्रत्याशी :
बसपा ने राजेश वैद को प्रत्याशी घोषित किया है।
इनेलो ने सीताराम को प्रत्याशी बनाया है।
हजकां और कांग्रेस को अभी उम्मीदवार नहीं मिल पाया है।
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