Friday, April 3, 2009

दक्षखेड़ा की ‘सुंदरी’ बनेगी पुणे की ‘रानी’

रोहतक जिले के दक्षखेड़ा में जारी खुदाई में पुरातत्वविदों को आभूषणों से सज्जित एक महिला का कंकाल मिला है। इस हड़प्पाकालीन कंकाल को यहां के कब्रिस्तानों में अब तक मिले कंकालों में से सबसे सुंदर माना जा रहा है। इसे पुणे स्थित डेक्कन कॉलेज के संग्रहालय में स्थापित किया जाएगा।
उत्खनन कार्य के प्रभारी विवेक दांगी ने बताया कि मिट्टी में दबे कंकाल को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए उस पर एक विशेष प्रकार के रसायन का छिड़काव किया गया है। उत्खनन कार्य के निदेशक डॉ. वसंत शिंदे ने बताया कि मृत्यु के वक्त महिला की उम्र करीब 26 वर्ष रही होगी। उसके दाएं हाथ में तांबे की और बाएं हाथ में शंख की चूड़ियां हैं।
पैरों में मनकों की पाजेब व गले में हार है। इससे लगता है कि महिला काफी अमीर रही होगी। करीब चार हजार वर्ष पुराने इस कंकाल से मालूम होता है कि महिला के नैन-नक्श तीखे थे। कंकाल में दांत अब भी सुरक्षित हैं। शिंदे ने बताया कि यह कंकाल म्यूजियम में सर्वाधिक आकर्षित करेगा। म्यूजियम में इसका बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।

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