छठे वेतन आयोग पर शुरू हुआ हंगामा तेज़ होता जा रहा है। नाराज़ डॉक्टरों ने आन्दोलन तेज़ करने की घोषणा कर दी है। डॉक्टरों ने रोहतक में सरकार को एक सप्ताह का समय देते हुए एलान किया कि अगर सरकार ने कुछ नहीं किया तो वे 12january को सामूहिक अवकाश पर चले जायेंगे। उसके बाद 13january से हड़ताल पर चले जायेंगे। रोहतक में डॉक्टरों कि स्टेट बॉडी की बैठक में यह फ़ैसला लिया गया। डॉक्टरों ने सीएम पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया। डॉक्टर पंजाब के समान वेतन की मांग कर रहे हैं।
इस लड़ाई के लिए जिला स्तर पर 11 सदस्यीय टीम तैयार करने पर भी सहमति जताई गई। बैठक में पीजीआई रोहतक की आरडीए एसोसिएशन व एचडीएमएस एसोसिएशन ने भी अपना सहयोग देने का आश्वासन दिया। एसोसिएशन के प्रांतीय प्रधान डॉ. विजय दहिया ने बताया कि विधानसभा में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था बनाने व चिकित्सकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पंजाब पैटर्न पर उनका वेतन करने व अलाउंस देने की घोषणा की थी। किंतु अब इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसलिए चिकित्सक लामबंद होकर 12 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश पर रहेंगे। इसके बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 13 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। इसकी तैयारी व अगली रणनीति के लिए 11 जनवरी को रोहतक में ही राज्यस्तरीय बैठक की जाएगी। दूसरी तरफ एचडीएमएस (हरियाणा डेंटल मेडिकल सर्जन) ने भी छठे वेतन आयोग की त्रुटियों को लेकर अपना गुस्सा दर्शाया है। उन्होंने इस पर रोष जताते हुए एचसीएमएस एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मुलाकात कर उनका साथ देने का आश्वासन दिया। पीजीआई रोहतक की आरडीए एसोसिएशन के प्रधान डॉ. गुंजन चौधरी ने बताया कि उन्हें एम्स व चंड़ीगढ़ पीजीआई के समक्ष वेतन नहीं दिया जा रहा है। जबकि काम यहां अधिक होता है। सभी की शैक्षणिक योग्यता भी समान है। इस बारे में संस्थान कुलपति डॉ. एसएस सांगवान से भी मुलाकात की जा चुकी है। फिलहाल छह जनवरी तक जवाब का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद अगली रणनीति तैयार की जाएगी।
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