हिसार में बेकाबू भीड़ ने मंगलवार रात जमकर कहर बरपाया और पुलिस व तमाम अधिकारी मौन हो तमाशा देखते रहे। उपद्रवियों ने अस्पताल में आग लगा दी। इसके आलावा कई वहां फूंक डाले।
शराब ठेकेदारों के बीच हुए विवाद में एक व्यक्ति की मौत से यहां मंगलवार देर रात हंगामा खड़ा हो गया। प्रदर्शनकारियों ने दो वाहनों और अस्पताल में आग लगा दी। इसके अलावा कई वाहन तोड़ दिए। टकराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। पुलिस मौन हो यह सब तमाशा देखती रही। यह सब उस समय हो रहा था जब सी एम ख़ुद हिसार में मौजूद थे। अस्पताल में दहशत इस कदर थी कई सीरियस मरीजों ने भाग कर जान बचाई।
शराब ठेकदारों के बीच 5 अप्रैल को हुए संघर्ष में गांव खारिया निवासी कृष्ण बैनीवाल घायल हो गया था। मंगलवार सायं आपरेशन के दौरान उसकी मौत होने से परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और इसके बाद भड़की हिंसा से शहर में उपद्रव हो गया। भड़के लोगों ने अस्पताल को तहस-नहस कर दिया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने शव को डाबड़ा चौक पुल के बीचोंबीच रखकर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने यहां से गुजर रहे मोटरसाइकिल, स्कूटर, थ्री व्हीलर को रोक कर तोड़ दिया। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने समझाने पहुँचे डीएसपी तेजबीर के साथ भी धक्कामुक्की की। पुलिस को देख प्रदर्शनकारी और भड़क गए। उन्होंने सड़क पर मोटरसाइकिल व स्कूटर को आग लगा दी। इसके बाद हवलदार प्रवीण कुमार को प्रदर्शनकारियों ने पकड़ लिया तथा उसकी जमकर धुनाई कर डाली। बाद में उन्होंने अस्पताल में जाकर आग लगा दी।
जब कुछ दर्जन भर उपद्रवी शहर में यह दहशत फैला रहे थे, सैंकडों कि तादाद में मौजूद पुलिसकर्मी वहां खड़े तमाशा देख रहे थे। मानो उन्होंने दहशत फैलाने कि खुली छूट दे दी गई हो।
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