सोनिया ने कहा, नशे में रखता था वेदपाल
जिला प्रशासन ने भी पैंतरा बदला, पुलिस के साथ नहीं गया वेदपाल : डीसी
सिंघवाल में हुए वेदपाल हत्याकांड में शुक्रवार को उस समय नया मोड़ आ गया, जब वेदपाल की पत्नी सोनिया ने कोर्ट में वेदपाल के खिलाफ बयान दे दिया। उसने कहा कि वेदपाल उसे नशे की गोलियां खिलाता था और वह हमेशा ही नशे में रहती थी। उसे उसकी शादी के बारे में भी कुछ जानकारी नहीं है। सोनिया ने अपने मामा के घर रहने की इच्छा जताई। उधर जिला प्रशासन ने भी वेदपाल से पल्ला झाड़ लिया है। उपायुक्त ने कहा कि वेदपाल पुलिस के साथ नहीं गया था। वह अपनी जीप में वहां अलग से पहुंचा था, जबकि वेदपाल के साथ गए उसके चचेरे भाई रविंद्र का कहना है कि वे पुलिस दल के साथ ही वहां गए थे। दूसरी ओर वेदपाल के परिजनों ने पूरे मामले में हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है। सच्चाखेड़ा में पत्रकार वार्ता में उपायुक्त मोहम्मद शाइन ने कहा कि वेदपाल तो पुलिस के साथ गया ही नहीं, बल्कि वह अपनी जीप में सिंघवाल गांव गया था। पुलिस वाले वेदपाल को शक्ल से भी नहीं जानते हैं।
दूसरी ओर, शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक बी. सतीश बालन ने सदर थाना प्रभारी बलवंत सिंह को वेदपाल को सुरक्षा देने में नाकाम रहने पर निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। उनकी जगह पर सफीदों के थाना प्रभारी उमेद सिंह चहल को प्रभारी बनाया गया है। वहीं गांव में थाना प्रभारी के साथ गए अन्य पुलिसकर्मियों के मामले में भी जांच की जा रही है, दोषी पाए जाने पर उन्हें भी निलंबित किया जा सकता है। वहीं शुक्रवार को सोनिया के बयान नरवाना कोर्ट में कलमबद्ध किए गए। सोनिया को नरवाना की हुकम सिंह की अदालत में पेश किया गया, जहां उसने अपने मामा के घर रहने की इच्छा प्रकट की है। कोर्ट में दिए बयान में सोनिया ने वेदपाल पर ही आरोप जड़ दिए। बताया जाता है कि उसने अपने बयान में कहा कि वेदपाल उसे नशे की गोली खिलाकर अपने साथ ले गया था। वेदपाल उसे नशे की हालात में ही रखता था। उसे नहीं मालूम कि उसकी शादी वेदपाल के साथ शादी हुई थी या नहीं? बाद में सोनिया को उसके मामा के साथ भेज दिया गया।
जांच में जुटी है पुलिस : बालन : पुलिस अधीक्षक बी. सतीश बालन ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस अधिकारी गांव में मौजूद हैं और फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
हाई कोर्ट जायेंगे परिजन
उधर कलायत (कैथल) के गांव मटौर में वेदपाल के परिवार के लोगों ने अब पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है। वेदपाल के भाई सुरेंद्र के मुताबिक वारंट आफिसर और पुलिस उसके भाई को अपने साथ लेकर 22 जुलाई को सोनिया के घर पहुंची थी। जिस तरह उसके भाई को अकेला छोड़कर पुलिस टीम वहां से फुर्र हुई उससे जाहिर है कि सब कुछ तय साजिश के मुताबिक हुआ था। हालांकि वेदपाल ने टीम के साथ गांव में जाने से इनकार कर दिया था, लेकिन नरवाना के एसएचओ ने आश्वस्त किया कि वहां जाने में कोई दिक्कत नहीं है। इस आश्वासन पर उसका भाई उनके साथ चल पड़ा था।
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