Wednesday, December 3, 2008
फिसड्डी साबित हुआ शिक्षा बोर्ड
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के नतीजों ने एक बार फ़िर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आठवीं और दसवीं के पहले सेमेस्टर के परिणाम 2007 के ९० फीसदी के मुकाबले गिर कर २८ फीसदी पर पहुँच गए। मिडल और मैट्रिक का परिणाम २ दिसम्बर को घोषित हुआ। १० सितम्बर से ३ अक्टूबर तक २२ लाख छात्रों ने मिडल और मैट्रिक की परीक्षा दी थी। बोर्ड ने पहले तो परिणाम घोषित करने में ही देर कर दी और जब परिणाम आए तो सबकी साँसें हलक में अटक गई। अब छात्रों को दो माह बाद दूसरे सेमेस्टर के साथ पहले सेमेस्टर की पूरक परीक्षा भी देनी होगी। इतनी बुरी हालत देखने के बाद भी बोर्ड के अधिकारी नई शिक्षा नीति को सही बता रहे हैं।
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