Thursday, April 23, 2009
Gautam का विस से इस्तीफा
शुरू से ही भाजपा-इनेलो गठबंधन के खिलाफ आवाज उठा रहे नारनौंद क्षेत्र से भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने बुधवार को विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष डा. रघुबीर सिंह कादियान को सौंप दिया। झज्जर के सिंचाई विभाग विश्राम गृह में कादियान को इस्तीफा सौंपने के बाद गौतम ने कहा कि यह इस्तीफा वह अपनी स्वेच्छा से बिना किसी दबाव के दे रहे हैं। कुछ देर बाद डा. कादियान ने पत्रकारों से कहा कि रामकुमार गौतम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व रामकुमार गौतम की नजदीकियां जगजाहिर हैं। हालांकि इस्तीफे से पूर्व गौतम ने कहा कि वह वर्तमान में भाजपा में हैं। भाजपा में रहते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा भी है कि वह शीघ्र ही कांगे्रस में शामिल हो जाएंगे। इनेलो के साथ गठबंधन के समय ही गौतम का भाजपा से मोह भंग हो गया था। उस समय उन्होंने न केवल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पर आरोप लगाए थे बल्कि हरियाणा के प्रभारी हरजीत सिंह ग्रेवाल पर भी गठबंधन के विरुद्ध आरोप जड़े थे। इसके बाद पार्टी हाईकमान ने विधानसभा में विधायक दल के नेता पद से गौतम की छुट्टी कर दी थी और उनकी जगह पर नरेश मलिक को विधायक दल का नेता बना दिया था। गत विधानसभा चुनाव में प्रदेश में भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ा था और 90 सीटों में से मात्र दो सीटें ही भाजपा की झोली में आई थीं। अब भाजपा के पास एक सीट ही रह गई है। उस सीट को भी राजनीति गलियारों में संदेह की दृष्टि से अब देखा जा रहा है, क्योंकि गत दिवस रोहतक लोकसभा से कांगे्रस प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा ने हसनगढ़ के विधायक नरेश मलिक के भाई रमेश मलिक के घर पर न केवल जलपान किया, बल्कि आधे घंटे तक गुफ्तगू भी की।
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